मुख्यमंत्री ने स्व रामाधार कश्यप के जीवनसंघर्ष पर आधारित पुस्तक का किया लोकार्पण : छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में रामाधार कश्यप की रही अग्रणी भूमिका: भूपेश बघेल

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मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय रामाधार कश्यप के जीवन
संघर्ष पर आधारित पुस्तक का किया लोकार्पण : छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में रामाधार कश्यप
की रही अग्रणी भूमिका: भूपेश बघेल

भुवन वर्मा बिलासपुर 6 जुलाई 2022

बिलासपुर शहर में लगेगी स्व. रामाधार कश्यप की
प्रतिमा: मुख्यमंत्री ने की घोषणा

बिलासपुर 06 जुलाई 2022/मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बिलासपुर के लखीराम ऑडिटोरियम में आयोजित एक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के महान योद्धा एवं पूर्व राज्यसभा सांसद स्वर्गीय श्री रामाधार कश्यप के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण एवं विमोचन किया। उन्होंने प्रथम पुण्यतिथि पर स्वर्गीय रामाधार कश्यप की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बिलासपुर शहर के किसी प्रमुख चौक पर स्वर्गीय रामाधार कश्यप की प्रतिमा स्थापित करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष श्री चरणदास मंहत ने की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वर्गीय रामाधार कश्यप के अनन्य सहयोगी श्री मन्नूलाल साहू एवं श्री सुशील भोले का आयोजन समिति की ओर से शाल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।


मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वर्गीय श्री रामाधार कश्यप के जीवन संघर्ष पर आधारित पुस्तक ‘‘पृथक छत्तीसगढ़ आंदोलन के दुर्धर्ष नायक रामाधार कश्यप’’ का विमोचन एवं लोकार्पण किया। इस पुस्तक का संपादन साहित्यकार श्री डी. डी. महंत ने किया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय रामाधार कश्यप बहुत ही सरल और सहज स्वभाव के व्यक्तित्व थे और पृथक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए संचालित आंदोलन में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय कश्यप ने राज्य निर्माण आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई तथा अन्य लोगों को भी इस आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। स्वर्गीय कश्यप जी राज्य निर्माण के स्वप्नद्रष्टा डॉ. खूबचंद बघेल से काफी प्रभावित थे। उन्होंने छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति के संरक्षण के महत्व को उजागर किया तथा आम जनता को शोषण और अन्याय से मुक्ति दिलाने के लिए पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण का उद्घोष किया। कश्यप जी ने 1969 में पृथक छतीसगढ़ राज्य निर्माण को लेकर मध्यप्रदेश विधानसभा में पर्चा फेंककर कर पूरे देश का ध्यान छत्तीसगढ़ की समस्याओं की ओर आकृष्ट किया था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत ने कहा कि दुर्धर्ष का अर्थ है जिसको परास्त न किया जा सके और स्वर्गीय कश्यप जी ऐसे ही शख्शियत के मालिक थे। श्री कश्यप बहुत ही सहज, सरल और बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। छत्तीसगढ़ की अस्मिता के लिए उनकी लड़ाई और संघर्ष अविस्मरणीय रहेगा।

कार्यक्रम का आयोजन प्रभा देवी मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी बिलासपुर के द्वारा किया गया। इस अवसर पर दुर्ग सांसद विजय बघेल, बिलासपुर सांसद अरुण साव, तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, बिलासपुर विधायक शैलेश पाण्डेय, मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी, लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, बिलासपुर महापौर रामशरण यादव,प्रमोद नायक ,अरूण सिंह चौहान ,अर्जुन तिवारी सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी के अलावा डॉ शारदा कश्यप ,अनुपमा कश्यप ,चंद्रकांत कश्यप सहित कश्यप परिवार के अनेक सदस्य उपस्थित थे ।

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