विराट 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं पावन प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री दीप महायज्ञ के साथ आयोजन का समापन

367

विराट 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं पावन प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री दीप महायज्ञ के साथ आयोजन का समापन

भुवन वर्मा बिलासपुर 19 फ़रवरी 2023

बिलासपुर । हम बदलेंगे-युग बदलेगा, हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा, नया समाज बनायेंगे, नया जमाना लायेंगे, ज्ञान यज्ञ की लाल मषाल सदा जलेगी-सदा जलेगी, इक्किसवीं सदी-नारी सदी, नारियों जागो-अपने को पहचानो, जन्म जहाॅ पर हमने पाया, ज्ञान जहाॅ से हमने पाया, अन्न जहा का हमने खाया, वह है प्यार देष हमारा, देष की रक्षा कौन करेगा हम करेंगे-हम करेंगे, संस्कृति की रक्षा कौन करेगा, हम करेंगे-हम करेंगे सावधान नया युग आ रहा है! इसी संकल्प के साथ अखिल विष्व गायत्री परिवार के संस्थापक, उज्जवल भविश्य के उद्घोशक वेदमूर्ति तपोनिश्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माताजी के सूक्ष्म एवं दिव्य संरक्षण में विराट 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ 16 फरवरी से 19 फरवरी तक न्यायधानी बिलासपुर नगर के वार्ड बंधवापारा इमलीभाठा में कार्यक्रम का चर्तुथ एवं अंतिम दिवस में पाॅच हजार श्रद्धालु भक्तों के द्वारा यज्ञ भगवान को विष्वमंगल कामना एवं सभी की खुषहाली हेतु आहुति समर्पित किया।

अखिल विष्व गायत्री परिवार गायत्री तीर्थ शांतिकुज हरिद्वार उत्तराखण्ड से पधारे ऋृशि पुत्र जिसमें कथा व्यास पंडित- डा. शिवानंद साहू, सह टोली नायक- गोरा प्रसाद साहू, संगीत- चन्द्रभान मोर्य, वादक- सोमार नागेश, चालक- विनोद नेताम, सहयोगी- श्रीकांत गुप्ता एवं विषेश उपस्थिति श्री योगेष पटेल कथा वाचक एवं विष्व विख्यात संगीतज्ञ- पुश्कर सिंह राज के मार्गदर्षन में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ षानदार एवं विराट 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

अपनी संस्कृति को बचाने की आवश्यकता

कथा व्यास पंडित ऋषि श्री शिवानंद साहू ने प्रवचन में कहा कि अपनी संस्कृति जिसे देव संस्कृति के रूप में पूरे विश्व में मान्यता मिली हुई थीए शर्मसार किया जा रहा है। इन्हीं पाष्चात्य संस्कृति के कुप्रभावए चलन को रोकने के लिए अखिल भारतीय विश्व गायत्री परिवार की स्थापना की गई है और लगातार इसे बचाने के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि समाज निर्माणए राष्ट्र निर्माण से युग निर्माण के साथ जीवन जीने की कला सिखाने वाले मानव का निर्माण ही शांति कुंज हरिद्वार का उद्देश्य है।

हर तरफ रहा भक्ति का माहौल

बँधवापारा इमलीभाठा के गीता पब्लिक स्कुल के मैदान पर गायत्री महायज्ञ के चतुर्थ दिवस हवन पुजन यज्ञ में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। संगीतमय गीतों एंव भजनों से पंडाल में बैठे सभी यजमान भक्तगण तालिया बजाते रहें। यज्ञ स्थल पर हर तरफ भक्ती की बयार बहती नजर आईं। कार्यक्रम स्थल में माता गायत्री मंदिर, भगवान षिव मंदिर, प्रखर प्रज्ञा एवं सजल श्रद्धा स्मारक में दर्षन हेतु भक्तों की कतारें लगी रही। अंतिम दिवस में श्रद्धालुओं ने सभी 51 कुंडो में यज्ञ भगवान को नारियल का गोला, खीर पुड़ी समर्पित कर सुख षांति संवृद्धि व खुषहाली की प्रार्थना की।

कार्यक्रम में सभी वर्गो का रहा सहयोग – युग ऋृशि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित प्रज्ञा पुराण कथा का वाचन पहली बार वार्ड में हुआ। महायज्ञ में हर जाति, वर्ग, धर्म, और सम्प्रदाय के व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया ताकि समाज में एक नवजागरण हो सकें। इसके साथ ही यज्ञ में बुरी आदतों को छोड़ने का संकल्प भी दिलाया गया।

