तूफान में भी दीप जलाया जा सकता है… हिंदी साहित्य भारती छत्तीसगढ़ द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन ..काव्य सलिला बही ..

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भुवन वर्मा बिलासपुर 15 अगस्त 2020

रायपुर। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हिंदी साहित्य भारती छत्तीसगढ़ द्वारा ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि के रूप में डॉ.अनिल शर्मा जी उत्तराखंड से और विशिष्ट अतिथि डॉ .सुधीर शर्मा जी भोपाल से जुड़े। श्री बल्दाऊ राम साहू जी की अध्यक्षता मे यह आयोजन संपन्न हुआ। हिंदी साहित्य भारती की प्रदेश महामंत्री डॉ. सुनीता मिश्रा ने इस आयोजन में प्रदेश के सभी कवियों को जोडने और संचालन के दायित्व का निर्वहन किया डॉ अनिल शर्मा जी की पंक्तियों “बीहड़ में भी घर बनाया जा सकता है, तूफान में भी दीप जलाया जा सकता है” ने सबका मन मोह लिया। साथ ही सुधीर जी ने अपनी कविता “चलो तिरंगे को फहराएं” से सभी लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस काव्य गोष्ठी में सर्वश्री मुकुंद कौशल,वरिष्ठ गजलकार माणिक विश्वकर्मा नवरंग , वरिष्ठ गीतकार अजय पाठक , पीसी लाल यादव ,विजय तिवारी,शैलेन्द्र गुप्ता,डॉ.सुनीता मिश्रा , मयंकमणि दुबे, प्रो. राजन यादव, अंशु रेखा ,शिवम मिश्रा सहित छ.ग.के सभी जिलों के कवियों ने काव्य रस से सराबोर कर दिया ।यह जानकारी मीडिया संयोजक आकाश गुप्ता जी ने दी।

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