अंबेडकर जयंती एवं बैसाखी पर अटल विश्वविद्यालय में हुआ संगोष्ठी का आयोजन
अंबेडकर जयंती एवं बैसाखी पर अटल विश्वविद्यालय में हुआ संगोष्ठी का आयोजन
भुवन वर्मा बिलासपुर 14 अप्रैल 2024
बिलासपुर । 13 अप्रैल 2024 को अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती एवं बैसाखी पर्व के उपलक्ष में डॉक्टर अंबेडकर शोधपीठ के तत्वाधान में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन विश्वविद्यालय के सभागार में किया गया संगोष्ठी की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति आचार्य एडीएन बाजपेई द्वारा की गई। इस संगोष्ठी के प्रबुद्ध वक्ताओं में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं अध्यक्ष कंप्यूटर अध्ययनशाला प्रोफेसर एच एस होता द्वारा संगोष्ठी के दोनों विषय क्रमशः प्रजातंत्र के प्रेरक अंबेडकर तथा गुरु गोविंद सिंह एवं खालसा पंथ के संबंध में प्रकाश डाला उसी क्रम में शासकीय जे पी वर्मा महाविद्यालय बिलासपुर के प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर एस एल निराला द्वारा डॉक्टर अंबेडकर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉक्टर अंबेडकर किसी वर्ग विशेष के नहीं थे उनके द्वारा भारतीय समाज के उत्थान के लिए सभी धर्मो के ग्रंथो का अध्ययन कर संविधान के लेखन का कार्य किया और सविधान में ऐसी प्रमुख बातें कानून के रूप समाहित की जो आज हम सब लोगों के लिए अधिकार के रूप में लिखित है।
उन्होंने कहा कि जन सामान्य में यह बात है की डॉक्टर अंबेडकर सिर्फ दलितों के हितों के लिए कार्य किया ऐसा नहीं है उन्होंने संविधान में सभी वर्ग एवम धर्म के लिए संविधान में प्रावधान किया संगोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रोफेसर निराला जी ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा खालसा पंथ की स्थापना 1699 में की थी सिख धर्म के वे दसवें गुरु थे उन्होंने भी समाज सुधार का काम किया और मुगलो से धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष किया उन्होंने कहा की हम सबको इन महापुरुषों की जीवनी को पढ़ना चाहिए जिससे कि हम सबको प्रेरणा मिले उसी क्रम में इस संगोष्ठी के प्रबुद्ध वक्ता बिलासपुर के जाने-माने योग प्रशिक्षक एवं प्रेरक श्री समरजीत सिंह भाटिया उर्फ विनकू भाटिया द्वारा सिख धर्म पर विशेष प्रकाश डाला उन्होंने सिखों के दसवें गुरु तक के गुरुओं का नाम का संगोष्ठी में उपस्थित श्रोताओं को बताया की सिखो के वेश भूषा में कृपाण केश कंघा और हाथ में पहने हुए कड़े के बारे में भी विस्तृत रूप से जानकारी दी संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य ए डी एन बाजपेई द्वारा संगोष्ठी के दो प्रमुख विषय प्रजातंत्र के रक्षक अंबेडकर तथा गुरु गोविंद सिंह एवं खालसा पंथ के बारे में बताया अंत में सभी अतिथियों को डॉ आंबेडकर शोध पीठ द्वारा साल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
इस संगोष्ठी में विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त प्राचार्य शिक्षक विश्वविद्यालय के शिक्षक छात्र तथा शहर के गण मान्य नागरिक शामिल हुए संगोष्ठी का संचालन डॉक्टर अंबेडकर शोध पीठ के संयोजक एवं सहायक कुल सचिव श्री रामेश्वर राठौड़ द्वारा किया गया।