मनवा कुर्मी महिला समिति द्वारा छतीसगढ़ के पारम्परिक पर्व भोजली का आयोजन : रजनी विजय बघेल ने अमृत महोत्सव एवं भोजली महापर्व की दी शुभकामनाएं
मनवा कुर्मी महिला समिति द्वारा छतीसगढ़ के पारम्परिक पर्व भोजली का आयोजन : रजनी विजय बघेल ने अमृत महोत्सव एवं भोजली महापर्व की दी शुभकामनाएं
भुवन वर्मा बिलासपुर 14 अगस्त 2022
भिलाई । गत शनिवार को दोपहर से शाम तक कुर्मिभवन सेक्टर 7 भिलाई में मनवा कुर्मी महिला समिति की सदस्यों ने मिलकर छतीसगढ़ में सावन में मनाए जाने वाले प्रमुख पारम्परिक पर्व भोजली का आयोजन किया । इसका उद्देश्य नई पीढ़ी को पुरानी परम्पराओं से पुनः परिचित करवाना है।
“भोजली” की शुरूवात पहले जमाने मे नागपंचमी के दिन अखाड़े की मिट्टी या कहीं कहीं कुम्हार के घर की मिट्टी लाकर उसमें भोजली के बीज बोने से होती थी। वर्तमान में कुम्हार बिरले हैं और अखाड़े की परंपरा भी नही रही इसलिये अब पवित्र स्थान की मिट्टी लेकर उसे रेत, राखड़ और उर्वरक के साथ तैयार किया जाता है। कमरे के भीतर रखकर उसमें बीज के रूप में गेहूँ, जौ ,दलहन, तिलहन आदि बोये जाते हैं। दोनो समय उनके समक्ष धूप दीप पूजा आरती के साथ सेवा गाया जाता है। हल्दी पानी का छिड़काव किया जाता है। पहले भोजली में बोये बीजों की वृद्धि को देखकर ही भुजलीकरण नई फसल के लिये मौसम और उपज का पूर्वनिर्धारण किया जाता था। रक्षाबन्धन के दिन राखी चढ़ाकर दूसरे दिन पूजा आरती के पश्चात भोजली विसर्जन किया जाता है। जीव-जन्तु,घर-परिवार,देश समाज सम्पूर्ण सृष्टि के हित की मंगल कामना करते हुए यह पर्व छत्तीसगढ़ में बेटी बहुओं के पर्व में रूप में छत्तीसगढ़ में मनाया जाता है।
मनवा कुर्मी महिला समिति की सदस्यों ने घरों में नियत तिथि में भोजली बोई थी जिसे कुर्मी भवन में लाकर पूजा अर्चना की गई। माई पहुना (मुख्य अतिथि) के रूप में लोकप्रिय सांसद विजय बघेल जी की पत्नी रजनी बघेल जी उपस्थित थीं। उन्होंने सदैव महिला समिति की बहनों को प्रोत्साहित किया है। उनके द्वारा पूजा अर्चना के बाद मनोरंजक सवाल जवाब से कार्यक्रम की शुरुवात हुई। सदस्यों ने गोटा,फुगड़ी,बिल्ल्स,जैसे पारम्परिक खेल खेले तथा राजगीत गायन के बाद भोजली की परम्परा व उपयोगिता के विषय मे वरिष्ठ सदस्य व संयोजक अरुणा वर्मा द्वारा विस्तार से नई पीढ़ी को जानकारी दी गई। इसके बाद भोजली गीत व छत्तीसगढ़ी समूह व एकल नृत्य प्रस्तुत किये गये। समिति की ही महिला भजन मंडलीयों द्वारा भोजली सेवा गीतों की प्रस्तुति की गई। खेल के विजेताओं व सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले सदस्यों को पुरस्कृत किया गया। कार्यकम के दूसरे सत्र में लाल पीले पारम्परिक परिधान में सजी महिलाएं कुर्मी भवन सेक्टर 7 से तालाब की ओर भोजली विसर्जन के लिये पंक्तिबद्ध होकर भोजली गीत गाते हुए सर पर भोजली रखकर तालाब पहुँची और तालाब पर पहुंचकर विदाई के पूर्व भोजली देवी को प्रणाम कर देवी गंगा की स्तुति गान करने लगीं। यह दृश्य भक्ति और आस्था के साथ प्रकृति के प्रति कृतघ्यता का अनुपम रुप प्रस्तुत कर रहा था। पुरानी पीढ़ी द्वारा नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति की जानकारी देने के लिये इस पर्व का आयोजन किया गया था। मनवा महिला समिति पहले भी अपने विशेष और अलग तरह के आयोजनों द्वारा सन्देश देती आई है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सावित्री वर्मा ने किया मंच संचालन मेनका वर्मा ने किया। कार्यकम में समिति की संयोजक मिथिला खिचरिया,गीता गुलाब वर्मा,उपाध्यक्ष राजेश्वरी वर्मा,मुख्य कोषाध्यक्ष मनीषा वर्मा,महासचिव अनुराधा वर्मा, पुष्पलता वर्मा,वीणा वर्मा,तारिणी वर्मा,रश्मिवर्मा ,कावेरी वर्मा, विजयलक्ष्मी,चंद्रकांता आदि का मुख्य सहयोग रहा।
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