गणेश उत्सव के लिए जारी गाईडलाईन दुर्गोत्सव पर भी रहेगा प्रभावी : एक एक कर सभी पर्वों पर लग रही कोरोना की नजर

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गणेश उत्सव के लिए जारी गाईडलाईन दुर्गोत्सव पर भी रहेगा प्रभावी : एक एक कर सभी पर्वों पर लग रही कोरोना की नजर

भुवन वर्मा बिलासपुर 3 सितंबर 2020

रायपुर / बलोदा बाजार। गणेश उत्सव के लिए जारी गाईडलाईन दुर्गोत्सव पर भी समान रूप से प्रभावी मानी जाएगी। इस आशय के आदेश जारी होते ही संशय के बादल छंट गए हैं कि दुर्गोत्सव के लिए रियायत मिलेगी या नहीं? इधर स्थिति साफ होते ही मूर्ति कारों ने भी काम की गति धीमी कर दी है। वैसे भी वे गणेश उत्सव का हाल देख चुके थे इसलिए दुर्गोत्सव से उम्मीद लेकर नहीं चल रहे थे।

गणेश उत्सव पर कोरोना की नजर लगने के बाद अब दुर्गोत्सव पर इस खतरनाक वायरस ने नजरें गड़ा दी है। सोशल डिस्टेंसिंग मास्क और सैनिटाइजर्स जैसी अनिवार्यता तो अपनी जगह मजबूती से कायम रहेगी ही साथ ही वे नियम भी समान रूप से प्रभावी रहेंगे जो गणेश उत्सव के लिए बनाए गए थे। इस तरह मूर्तिकारों पर दोहरी मार का रास्ता साफ हो गया है। वैसे भी निराशा तो थी लेकिन मन के किसी कोने में एक छोटी सी आशा का दीप जल रहा था कि रियायत दी जाएगी जिससे पूरे साल की रोजी रोटी का इंतजाम किया जा सकेगा। लेकिन आशा का यह दीपक बुझ चुका है।

गणेश उत्सव का नियम दुर्गोत्सव पर भी

संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर स्तर पर लिए जा रहे प्रयास की गंभीरता वे भी समझ रहे हैं। गणेशोत्सव के लिए बनाई गई प्रतिमाओं के नहीं बिकने से नुकसान हुआ हो लेकिन उत्साह में कमी नहीं आई। बड़ी प्रतिमाओं की जगह छोटी प्रतिमा स्थापित की गई। यह बचाव के लिए जरुरी था। इसलिए प्रशासन ने कोविड-19 के नियम को गणेश उत्सव की ही तरह दुर्गोत्सव पर भी समान रूप से प्रभावी बनाने का आदेश बहुत जल्द जारी करने की तैयारी शुरू कर दी है।

घरों में ही होंगी स्थापित

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बाद राज्य सरकार काफी सतर्क है। केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन पहले से ज्यादा गंभीरता के साथ किए जाने पर मंथन हो रहा है तो जिलों को संकेत दिए जा चुके हैं कि तैयारी रखें ताकि संक्रमण के मामले रोके जा सके। इसलिए जिस तरह गणेश प्रतिमाओं की स्थापना ज्यादातर घरों में ही की गई उसी तरह दुर्गा प्रतिमाओं की भी स्थापना करनी होगी। इससे उत्सव को सुरक्षित रूप से मनाया जा सकेगा।

दूर हुआ संशय

गणेशोत्सव के लिए हालांकि मूर्तिकारों ने तैयारियां तो की थी लेकिन समय रहते संशय दूर करने से नुकसान से काफी हद तक बचने में सफल रहे। अब इस उत्सव के बाद दुर्गोत्सव की तैयारी शुरू होनी है इसलिए इस बार प्रतिमा निर्माण के लिए जरूरी संसाधन की मात्रा कम की जा चुकी है। यह मिट्टी से लेकर फाइनल टच तक कदम कदम पर नजर आएंगी। मूर्तिकार छोटी प्रतिमाओं के ही निर्माण की तैयारी कर रहे हैं यह भी उतनी ही मात्रा में बनाई जाएंगी जितनी घरों तक पहुंच सके।

“गणेशोत्सव के लिए बनाए गए कोविड-19 के नियम दुर्गोत्सव पर भी समान रूप से प्रभावी होंगे। इस आशय के निर्देश के पालन के लिए संबंधित अधिकारियों को कहा जा चुका है” – सुनील कुमार जैन, कलेक्टर, बलोदा बाजार।

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