अवैध संबंध के चलते दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाला आरोपी जेल दाखिल
बलौदाबाजार भाटापारा / अवैध संबंध के चलते ब्लैकमेल करके अधिक रकम मांगने की बात पर मानसिक रूप से परेशान होकर धारदार हथियार टंगिया से दोहरे हत्याकांड की घटना को अंजाम देकर मिट्टी तेल छिड़ककर शव को जलाने के आरोपी को कसडोल पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उसे न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया।
थाना कसडोल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इस दोहरे जघन्य हत्याकांड का खुलासा करते हुये एडिश्नल एसपी अभिषेक सिंह एवं डीएसपी कौशल किशोर वासनिक ने बताया गत दिवस 29 जुलाई को प्रातः थाना कसडोल में सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम भदरा में घर के अंदर एक महिला एवं उसकी पुत्री की हत्या कर दी गई है। सूचना मिलते ही थाना कसडोल का पुलिस बल तत्काल घटनास्थल पहुंचा , साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा भी घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। घटनास्थल मृतिका के घर में संतोषी पति स्व. दिलीप साहू उम्र 40 वर्ष एवं उसकी पुत्री ममता साहू 18 वर्ष दोनों निवासी ग्राम भदरा की हत्या हुई थी तथा घर के अंदर जली हुई अवस्था में दोनों मृतकों का शव मिला। घटनास्थल का प्रारंभिक निरीक्षण में दोनों मृतकों के सिर में किसी घातक हथियार से गंभीर चोट होना पाया गया तथा इसके पश्चात आरोपी द्वारा मिट्टी तेल डालकर दोनों शवों को जलाने का भी प्रयास किया गया। एफएसएल रायपुर की फोरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण किया गया। साथ ही थाना कसडोल की पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण , जांच पंचनामा एवं ग्रामवासियों से घटना के संबंध मे पूछताछ किया गया। संपूर्ण कार्यवाही पश्चात दोनों शवों का विधिवत पोस्टमार्टम कराया गया। प्रकरण में थाना कसडोल में मर्ग क्र. 63/2024 , 64/2024 एवं अपराध क्र. 300/2024 धारा 103 ,1, 238 बीएनएस पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया। प्रकरण में पुलिस टीम द्वारा दोनों मृतकों की हत्या करने वाले अज्ञात आरोपियों के संबंध में पता तलाश प्रक्रिया प्रारंभ किया गया। साथ ही साइबर सेल की टेक्निकल टीम द्वारा घटना के संबंध में महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र कर आरोपी की पहचान का प्रयास किया जा रहा था। मृतिका का घर ग्राम भदरा बीच बस्ती में है तथा घर में दोनो मृतक एवं उसका एक पुत्र निवास करते थे। घटना दिनांक 28 और 29 की दरम्यान पुत्र सुनील एक शोक कार्यक्रम में शामिल होने के लिये ग्राम अहिल्दा थाना लवन चला गया था , जबकि मृतिक मां और बेटी ही घर में थे। इस दौरान सूचना प्राप्त हुई कि गांव का ही रहने वाले संदेही दिलहरण का मृतिका के घर आना-जाना है , पर वह सुबह से गांव से कहीं बाहर भाग गया है। इस सूचना पर से पुलिस का सारा ध्यान संदेही दिलहरण के ऊपर एवं उसकी खोजबीन में लग गया। पुलिस द्वारा संदेही दिलहरण का पतातलाश कर उसे हिरासत में लिया गया। तत्पश्चात पुलिस टीम उससे घटना के संबंध में सुझ-बूझ से एवं बारिकी से पुछताछ किया गया।
जिसमें आरोपी द्वारा दोनों मृतकों की हत्या करना स्वीकार करते हुये बताया गया कि उसका मृतिका संतोषी के साथ प्रेम संबंध में था और वह मृतिका को बीच-बीच में आर्थिक मदद भी करता रहता था। विगत कुछ दिनों से मृतिका द्वारा संदेही दिलहरण को अधिक रकम मांगने की बात को लेकर ब्लैकमेल किया जाने लगा था। मृतिका अपनी मांग पूरी ना होने पर कहने लगी थी कि मैं तुम्हारे घर में जाकर बतौर पत्नि रहने लगूंगी और तुमको बदनाम कर दूंगी। इस बात से आरोपी दिलहरण मानसिक रुप से काफी परेशान हो गया था और इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिये उसने मृतिका को मारने की योजना बना डाली। योजना अनुसार आरोपी 28 जुलाई की रात्रि मृतिका के घर गया और वहां वह उसे समझाने लगा , इस दौरान मृतिका जोर-जोर से चिल्लाकर बात करने लगी। आरोपी के द्वारा ऐसा बोलने पर मना करने से मृतिका आरोपी के साथ लडाई-झगड़ा कर हाथापाई करने लगी। तब आरोपी ने मृतिका के घर में रखे हुये टंगिये से मृतिका संतोषी के ऊपर वारकर प्राण घातक चोंट पहुंचाया , जिससे मृतिका जमीन पर गिर गई और लहुलूहान हो गई। उसकी आवाज सुनकर मृतिका की पुत्री ममता भी वहां आ गई तो आरोपी द्वारा डर से उसे भी उसी टंगिये से प्राणघातक चोंट पहुंचाया , जिससे मृतिका की पुत्री भी लहुलुहान होकर जमीन पर गिर गई। तत्पश्चात आरोपी दिलहरण द्वारा मिट्टी तेल छिड़कर दोनों मृतिका (माता-पुत्री) को जला दिया गया और घर के पीछे के रास्ते से आरोपी भाग गया। कसडोल पुलिस ने आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उसे न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया। इस सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक रितेश मिश्रा , सउनि श्रवण नेताम , मेघनाथ बंजारे , महिला प्रधान आरक्षक मंजू साहू , आरक्षक शरद साहू , मृत्युंजय महिलांगे , प्रताप बंजारे , कमलेश बर्मन , शैलेन्द्र बंजारे , शैलेन्द्र पैकरा व महिला आरक्षक नेटी का सराहनीय योगदान रहा।
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