चंद्रचूर्ण त्रिपाठी को पुनः दायित्व आदित्य वाहिनी छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष का : प्रदेश कार्यकारिणी सहित जिला व ब्लॉक स्तर पर संगठन की घोषणा अति शीघ्र – त्रिपाठी
चंद्रचूर्ण त्रिपाठी को पुनः दायित्व आदित्य वाहिनी छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष का : प्रदेश कार्यकारिणी सहित जिला व ब्लॉक स्तर पर संगठन की घोषणा अति शीघ्र – त्रिपाठी
भुवन वर्मा 2 मार्च 2022
बिलासपुर । गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य के शिष्य चन्द्र चूड़ त्रिपाठी को पुनः आदित्य वाहिनी छत्तीसगढ़ का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। श्री त्रिपाठी का मनोनयन 2 वर्ष पूर्व किया गया था। उनके सफल मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में जगद्गुरु शंकराचार्य के कार्यक्रमों दिव्य दर्शन, दीक्षा, पादुका पूजन, सत्संग, संगोष्ठी का सफल संचालन किया गया है। जगतगुरु शंकराचार्य के मार्गदर्शन पर उनके निजी सचिव निर्विकल्पनंद स्वामी जी द्वारा वरिष्ठ सामाजिक सदस्य एवं हरिहर ऑक्सीजन वृक्षारोपण परीक्षेत्र के संस्थापक सदस्य चंद्रचूर त्रिपाठी को छत्तीसगढ़ आदित्य वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है । चंद्रचूड़ त्रिपाठी ने एक चर्चा के दौरान बताया कि गत कार्यकाल में कोरोना के कारण प्रदेश स्तर संगठन की स्थापना नहीं हो पाई थी ।
अब संपूर्ण छत्तीसगढ़ में आदित्य वाहिनी की शाखाएं प्रारम्भ किया जाएगा । वही जिला प्रमुखों के साथ प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा अति शीघ्र घोषित की जाएगी । साथ ही उन्होंने ने कहा कि हमारी प्रयास है ब्लॉक स्तर पर भी जगतगुरु शंकराचार्य की संगठन आदित्य वाहिनी व आनंद वाहिनी की शाखाएं कार्यरत हो। इसी प्रयास के साथ संगठन की मजबूती के क्षेत्र में विशेष कार्य किया जाएगा । हिंदू राष्ट्र निर्माण एवं धर्म अध्यात्म के क्षेत्र में शंकराचार्य गुरुजी के प्रकल्प को आगे निरंतर जारी रखा ही हमारी संगठन का मुख्य उद्देश्य है । विदित हो कि परम श्रद्धेय शंकराचार्य का मूल उद्देश्य सुसंस्कृत ,सुशिक्षित, सुरक्षित, संपन्न ,सेवा परायण ,स्वस्थ और सर्वे हिताय ,व्यक्ति तथा समाज की संरचना एवं अन्यों के अस्तित्व और आदर्श की रक्षा देश की सुरक्षा और अखंडता पर सतत कार्य करना ही मूल उद्देश्य है। वर्तमान में चंद्रचूर्ण त्रिपाठी प्रदेश अध्यक्ष आदित्यवानी के द्वारा हिंदू राष्ट्र निर्माण संगोष्ठी तथा सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ , सुंदरकांड के साथ आदित्य वाहिनी के सक्रिय सदस्यता अभियान का कुशल संचालन किया गया।