मांग गिरी तो भाव भी गिरा : सिमट रहा पुराने बारदाने का बाजार

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मांग गिरी तो भाव भी गिरा : सिमट रहा पुराने बारदाने का बाजार

भुवन वर्मा बिलासपुर 27 जनवरी 2021

भाटापारा- समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के रह गए गिने-चुने दिन। ऐसे दुकानदारों की संख्या भी कम होने लगी है जिन्हें सड़क पर बारदाने बेचते हुए पहली बार प्रदेश के किसानों ने देखा। नतीजा तेजी से गिरती कीमतों के रूप में देखा जा रहा है। अलबत्ता प्रथम श्रेणी का जूट बैग 30 रुपए प्रति नग की कीमत के साथ मजबूती से जमा हुआ है तो नया जूट बैग भी 70 से 80 रुपए पर अपनी उपलब्धता बनाए हुए हैं।

किसानों के बारदाने में भी धान की खरीदी की जाएगी। यह फैसला सरकार और समितियों को तो राहत पहुंचाने वाला रहा लेकिन किसानों की परेशानी को बढ़ा गया। जैसे -तैसे करके पुराने जूट बैग की खरीदी की और संतोष की सांस लेते हुए फसल बेची। घटती कीमतों के बीच पुराने जूट बैग का बाजार अब कारोबार समेटना चालू करता दिखाई देता है क्योंकि मांग लगभग खत्म हो चुकी है।

पहली बार सड़क पर—–

प्रदेश में पहली बार पुराने जूट के बाजार को सड़क पर देखना किसान के लिए हैरत भरा रहा। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के बाद जब जूट बैग की उपलब्धता के प्रयास असफल हुए तो इस कारोबार ने नई उड़ान भरी और शहर से लेकर गांव तक ऐसी दुकाने लगने लगी। हैरत तब और ज्यादा बढ़ी जब बाइक पर चलती- फिरती ऐसी दुकानों को देखा गया। यह भी पहली ही बार था।

रोज गिर रही कीमत—–

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दिन गिने- चुने से रह जाने के बाद अब पुराने जूट बैग के साथ प्लास्टिक बैग की कीमत रोज टूट रही है। बाजार सूत्रों के मुताबिक फर्स्ट ग्रेड यूज्ड जूट बैग 30 रुपए पर मजबूती के साथ जमा हुआ है लेकिन सेकंड ग्रेड जूट बैग 7 रुपए की गिरावट के बाद अब 20 से 21 रुपए पर आ चुका है।

अब इस कीमत पर—–

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दिन जैसे जैसे समाप्ति के करीब आ रहे हैं वैसे-वैसे पुराने जूट बैग की कीमतें भी टूटने लगी है। इस समय से बाजार में फर्स्ट ग्रेड यूज्ड जूट बैग 30 रुपए पर स्थिर है तो सेकंड ग्रेड का जूट बैग 27 रुपए प्रति नग की जगह 20 से 21 रुपए पर आ चुका है। तृतीय श्रेणी का बैग 5 रुपए की टूट के बाद 19 से 21 रुपए में मिलने लगा है। चौथी श्रेणी के बैग की कीमतों में चार रुपए की गिरावट आ चुकी है। 14 रुपए पर मिलने वाला यह बैग अब 10 रुपए में उपलब्ध हो रहा है।

प्लास्टिक बैग में भी कमी—-

शक्कर, सूजी, आटा ,मैदा और आलू प्याज की यूज्ड बोरियों की कीमत भी अब तेजी से जमीन पर आने लगी है। 13 से 15 रुपए में बेची और खरीदी गई ऐसी बोरियों की कीमत 10 रुपए बोली जा रही है लेकिन इस भाव पर भी खरीदी के लिए ग्राहक नहीं है। गिरावट का यह दौर आने वाले दिनों में में भी बने रहने की आशंका है।

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