प्रधानमंत्री ने किया पचहत्तर रुपये का सिक्का जारी

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प्रधानमंत्री ने किया पचहत्तर रुपये का सिक्का जारी

भुवन वर्मा बिलासपुर 16 अक्टूबर 2020

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

नई दिल्ली — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर एफएओ के साथ भारत की दीर्घकालिक संबंधों को चिन्हित करने के लिये 75 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया। इसके साथ ही हाल में विकसित आठ फसलों की 17 जैव-संवर्धित किस्में राष्ट्र को समर्पित किया। इस स्मारक सिक्के में एक ओर बीच में अशोक स्तंभ अंकित है. ऊपर हिंदी में भारत और अंग्रेजी में INDIA लिखा हुआ है. अशोक स्तंभ के ठीक नीचे सत्यमेव जयते लिखा हुआ है , सबसे नीचे अंग्रेजी में 75 रुपये लिखा हुआ है।वहीं सिक्के के दूसरी ओर सबसे ऊपर सूर्य की आकृति बनी है, जिसके बीच में अंग्रेजी में FAO लिखा है , जिसका अर्थ है खाद्य एवं कृषि संगठन। उसकी ठीक नीचे जल में तैरता हुआ कमल का फूल बना है , फूल के नीचे 2020 लिखा हुआ है , सबसे नीचे एक स्लोगन ‘सही पोषण देश रोशन’ लिखा हुआ है।

किसान सशक्त होगा तभी देश बढ़ेगा – मोदी

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज जो 75 रुपये का विशेष सिक्का जारी किया गया है वो भारत की 130 करोड़ की जनता की तरफ से आपकी सेवाभावना का सम्मान है। एफएओ के विश्व खाद्य कार्यक्रम को इस वर्ष का नोबल शांति पुरस्कार मिलना भी एक बड़ी उपलब्धि है। भारत को खुशी है कि इसमें भी हमारी साझेदारी और हमारा जुड़ाव ऐतिहासिक रहा है। भारत में अनाज की बरबादी हमेशा से बहुत बड़ी समस्या रही है। देश के 28 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने वाली “एक राष्ट्र , एक राशन कार्ड” प्रणाली लागू हो चुकी है। उन्होंने आगे कहा कि दुनियाँ भर में जो लोग कुपोषण को दूर करने के लिये लगातार काम कर रहे हैं, मैं उन्हें भी बधाई देता हूंँ। भारत के किसान, हमारे कृषि वैज्ञानिक, आंगनवाड़ी और आशा कार्याकर्ता, कुपोषण के खिलाफ आंदोलन का मजबूत किला है। इन्होंने अपने परिश्रम से जहां देश का अन्न भंडार भरा है, वहीं दूर-सुदूर गरीब तक पहुंँचने में सरकार की बहुत मदद की है। कुपोषण से निपटने के लिए एक और महत्वपूर्ण दिशा में काम हो रहा है , अब देश में ऐसी फसलों को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसमें पौष्टिक पदार्थ- जैसे प्रोटीन, आयरन, जिंक इत्यादि ज्यादा होते हैं। किसानों को लागत का डेढ़ गुणा दाम एमएसपी के रूप में मिले, इसके लिये अनेक कदम उठाये गये हैं। एमएसपी और सरकारी खरीद, देश की फूड सिक्योरिटी का अहम हिस्सा हैं , इसलिये इनका जारी रहना स्वभाविक है। जब भारत का किसान सशक्त होगा, उसकी आय बढ़ेगी तो कुपोषण के खिलाफ अभियान को भी उतना ही बल मिलेगा और देश भी बढ़ेगा। गौरतलब है कि गत दिवस ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया के जन्म शताब्दी के मौके पर उनके सम्मान में सौ रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया था।

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