कार्यक्रम में विभिन्न संस्कार हुए निःशूल्क – शांतिकुंज हरिद्वार से पहुंचे आचार्यो द्वारा 04 दिवसीय कार्यक्रम में निःषुल्क विभिन्न संस्कार कराया गया जिसमें दीक्षा संस्कार- 45, पुंसवन संस्कार- 12, नामकरण संस्कार- 10, विघारंभ संस्कार- 36, यज्ञोपवीत संस्कार- 16 विवाह संस्कार-01, आदर्ष विवाह संस्कार- 1 जोड़ा:- कु. सरिता साहू (गनियारी कोटा) संग मंजीत साहू (नगोई तखतपुर) का आदर्ष विवाह कराया गया। बताया गया कि गायत्री यज्ञ का उद्देष्य ही है कि विविध संस्कारों के माध्यम से संस्कारित समाज की नव स्थापना हो सकें। यही भारतीय जीवन दर्षन की मूलभूत अवधारण भी है।

यज्ञ स्थल में दीपयज्ञ कार्यक्रम – यज्ञीय संचालन हेतु शांतिकुंज से पहुंचे विषेश रूप से श्री योगेष पटेल जी एंव विख्यात संगीतज्ञ श्री पुष्कर सिंह राज ने तृतीय दिवस सांय कालीन कार्यक्रम में इक्कीसवी सदी उज्जवल भविश्य, सावधान नया युग आ रहा है, महाकाल की चली सवारी-चलो साथ हो जाये, बदलो अपनी चाल नया युग आने वाला है-हुई दिषायें लाल अंधेरा जाने वाला है, चलो करे स्वागत आरती सजा लो कि दीप जला लो कि नया युग चला आ रहा है, हम मा गायत्री के बेटे-तुम्हे जगाने आये है, भक्तीमय संगीत के द्वारा यज्ञ स्थल पर 5551 दीये जलाकर दीप महायज्ञ का कार्यक्रम सम्पन्न कराया। दीये से पूरा पंडाल जगमगा उठा।

जलतें दीपों के साथ छोटी छोटी बच्चियों के द्वारा डांडिया नृत्य करते हुए नवयुग का स्वागत किया। दीपों के माध्यम से कलात्मक रंगोली सजाकर मानव कल्याण के साथ सबके लिए सद्बुद्धि एवं उज्ज्वल भविष्य की प्रार्थना करते हुए गायत्री मंत्र एवं महामृत्यंजय मंत्र की आहुतियां दीं।

कार्यक्रम में नगर के विधायक मंत्री एवं विषेश अतिथियों की उपस्थिति – नगर के विधायक श्री षैलेश पांडेय सपत्निक ऋृतु पांडेय कार्यक्रम में भाग लियें। इसी प्राकर नगर के महापौर श्री रामषरण यादव जी पूरे परिवार सहित यज्ञीय कार्य में भाग लियें। इसी प्रकार पूर्व विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री रहे श्री अमर अग्रवाल जी सपरिवार उपस्थित होकर यज्ञ भगवान से नगर की खुषहाली एवं विष्वमंगल कामना की प्रार्थना की। इसी प्रकार विष्व स्तर पर ख्याति प्राप्त नेत्र रोग विषेशय डाॅ. एल.सी.मढ़रिया जी सपत्निक परिवार सहित यज्ञ में षामिल होकर विष्व कल्याण की प्रार्थना की। इसी प्रकार संजीवनी हाॅस्पिटल के संचालक श्री विनोद तिवारी जी दीपयज्ञ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। मिडिया जगत के विषेश हस्तिया मौजूद रहें।

गायत्री परिवार उपजोन समन्वयक बिलासपुर संभाग एवं कार्यक्रम आयोजन समिति एवं यज्ञ षाला प्रभारी – श्री धनसाय बैगा ने बताया कि लोगो में गायत्री एवं यज्ञ के माध्यम से परिवारों में संस्कार परम्परा का जागरण करना गायत्री परिवार का मुख्य उद्देष्य है। गायत्री मंत्र के जाप से व्यक्ति का सब कुछ सुधारा जा सकता है। यह गुरु मंत्र है। इससे सद्बुद्धि आती है। गायत्री मंत्र से ही चारों वेदों की उत्पत्ति हुई है। यज्ञ के माध्यम से व्यक्ति देव ऋण से मुक्त हो सकता है। यज्ञ से प्रत्येक प्राणी को सात्विक वातावरण मिलता है। जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को संस्कार कराना चाहिए। संस्कार हीन व्यक्ति का जीवन पशु के समान होता है।

कार्यक्रम आयोजन समिति एवं व्यवस्था प्रभारी – बी.आर.ध्रुवे ने बताया कि 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ बंधवापारा इमलीभाठा वार्ड में पहली बार बड़ा आयोजन हुआ। कार्यक्रम बहुत ही विराट, भव्य, षानदार एवं सफल रहा। कोरोना काल के बाद जिलें में जगह जगह 24 कुंडीय एवं 09 कुंडीय गायत्री यज्ञ सम्पन्न हो रहें है। भविश्य में भी इसी प्रकार बिलासपुर नगर में बड़े कार्यक्रम की योजना बनी है।

