शहीद नन्दकुमार पटेल शोधपीठ का द्वितीय स्मृति व्याख्यान का आयोजन विनम्र श्रद्धांजलि उपरांत : अटल विश्वविद्यालय बिलासपुर में
शहीद नन्दकुमार पटेल शोधपीठ का द्वितीय स्मृति व्याख्यान का आयोजन विनम्र श्रद्धांजलि उपरांत : अटल विश्वविद्यालय बिलासपुर में
भुवन वर्मा बिलासपुर 25 मई 2022
बिलासपुर । अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर में शहीद नंद कुमार पटेल लोक प्रशासन एवं अपराध अध्ययन शोधपीठ के द्वारा द्वितीय स्मृति व्याख्यान का आयोजन “कार्यपालिका, न्यायपालिका के मध्य अर्न्तसम्बन्ध विषय पर विश्वविद्यालय के सभागार पर सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों ने शहीद नन्द कुमार पटेल के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुधीर शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए शहीद नन्द कुमार पटेल के व्यक्तित्व को जनप्रिय बताया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री उमेश पटेल, उच्च शिक्षा मंत्री, कौशल विकास ने अभासी माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में 25 मई के दिन को अपने जीवन का काला अध्याय माना। उन्होंने कहा कि इस दिन मैने अपने पिता और परिवार के सदस्य को खोया परन्तु प्रदेश ने एक जन नायक नेता को खोया था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पूर्व आई.ए. एस. बी. के. एस. रे ने अपने सम्बोधन में कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका को प्रजातंत्र के सफलता के लिए आवश्यक माना। उन्होंने इन तीनो शक्तियों के विभाजन के उद्देश्य व कार्य पर प्रकाश डालते हुए अनेक उदाहरणों से इनके मध्य अर्न्तसंबंध को सारगर्भित रूप से स्पष्ट किया। निरंकुश सत्ता भ्रष्टाचार को जन्म देती है इसलिए ये तीनों शक्तियां अलग-अलग रूप से कार्य करते हुए भी लोकतंत्र के मुख्य आधार स्तंभ है। शहीद नंद कुमार शोधपीठ के निर्देशक व शहर के समाज सेवी डॉ. विवेक वाजपेयी ने शहीद नंद कुमार पटेल के साथ मत्वपूर्ण बीतें पलों को याद किया तथा झीरम घाटी की घटना को याद कर भावविभोर हो गये। उन्होंने आज भी झीरम घाटी काण्ड के दोषियों पर उचित कार्यवाही नहीं होने पर असन्तोष जाहिर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति, आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने की उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि 25 मई 2013 को जो घटनायें घटी वह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण था। सरकार के समस्त अंगों को मिलकर कार्य करना चाहिए जिससे प्रजातंत्र सुरक्षित एवं समृद्धशाली बने रहे इसी से सही मायने में जनता का शासन स्थापित होगा। कार्यक्रम के समपान में सभी अतिथियों ने विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विभाग द्वारा आयोजित होने वाली अन्तर्राष्ट्रीय सेमीनार के पत्रिका का विमोचन किया। धन्यवाद ज्ञापन अधिष्ठाता छात्रकल्याण डॉ. एच. एस. होता ने किया। कार्यक्रम के अन्त में झीरम घाटी के समस्त शहीदों के याद में 02 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। इस अवसर पर आयोजन अधिकारी सहायक कुलसचिव रामेश्वर राठौर, कार्यक्रम समन्वयक, धर्मेन्द्र कश्यप एवं रश्मि गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक डॉ. पी. के. पाण्डेय, उपकुलसचिव श्रीमती नेहा यादव, हर्ष पाण्डेय, रासेयो समन्वयक डॉ. मनोज सिन्हा, परीक्षा प्रभारी प्रदीप सिंह, सौमित्र तिवारी, जितेन्द्र गुप्ता, गौरव साहू अपर संचालक डॉ. एस. आर. कमलेश सहित विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्राध्यापक शहर के गणमान्य नागरिक, मिडिया के सदस्य सहित विश्वविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, विद्यार्थी, अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।