हाउस ऑफ लार्डस, ब्रिटिश पार्लियामेंट में सम्मानित होंगे आचार्य ए.डी.एन. वाजपेयी : इंटरनेशनल बुक ऑफ़ ऑनर अवार्ड से भी होंगे सम्मानित देंगे ब्याख्यान

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हाउस ऑफ लार्डस, ब्रिटिश पार्लियामेंट में सम्मानित होंगे आचार्य ए.डी.एन. वाजपेयी : इंटरनेशनल बुक ऑफ़ ऑनर अवार्ड से भी होंगे सम्मानित देंगे ब्याख्यान

भुवन वर्मा बिलासपुर 31 अक्टुबर 2023

इंग्लैंड। इंग्लैण्ड में दिनांक 01 नवंबर 2023 को इंडो.- यू.के. लीडरशीप सम्मेलन के आयोजन के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर छत्तीसगढ़ के कुलपति आचार्य ए.डी.एन. वाजपेयी ‘‘आध्यात्मिकता के माध्यम से वैश्विक संस्कृति का एकीकरण‘‘ विषय पर अपना व्याख्यान देंगे। सम्मेलन का आयोजन कामकुश, लंदन के द्वारा वन वर्ड वन फैमिली एवं अंतर्राष्ट्रीय बुक ऑफ ऑनर के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य भारत तथा इंग्लैण्ड के मध्य पारस्परिक सहयोग का आदान-प्रदान है। इस सम्मेलन में व्यवसाय, व्यापार, सूचना, तकनीक, नीति, शिक्षा तथा संस्कृति से संबंधित विषय केन्द्र में आदान प्रदान किया जायेगा। सम्मेलन में विश्व के अनेक देशों के विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के विशेषज्ञ भी अलग-अलग विषयों पर अपनी बाते रखेंगे।

सम्मेलन के दूसरे दिन अर्थात् 02 नवंबर 2023 को आचार्य वाजपेयी को ब्रिटिश पार्लियामेंट के हाउस ऑफ लार्डस में इंटरनेशनल बुक ऑफ ऑर्नर अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। यह सम्मान उनके प्रशासनिक एवं अकादमिक उपलब्धियों के लिए विशेष तौर पर दिया जा रहा है। सम्मेलन में विभिन्न देशों के प्रतिनिधिमंडल तथा भारतीय मिडिया हाउस के प्रतिनिधि भी सम्मिलित होंगे। इस समिट में सम्मिलित होने हेतु आचार्य वाजपेयी 28 अक्टूबर 2023 को लंदन के लिये रवाना हो गये हैं तथा 29 अक्टूबर को लंदन पहुंचेंगे। बिलासपुर हवाई अड्डा में आज उन्हें सम्मेलन हेतु शुभकामना देने के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि आचार्य वाजपेयी अर्थशास्त्र के प्राध्यापक होने के नाते अर्थशास्त्र में उनकी विशेषज्ञता है। इसके अतिरिक्त धर्म, संस्कृति, योग एवं अध्यात्म सहित अन्य विषयों में पारंगत माने जाते हैं, तथा उनकी इसी विशेषता की वजह से उन्होनें विभिन्न अवसरों पर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों में 800 से अधिक व्याख्यान दिए है तथा कविता संग्रह की रचना भी की है। आध्यात्म एवं भारतीय संस्कृति उनकी अभिरुचि का एवं विशेषज्ञता का विषय होने के कारण उन्होनें इस विषय पर सैकडों व्याख्यान भी दिया है। उन्होनें कहा कि इस प्रतिष्ठित सम्मेलन के माध्यम से विदेश की सरजमीं पर अध्यात्म के माध्यम से वैश्विक संस्कृति के एकीकरण पर व्याख्यान देने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। निश्चित तौर पर यह एक ऐतिहासिक पल होगा। उन्होंने आगे कहा कि लंदन में सम्मानित किये जाने के फलस्वरूप उनकी जिम्मेदारी और बढ़ जायेगी तथार कोशिश करेंगे कि वे उस पर न्याय कर सकें।

उपरोक्त के अतिरिक्त दिनांक 31 अक्टूबर 2023 को आचार्य वाजपेयी को इंपिरियल कॉलेज लंदन में भी व्याख्यान हेतु आमंत्रित किया गया है। जहां वे भारतीय ज्ञान पद्धति एवं परंपरागत ज्ञान प्रणाली पर अपनी बातें रखेंगे। उल्लेखनीय है कि इंपीरियल कॉलेज लंदन उच्च शिक्षा का एक प्रतिष्ठित संस्थान है। जिसे टाइम्स होम्स एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग 2023 के अनुसार शीर्ष 10 संस्थानों में नामांकित किया गया है तथा गार्जियन यूनिवर्सिटी 2023 के अनुसार यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर के रूप में भी नामांकित किया गया है। वे भारतीय उच्चायुक्त लंदन की बैठक में भी सम्मिलित होंगे।

आचार्य वाजपेयी के लंदन में दिए जा रहे दो पृथक-पृथक व्याख्यान के माध्यम से वहां के लोगों के मध्य भारतीय ज्ञान परंपरा एवं उसकी समृद्ध विरासत, अध्यात्मिकता को जानने एवं सुनने का अवसर प्राप्त होगा। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी आचार्य वाजपेयी की व्याख्यान देने की अपनी एक अलग ही शैली है तथा अक्सर वे व्याख्यान देते समय नये सिद्धांतों को प्रतिपादित भी करते हैं। उनके इसी कौशल के कारण वे देश ही नहीं विदेशों के प्रतिष्ठित संस्थाओें के द्वारा व्याख्यान हेतु निरंतर आमंत्रित किया जाता है। लंदन में आयोजित सम्मेलन में व्याख्यान हेतु आमंत्रित किया जाना इसी की एक कड़ी है। उनके इन्हीं योग्यता की वजह से उन्हें कई प्रतिष्ठित संस्थानों के द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। जिसमें भारत विकास परिषद द्वारा विवेकानन्द सेवा अलंकरण सम्मान -2019, गुरु वशिष्ठ सम्मान -2018, एमिटी एजुकेशन ग्रुप इंडिया द्वारा एमिटी एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड-2017, विश्व हिन्दी मंच ए ग्वाँगझोंग – चाईना द्वारा विश्व हिन्दी सेवा सम्मान-2016,
विश्व शांति अंतराष्ट्रीय संघ ए अहमदाबाद द्वारा राधाकृष्णन अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड-2014, यूनिवर्सल पीस फेडरेशन द्वारा शांति पुरस्कार के लिए एंबेसडर-2014 । राजमाता श्रीमति शांति देवी ए हिमाचल गौरव सम्मान 2012 कौटिल्य सर्वश्रेष्ठ अथशास्त्री पुरस्कार । काशी विद्वत परिषद वाराणसी द्वारा साधक शिरोमणि अलंकरण सम्मान प्रमुख है।

उन्हें लंदन में सम्मान हेतु आमंत्रित किये जाने के फलस्वरूप विश्वविद्यालय परिवार हर्षित है, तथा सभी ने उन्हें शुभकामनाएं भी प्रेषित की है।

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