डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय एवं यूनीसेफ के संयुक्त तत्वावधान में जलवायु, ऊर्जा, पर्यावरण और जल में युवाओं का नेतृत्व’ विषय पर हुआ एक दिवसीय कार्यशाला
डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय एवं यूनीसेफ के संयुक्त तत्वावधान में जलवायु, ऊर्जा, पर्यावरण और जल में युवाओं का नेतृत्व’ विषय पर हुआ एक दिवसीय कार्यशाला
भुवन वर्मा बिलासपुर 22 मई 2023
बिलासपुर । डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय एवं यूनीसेफ के संयुक्त तत्वावधान में जलवायु, ऊर्जा, पर्यावरण और जल में युवाओं का नेतृत्व’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस अवसर पर यूनिसेफ के अधिकारियों ने जलवायु, ऊर्जा , पर्यावरण और जल के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में युवाओं की भूमिका पर जानकारी दी. उन्होंने यह भी बताया कि बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए युवा कैसे आगे आकर कार्य कर सकते हैं, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति को उन्होंने आंकड़ों से स्पष्ट किया, कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया.
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा सी वी रामन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर पी दुबे ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत दुनिया भर में बढ़ती हरित अर्थव्यवस्था के महत्व को पहचानता है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार हरित अर्थव्यवस्था में परिवर्तन से 2030 तक बाजार में अनुमानित 60 मिलियन नए रोजगार जुड़ेंगे। युवा सशक्तिकरण, कौशल उन्नयन और हरित क्षेत्रों में जुड़ाव समय की मांग है। उन्होंने बताया कि नदी, पहाड़, वायु, जल सहित पूरी प्रकृति को शास्त्रों में पूजनीय माना गया है , और भारतीय संस्कृति इसके रक्षा के लिए प्रेरित करती है . उन्होंने बताया कि आकाश पिता, पृथ्वी की माता, और वातावरण संतान के समान है . परिवार संतुलन के साथ चलता है इसलिए इन सब के संतुलन के साथ ही सृष्टि संचालित की जा सकती है. असंतुलन की स्थिति में सभी प्राणी को नुकसान होना तय है.
कार्यक्रम का स्वागत उदबोधन देते हुए कुलसचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहद संवेदनशील है. इसलिए यहां शिक्षा के साथ इनके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए भी कार्य किया जा रहा है. यहां के युवा इस बात को बेहतर समझते हैं . उन्होंने कहा कि जलवायु, ऊर्जा, पर्यावरण और जल में युवाओं का नेतृत्व’ विषय पर आयोजित इस कार्यशाला की भूमिका – हरित अर्थव्यवस्था में उभरते करियर विकल्प को समझें और COP26 में हमारे देश द्वारा रखे गए महत्वाकांक्षी जलवायु लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नेहरू युवा केन्द्र बिलासपुर के जिला समन्वयक सौरभ निषाद ने युवाओं के लिए नेहरू युवा केन्द्र द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि वर्तमान परीपेक्षय में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन में युवाओं की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सुश्री चार्मी पटेल, राज्य सलाहकार, यूनिसेफ ने युवा जुड़ाव और नेतृत्व में जलवायु लचीला पीने का पानी सुविधा और स्रोत स्थिरता विषय पर युवा पीढ़ी की महत्वपूर्ण भूमिका को विस्तार से समझाया। साथ ही देशभर में संचालित यूनीसेफ के विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री चंदन कुमार, राज्य सलाहकार, यूनिसेफ ने जलवायु कार्रवाई और जलवायु पर युवा आवाज के लिए कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों में बिहेवियर क्लब की स्थापना और इसकी भूमिका को विस्तार से समझाया। साथ ही देशभर में संचालित यूनीसेफ के बिहेवियर क्लब की जानकारी प्रदान किया।
कार्यक्रम के रिसोर्स पर्संन श्री रोहित वाधवा, अधिप्राप्ति एवं अनुबंध विशेषज्ञ, जल जीवन मिशन ने हरित ऊर्जा पर सरकार की नीति और युवाओं के लिए संभावित करियर पथ विषय पर अनुभव साझा किया. कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर अरविंद तिवारी, डीन ऐकेडमिक, ने कहा कि यहां का हर एक विद्यार्थी अपने बाद 10 युवाओं को प्रेरित करेगा तभी इस कार्यक्रम की सार्थकता होगी. कार्यक्रम में उपस्थित बिहेवियर क्लब गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की नोडल अधिकारी एवं प्राध्यापक डा अर्चना यादव ने क्लाइमेट एक्शन – मिशन लाइफ़ और Y20 के अनुरूप व्यक्तिगत और विश्वविद्यालय स्तर के साथ-साथ राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक जलवायु क्रियाओं में योगदान करने के लिए युवाओं की भूमिका को विस्तार से समझाया।
कार्यक्रम में उपस्थित बिहेवियर क्लब गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की नोडल अधिकारी एवं प्राध्यापक डा अर्चना यादव ने क्लाइमेट एक्शन – मिशन लाइफ़ और Y20 के अनुरूप व्यक्तिगत और विश्वविद्यालय स्तर के साथ-साथ राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक जलवायु क्रियाओं में योगदान करने के लिए युवाओं की भूमिका को विस्तार से समझाया।
कार्यक्रम के संयोजक डा अनुपम तिवारी, विभागाध्यक्ष ग्रामीण प्रौद्योगिकी एवं विशेषज्ञ ने विश्वसनीय ज्ञान उत्पाद, अवसर, करियर विकल्प, उनकी क्षमता बढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम और 21वीं सदी के आवश्यक कौशल सीखने और ग्रीन जॉब सेक्टर में अवसरों तक पहुंचने एवं इन क्षेत्रों को समझने और उभरती हरित नौकरियों/करियर में अपने स्वयं के करियर पथ को सूचित करने के लिए ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग डा सी वी रामन विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न अनुकरणीय और सहायक गतिविधियों का विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। डा अनुपम तिवारी ने बताया कि जलवायु पर युवाओं की भागीदारी का अवलोकन, ऊर्जा, पर्यावरण और पानी सहित उभरते क्षेत्रों में हरित रोजगार और सामाजिक व्यवहार के लिए आयोजित इस कार्यशाला को आयोजित करने में यूनीसेफ के सुश्री श्वेता पटनायक, वॉश विशेषज्ञ यूनिसेफ रायपुर एवं अभिषेक सिंह, राज्य एसबीसी विशेषज्ञ, यूनिसेफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही
डा तिवारी ने सभी का धन्यवाद किया।
कार्यक्रम का संयोजन विभागाध्यक्ष ग्रामीण प्रौद्योगिकी डा अनुपम तिवारी ने एवं कार्यक्रम संचालन डा गुरुप्रीत बग्गा ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय पीआरओ किशोर सिंह, डा काजल मोइत्रा, डा रश्मि वर्मा, डॉ रिचा यादव, डॉ आर के सिंह, डॉ अभिषेक पाठक, डॉ सतिष् साहू, डॉ अमित शर्मा सहित सी वी रामन विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों एवं आसपास के महाविद्यालयों के छात्र छात्राएं एवं रिसर्च स्कालर उपस्थित रहें।