कार्यक्रम को सफल बनाने में यज्ञ आयोजन समिति के प्रमुख लखन श्रीवास, उपजोन समन्वयक एवं यज्ञ शाला प्रभारी धनसाय बैगा, आयोजन व्यवस्था समिति के प्रमुख बी.आर.ध्रुवे, प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ संयोजक- ओम प्रकाश राठौर, मंच संचालन- सुरेन्द गुप्ता, एस.पी.चैहान, सहयोगी- आर.एन.राजपूत, लखन राजपूत, मंगलराम यादव, द्वारिका साहू, गोपाल सिंह इनवाती, किर्ती गायग्वाल, कमल प्रसाद सारथी, समारू चैहान, चन्द्रहास लोधी, वेदराम सिन्हा, रनजीत गढ़ेवाल, दषरथ राम साहू, थान सिंह ठाकुर, लक्की साहू ईष्वर भारती, रमाकांत कौशिक, नारायण साहू, देवकुमार साहू, बंधन सिंह यादव, जग्गूराम साहू, देवी यादव, लक्ष्मण यादव, चन्द्रहास लोधी, गौरी श्ंकर साहू, योगेश साहू, राजेश देवांगन, गोरेलाल निषाद, रामकुमार साहू, विवके साहू, एमएल षर्मा, पुहुप सिंह, रामस्वरूप सागर, प्रकाष साहू आदि महिला सहयोगी- सावित्री गढ़ेवाल, सुशीला यादव, प्रमिला कौषिक, षोभा सिंह, रीना ठाकुर, शशि ध्रुवे, सुनिता साहू, जगेश्वरी साहू, शोभा सोनी, प्रमिला कौशिक, रामबाई यादव, शांति साहू, रोमा साहू, मनोरमा कोरी, आशा ध्रुवे, माधुरी यादव, वीणा यादव, इंदु राज, सावित्री वस्त्रकार, अनुसुईया वर्मा एवं अन्य परिजन अपना समय देते हुए तन-मन-धन से सहयोग प्रदान किया।

About The Author

367 thoughts on “विराट 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं पावन प्रज्ञा पुराण कथा एवं गायत्री दीप महायज्ञ के साथ आयोजन का समापन

  1. I highly advise stay away from this site. The experience I had with it has been nothing but dismay as well as doubts about deceptive behavior. Be extremely cautious, or better yet, find a more reputable site to meet your needs.

  2. I strongly recommend to avoid this site. My personal experience with it has been nothing but dismay along with doubts about fraudulent activities. Proceed with extreme caution, or alternatively, find a more reputable site for your needs.

  3. I strongly recommend steer clear of this site. My own encounter with it was purely frustration and suspicion of deceptive behavior. Exercise extreme caution, or even better, seek out a more reputable platform for your needs.

  4. I highly advise stay away from this site. My personal experience with it was nothing but dismay and doubts about scamming practices. Proceed with extreme caution, or even better, look for an honest service to fulfill your requirements.

  5. I highly advise to avoid this platform. The experience I had with it has been only frustration as well as doubts about fraudulent activities. Proceed with extreme caution, or better yet, look for a trustworthy site to meet your needs.

  6. I strongly recommend steer clear of this platform. The experience I had with it was only disappointment along with concerns regarding scamming practices. Exercise extreme caution, or even better, seek out a trustworthy service to meet your needs.

  7. I highly advise steer clear of this site. My personal experience with it was nothing but disappointment and doubts about deceptive behavior. Exercise extreme caution, or even better, seek out a trustworthy platform for your needs.

  8. I strongly recommend to avoid this site. My personal experience with it was purely dismay along with suspicion of deceptive behavior. Proceed with extreme caution, or better yet, look for a trustworthy service for your needs.

  9. I strongly recommend to avoid this site. The experience I had with it has been nothing but disappointment as well as concerns regarding deceptive behavior. Exercise extreme caution, or alternatively, find a trustworthy site to meet your needs.

  10. I urge you steer clear of this platform. My personal experience with it was nothing but dismay as well as doubts about scamming practices. Proceed with extreme caution, or even better, seek out an honest service for your needs.

  11. I urge you to avoid this platform. The experience I had with it was only frustration and suspicion of deceptive behavior. Be extremely cautious, or alternatively, find an honest service for your needs.

  12. I urge you to avoid this platform. The experience I had with it has been nothing but frustration as well as suspicion of deceptive behavior. Proceed with extreme caution, or even better, find a trustworthy service to meet your needs.

  13. I highly advise steer clear of this platform. The experience I had with it has been nothing but dismay as well as suspicion of fraudulent activities. Be extremely cautious, or better yet, find an honest platform to fulfill your requirements.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *