पूरा संसार ही हमारा स्वदेश – पीएम मोदी

3

पूरा संसार ही हमारा स्वदेश – पीएम मोदी

भुवन वर्मा बिलासपुर 09 जनवरी 2023

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

इंदौर – हमारे लिये पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है , मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था। प्रत्येक प्रवासी भारतीय अपने-अपने क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों के साथ अपने देश की माटी को नमन करने आया है। यह प्रवासी भारतीय सम्मेलन मध्यप्रदेश की उस धरती पर हो रहा है , जिसे देश का हृदय क्षेत्र कहा जाता है। एमपी में मां नर्मदा का जल , यहां का जंगल , आदिवासी परम्परा , यहां का आध्यात्म ऐसा कितना कुछ है जो आपकी इस यात्रा को अविस्मरणीय बनायेगा।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इंदौर में तीन दिवसीय 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुये कही। इस दौरान उन्होंने शुरुआती संबोधन में सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे प्रवासी भारतीयों से कहा कि कोरोना महामारी के कारण चार साल के बाद इस सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। मैं 130 करोड़ भारतवासियों के ओर से आपका यहां स्वागत करता हूं। पीएम मोदी ने कहा हमारे यहां कहा जाता है ‘स्वदेशो भुवनत्रयम्’ अर्थात हमारे लिये पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है , मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था। हम दुनियां के अलग-अलग कोनों में गये , हमने सभ्यताओं के समागम के अनंत संभावनाओं को समझा , हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गये। अलग-अलग देशों , अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकते हैं , भारत ने और भारतीयों ने करके दिखाया। उन्होंने आगे कहा मैं सभी प्रवासी भारतीयों को विदेशी धरती पर भारत का राष्ट्रदूत , ब्रांड एंबेसडर कहता हूं। सरकारी व्यवस्था में राजदूत होते हैं , भारत की महान विरासत में आप राष्ट्रदूत होते हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने विकास की जो गति प्राप्त की है , जो उपलब्धियां हासिल की है , वो असाधारण और अभूतपूर्व है। जब भारत कोविड महामारी के बीच कुछ महीनों में ही स्वदेशी वैक्सीन बना लेता है , जब भारत अपने नागरिकों को 220 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज मुफ्त लगाने का रिकॉर्ड बनाता है , जब वैश्विक अर्थव्यवस्था के बीच भी भारत उभरती अर्थव्यवस्था बनता है , जब भारत विश्व में टॉप – फाईव इकोनॉमी में शामिल होता है , जब भारती दुनियां का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनता है , जब मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में , इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में इंडिया का डंका बजता है , जब भारत अपने दम पर तेजस फाइटर प्लेन , एयरक्राफ्ट कैरियर , आईएनएस विक्रांत और अरिहंत जैसी न्यूक्लियर सबमरीन  बनाता है तो स्वाभाविक है दुनियां और दुनियां के लोगों में क्यूरोसिटी होती है कि भारत क्या कर रहा है और कैसे कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा आज अपने करोड़ों प्रवासी भारतीयों को जब हम ग्लोबल मैप पर देखते हैं तो कई तस्वीरें एक साथ उभरती है। दुनियां के इतने अलग-अलग देशों में जब भारत की लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं तो वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साक्षात दर्शन होते हैं। दुनियां के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रांतों और अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं तो एक भारत-श्रेष्ठ भारत का सुखद अहसास भी होता है। दुनियां के अलग-अलग देशों में जब सबसे शांति प्रिय लोकतांत्रिक और अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है तो मदर ऑफ डेमोक्रेसी होने का भारतीय गौरव अनेक गुना बढ़ जाता है और जब हमारे इन प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आंकलन करता है तो उसे सशक्त और समर्थ भारत की आवाज सुनाई देती है। उन्होंने कहा लोग जानना चाहते हैं कि भारत की स्पीड क्या है , स्केल क्या है , भारत का फ्यूचर क्या है। इसी तरह जब कैशलेस इकोनॉमी की बात होती है , फिनटेक की चर्चा होती है तो दुनियां ये देखकर हैरान है कि विश्व के चालीस प्रतिशत रियल टाइम डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में होते हैं। पीएम मोदी ने कहा जब स्पेस के फ्यूचर की बात होती है  तो भारत की चर्चा स्पेस टेक्नोलोजी के मोस्ट एडवांस्ड देशों में होती है। भारत एक बार में सौ-सौ सैटेलाइट लॉन्च करने का रिकॉर्ड बना रहा है। सॉफ्टवेयर और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हमारी ताकत दुनियां देख रही है। पीएम मोदी ने कहा भारत का यह बढ़ता हुआ सामर्थ्य , भारत का यह दम-खम , भारत की जड़ों से जुड़े हर व्यक्ति का सीना चौड़ा कर देता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा वैश्विक मंच पर आज भारत की आवाज , भारत का संदेश, भारत की कही बात एक अलग ही मायने रखती है। भारत की यह बढ़ती ताकत आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ने वाली है , साथ ही भारत के प्रति जिज्ञासा और बढ़ेगी। इसलिये विदेश में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों की और प्रवासी भारतीयों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। आपके पास भारत के बारे में व्यापक जानकारी जितनी ज्यादा होगी , उतना ही आप भारत के बढ़ते सामर्थ्य के बारे में बता पायेंगे। पीएम मोदी ने सभी का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया कि अभी हाल ही में पास ही उज्जैन में भगवान महाकाल के महालोक का भी भव्य और दिव्य विस्तार हुआ है। इसी के साथ उन्होंने सम्मेलन में शामिल हुये प्रवासी भारतीयों से भगवान महाकाल के आशीर्वाद के साथ अद्भुत अनुभव लेने को कहा। उन्होंने इंदौर की तारीफ करते हुये कहा लोग कहते हैं कि इंदौर सिर्फ एक शहर है , लेकिन मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है। यह वो दौर है जो समय से आगे चलता है , फिर भी विरासत को समेटे रहते है। इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में देश में एक अलग पहचान स्थापित की है। खाने-पीने के लिये इंदौर देश ही नहीं पूरी दुनियां में लाजवाब है। यही वजह है कि कुछ लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ-साथ स्वाद की राजधानी भी कहते हैं। पीएम मोदी ने इंदौर में कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रवासी भारतीय को लेकर कहा मुझे विश्वास है कि यहां के अनुभव आप खुद भी नहीं भूलेंगे और वापस जाकर दूसरों को यहां के बारे में बताना भी नहीं भूलेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा भारत इस वर्ष दुनियां के जी – 20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है। भारत इस जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। हमारे लिये ये दुनियां को भारत के बारे में बताने का अवसर है। यह दुनियां के लिये भारत के अनुभवों से सीखने का अवसर है। पुराने अनुभवों से सस्टेनेबल फ्यूचर की दिशा तय करने का अवसर है। जी – 20 केवल एक डिप्लोमेटिक इवेंट नहीं बल्कि जनभागीदारी का एक ऐतिहासिक आयोजन बनाना है। इस दौरान विश्व के विभिन्न देश भारत के जन-जन के मन में अतिथि देवो भव का भावना का दर्शन करेंगे। पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से अपील करते हुये कहा कि आप भी अपने देश से आ रहे प्रतिनिधियों से मिलकर उन्हें भारत के बारे में बता सकते हैं। इससे उन्हें भारत पहुंचने से पहले ही अपनत्व और स्वागत का अहसास होगा। पीएम मोदी ने बताया कि जी – 20 समिट में 200 मीटिंग होने वाली है , इस समूह के 200 डेलिगेशन यहां आने वाले हैं , हिंदुस्तान के अलग-अलग शहरों में जाने वाले हैं , यहां से वापस जाने के बाद वहां पर रहने वाले प्रवासी भारतीय उनको बुलायें , भारत में गये थे तो कैसे रहा इस बारे में उनके अनुभव सुनें। पीएम मोदी ने कहा मैं समझता हूं कि इससे उनके साथ हमारे बंधन को और मजबूत करने का अवसर बन जायेगा।

यहां की संस्कृति इस देश की मजबूती है – गुयाना राष्ट्रपति

गुयाना के राष्ट्रपति डा. मोहम्मद इरफान अली ने समारोह के लिये आमंत्रित करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुये भारत को एक महान देश बताया। इंदौर की तारीफ करते हुये कहा यहां की व्यवस्थायें और सुविधायें लाजवाब हैं। उन्होंने कहा आज का दिन भारत के इतिहास का यादगार दिन है। महात्मा गांधी का संबंध भारत और अफ्रीका से बहुत पुराना रहा है। भारत और अफ्रीका के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी भूमिका रही है। कोरोना वैक्सीन बनाकर भारत ने दुनियां को राह दिखाई , यह बहुत सराहानीय कार्य है। उन्होंने आगे कहा कि सबका साथ , सबका विकास और सबका विश्वास की भारत की अवधारणा उम्दा है। गुयाना और भारत कई मुद्दों पर मिलकर काम करेंगे , इस देश की मजबूती यहां की संस्कृति है। भारत विश्व में लीडर है विकास में और टेक्नोलाजी शेयरिंग में भी भारत मजबूती से आगे बढ़ रहा है। गुयाना भी विकास कर रहा है। यहां पर भारतीयों के लिये बहुत संभावनायें हैं , कई सुविधायें हैं। गुयाना के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से भारत में निवेश के लिये तैयार है। फूड , हेल्थ , ऊर्जा में गुयाना आगे बढ़ रहा है। गुयाना के लक्ष्यों को हासिल करने की रणनीति और रूपरेखा में भारत एक बड़ी भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि आप गुयाना उस समय पहुंचे थे , जब आप मुख्यमंत्री भी नहीं थे। तभी से आपका वहां से गहरा रिश्ता जुड़ गया था। मुझे उम्मीद है कि कि आप इस साल के अंत तक एक बार फिर से वहां पहुंचेंगे।

भारत – सूरीनाम में कई समानतायें हैं – राष्ट्रपति संतोखी

इस सम्मेलन को संबोधित करते हुये सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी ने कहा- आप सभी को मेरा प्रणाम। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। जननी जन्म भूमि स्वर्ग से भी महान है। इंदौर बेहद सुंदर शहर है। मुझे और मेरे डेलीगेशन को यहां आत्मीयता और बेहतर सत्कार व आदर मिला। सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भारत और सूरीनाम में कई समानतायें हैं। गुयाना भारत की तरह सांस्कृतिक कल्चर वाला देश है। यहां कई राष्ट्रीय त्यौहार मनायें जाते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां के निधन पर शोक भी व्यक्त किया। साथ ही प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के लिये पीएम मोदी को बधाई दी।
गौरतलब है कि 08 से 10 जनवरी तीन दिवसीय यह सम्मेलन रविवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर में शुरू हुआ है। इस साल सम्मेलन का विषय है ‘प्रवासी भारतीयः अमृत काल में भारत की प्रगति में विश्वसनीय भागीदार’। इस सम्मेलन में 70 देशों से 3500 से अधिक प्रवासी भारतीय हिस्सा ले रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सेना के विशेष विमान से इंदौर पहुंचे। इंदौर हवाईअड्डे पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल , सीएम शिवराज सिंह चौहान , भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा , गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और मंत्री उषा ठाकुर ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर पहुंचने के बाद वे सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति की अगवानी की। प्रधानमंत्री को सामने देखकर प्रवासी भारतीयों ने खुशी से मोदी-मोदी के नारे लगाये। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले संतोखी और इरफान ने भी अपने विचार रखे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी और गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने मध्यप्रदेश के इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में कमेमोरेटिव स्टाम्प भी जारी किया।

About The Author

3 thoughts on “पूरा संसार ही हमारा स्वदेश – पीएम मोदी

  1. I am a website designer. Recently, I am designing a website template about gate.io. The boss’s requirements are very strange, which makes me very difficult. I have consulted many websites, and later I discovered your blog, which is the style I hope to need. thank you very much. Would you allow me to use your blog style as a reference? thank you!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *