अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर बिसेस: छत्तीसगढी शिक्षा का माध्यम और सरकारी कामकाज की भाषा बने – छत्तीसगढिया महिला क्रांति सेना ने अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर किया आयोजन
अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर बिसेस
: छत्तीसगढी शिक्षा का माध्यम और सरकारी कामकाज की भाषा बने ,छत्तीसगढिया महिला क्रांति सेना ने अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर किया आयोजन
निज भाषा उन्नति अहै,सब भासा के मूल
बिन निज भासा ज्ञान के,मिटे न हिय के शूल
भुवन वर्मा बिलासपुर 22 फरवरी 2022
बिलासपुर । छत्तीसगढिया महिला क्रांति सेना छत्तीसगढी मातृभाषा के माध्यम से पढाई लिखाई प्राथमिक स्तर पर शुरु करवाने और छत्तीसगढी भाषा में सरकारी कामकिज हो इस विषय पर लगातार सत्याग्रह ,आंदोलन ,न्याययात्रा,पदयात्रा, रैली ,धरना ,प्रदर्शन विगत सात वर्षों से कर रही है ।
इसी संदर्भ में २१ फरवरी अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर स्वामी विवेकानंद उद्यान में आज मातृभाषा पर विचार गोष्ठी आयोजित हुई ।।
जिस पर सभी ने अपने अपने बिचार रखे ।।
कार्यक्रम का मुख्य उद्दे्श्य विलुप्त होती भाषाओं जिसमें छत्तीसगढ की मातृभाषा छत्तीसगढी भी है बचाना है ।
यूनेस्को की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व की लुप्त होती भाषाओं में एक छत्तीसगढी भी है ।
जन जन की भाषा छत्तीसगढी को राजभासा का दर्जा २००७ से मिला है पर इस भाषा का प्रयोग न तो पढाई लिखाई में किया जा रहा है और न ही सरकारी कामकाज में किया जा रहा है ।भाषायी उपेक्षा के कारण छत्तीसगढीभाषायी लोगों के मन में हीनता घर कर गई है जिसका खामियाजा आने वाली पिढि को भोगना पड़ेगा ।रुस और यूक्रेन की लडाई आज सर्व विदित है ।
२१ फरवरी अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाता है ।
सभी क्षेत्रिय भाषायें एक नदी कि तरह हैं जो शांत ,सरल ,सहज मिठास लिये निरंतर प्रवाहमान है इनके अस्तित्व को कभी भी नकारा नहीं जा सकता ।
२१ फरवरी को ही मनाने के पिछे का इतिसास बताते हुये छत्तीसगढी भाषा के लिये समर्पित राजभासा मंच के संरक्षक नंदकिशोर शुक्ल ने कहा कि तत्कालिक पूर्वि पाकिस्तान वर्तमान बांग्लादेश में संघटित एक सांस्कृतिक एवं राजनैतिक आंदोलन था इसे भाषा आंदोलन भि कहते हैं ।आंदोलन कि मांग थि कि बांग्ला भाषा को पाकिस्तान कि एक आधिकारिक भाषा दि जाय ।बांग्लादेश में २१ फरवरी भाषा आंदोलन दिवस के रूप में याद किया जाता है ।इस आंदोलन तथा इसके शहिदों कि स्मृति में ढाका मेडिकल कॉलेज के निकट शहीद मिनार का निर्माण किया गया है ।
छत्तीसगढिया महिला क्रांति सेना कि प्रदेशाध्यक्ष लता राठौर ने मातृभाषा दिवस पर सभि छत्तीसगढ वासियों से अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर छत्तीसगढी को प्राथमिक स्तर पर शिक्षा का माध्यम बनाने और सरकारी कामकाज कि भाषा बनाने के
जोर दिया इसके लिये पूरे छत्तीसगढ में मातृभाषा दिवस पखवाड़ा मनाने का निर्णय लिया गया ।
७ मार्च को रायपुर में एक बड़ा आयोजन किया जायेगा
जिसमें मातृभाषा छत्तीसगढी में कार्य करने वाले सभि संगठन शामिल होंगें ।
कार्यक्रम का प्रारंभ छत्तीसगढ महतारी वंदना से शुरु किया गया ।
सभि बहनों ने अपने अपने बिचार व्यक्त किये और छत्तीसगढी मातृभाषा को जन जन तक पहुंचाने कि बात कहि ।
कार्यक्रम में शामिल छत्तीसगढिया महिला क्रांति सेना कि संगठन मंत्री संध्या सिंह, प्रदेश संयोजिका मधु कश्यप ,जिलाध्यक्ष छाया तिवारी ,बिल्हा ब्लाक अध्यक्ष कृष्णा देवी लहरे,छत्तीसगढी लेखिका भावना श्रीवास्, निधि रानी साहू ,मिथलेश चंद्राकर,सुलेखा सिंह ,दिव्या सिंह, सुनिता यादव ,सरोजनी लहरे,राजकुमारी बघेल ,पिलिमा बघेल ,प्रिति यादव ,जयंती सोनि माँडवि रजक ,पूजा सिंह राजपूत, चित्रलेखा तिवारी ,राजकुमारी तिवारी ,दुर्गा यादव शामिल हुईं !