हमारा टीकाकरण अभियान उल्लेखनीय — पीएम मोदी :मन की बात

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हमारा टीकाकरण अभियान उल्लेखनीय — पीएम मोदी :मन की बात

भुवन वर्मा बिलासपुर 31 जनवरी 2021

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नये साल में पहली बार रेडियो पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। इसमें उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुभाषचन्द्र बोस के जन्मदिन को पराक्रम दिवस केतौर पर मनाने , गणतंत्र दिवस पर आयोजित शानदार परेड , आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत , मैक इन इंडिया , लालकिले पर तिरंगे की अपमान से लेकर कोरोना और अन्य क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर अपने विचार साझा किये। अब तक के 73 वें मन की बात कार्यक्रम के दौरान शुरुआत में उन्होंने कहा कि जब मैं ‘मन की बात’ करता हूं तो ऐसा लगता है जैसे आपके बीच, आपके परिवार के सदस्य के रूप में उपस्थित हूं। हमारी छोटी-छोटी बातें जो एक-दूसरे को कुछ सिखा जाये , जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव जो जी-भर के जीने की प्रेरणा बन जाये बस यही तो है ‘मन की बात’। प्रधानमंत्री ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा संसद के संयुक्त सत्र में हुये संबोधन और पद्म पुरस्कारों की की घोषणा का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र ने असाधारण कार्य कर रहे लोगों को उनकी उपलब्धियां और मानवता के प्रति उनके योगदान के लिये सम्मानित किया। इस साल भी पुरस्कार पाने वालों में वे लोग शामिल हैं जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया है , अपने कामों से किसी का जीवन बदला है , देश को आगे बढ़ाया है। यानि जमीनी स्तर पर काम करने वाले अनजान चेहरों को पद्म सम्मान देने की जो परंपरा देश ने कुछ वर्ष पहले शुरू की थी , इस बार भी कायम रखी गई है। नये साल में जनवरी के महीने में मनाये गये पर्व व त्यौहारों के साथ अन्य घटनाओं व कार्यक्रमों का जिक्र करते हुये पीएम मोदी ने कहा इन सबके बीच दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रेक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा का जिक्र करते हुये कहा कि तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दुखी भी हुआ। हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। उन्होंने कहा कि इस साल की शुरुआत के साथ ही कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को भी करीब-करीब एक साल पूरा हो गया है। जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी है, वैसे ही, अब, हमारा वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी दुनियां में एक मिसाल बन रहा है।प्रधानमंत्री ने कहा कि सिर्फ 15 दिन में भारत अपने 30 लाख से ज्यादा कोरोना योद्धाओं का टीकाकरण कर चुका है जबकि अमेरिका जैसे समृद्ध देश को इसी काम में 18 दिन लगे थे और ब्रिटेन को 36 दिन। उन्होंने कहा, जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी है, वैसे ही अब हमारा टीकाकरण अभियान भी दुनियां में एक मिसाल बन रहा है। उन्होंने कहा कि हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया और इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है। पीएम ने आगे कहा कि संकट के समय में भारत, दुनियां की सेवा इसलिये कर पा रहा है, क्योंकि भारत आज दवाओं और वैक्सीन को लेकर सक्षम है, आत्मनिर्भर है। यही सोच आत्मनिर्भर भारत अभियान की भी है। केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री ने कहा, “कृषि के आधुनिकीकरण के लिये सरकार दृढ़ संकल्पित है और इसके लिये कई कदम उठाए जा रहे हैं, ये प्रयास जारी रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के हर हिस्से में, हर शहर, कस्बे और गांव में आजादी की लड़ाई पूरी ताकत के साथ लड़ी गई थी। भारत भूमि के हर कोने में ऐसे महान सपूतों और वीरांगनाओं ने जन्म लिया, जिन्होंने राष्ट्र के लिये अपना जीवन न्योछावर कर दिया। हैदराबाद की सब्जी मंडी का जिक्र करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सभी देशवासियों को और खासकर के अपने युवा साथियों को आहृान करता हूं कि वो देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखें। अपने इलाके में स्वतंत्रता संग्राम के दौर की वीरता की गाथाओं के बारे में किताबें लिखें। हैदराबाद के बोयिनपल्ली में, एक स्थानीय सब्जी मंडी किस तरह अपने दायित्व को निभा रही है, ये पढ़कर भी मुझे बहुत अच्छा लगा। बोयिनपल्ली की सब्जी मंडी तय किया है कि बचने वाली सब्जियों को ऐसे फेंका नहीं जायेगा, इससे बिजली बनायी जायेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा से कैसे आमदनी के रास्ते भी खुलते हैं, इसका एक उदाहरण अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी देखने को मिला। इस पहाड़ी इलाके में सदियों से ‘मोन शुगु’ नाम का एक पेपर बनाया जाता है। इसके लिये पेड़ों को नहीं काटना पड़ता है। भारतीय महिलाओं के हर क्षेत्र में रची जा रही इतिहास का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कुछ दिन पहले आपने देखा होगा कि अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु के लिये बिना रूके की कमान भारत की चार महिला पायलटों ने सम्हाली।प्रधानमंत्री ने कहा कि दस हजार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा सफ़र तय करके ये विमान भारत पहुंची।पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला स्ट्राबेरी महोत्सव शुरू हुआ। कानून की छात्रा गुरलीन ने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में स्ट्राबेरी की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जगाया है कि झांसी में भी ये हो सकता है। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा इस वर्ष से भारत अपनी आजादी के 75 वर्ष का समारोह अमृत महोत्सव शुरू करने जा रहा है। ऐसे में यह हमारे उन महानायकों से जुड़ी स्थानीय जगहों का पता लगाने का बेहतरीन समय है, जिनकी वजह से हमें आजादी मिली. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं और उनके साहस का श्रद्धापूर्वक स्मरण करता हूं। मैं जयराम विप्लव जी को धन्यवाद देना चाहता हूं। वे, एक ऐसी घटना को देश के सामने लेकर आए, जिस पर उतनी चर्चा नहीं हो पायी जितनी होनी चाहिये थी।

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