पंचतत्व में विलीन हुये शहीद विप्लव त्रिपाठी ,अनुजा व नन्हा बालक अवीर : नम आंखों से छत्तीसगढ़ के सपूत को अंचलवासियों ने दी बिदाई,
पंचतत्व में विलीन हुये शहीद विप्लव त्रिपाठी ,अनुजा व नन्हा बालक अवीर : नम आंखों से छत्तीसगढ़ के सपूत को अंचलवासियों ने दी बिदाई,
भुवन वर्मा बिलासपुर 16 नवंबर 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायगढ़ — गत दिवस मणिपुर में आतंकी हमले में शहीद हुये कर्नल विप्लव त्रिपाठी , उनकी पत्नी अनुजा तथा मासूम पुत्र अवीर का पार्थिव देह आज सेना के विशेष विमान से रायगढ़ पहुंचा। शहीद कर्नल त्रिपाठी का पार्थिव देह आज जैसे ही सेना के विशेष विमान से जिंदल एयरपोर्ट पर उतरा , यहां मौजूद लोगों ने देश की सुरक्षा में शहीद हुये कर्नल त्रिपाठी के सम्मान में जोरदार जयघोष किया। उनका पार्थिव देह लेने ना केवल परिजन एयरपोर्ट पहुंचे थे , बल्कि भारी संख्या में युवा वर्ग भी एयरपोर्ट पहुँच गया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इसी कड़ी में सांसद रायगढ़ श्रीमती गोमती साय , विधायक रायगढ़ प्रकाश नायक , विधायक लैलूंगा चक्रधर सिदार , जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल , कलेक्टर भीम सिंह , पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा सहिउ रायगढ़ शहर के हजारों लोगों ने एयरपोर्ट में शहीदों को श्रद्धांजलि दी।यहां से तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव देह को पूरे सम्मान के साथ सेना के वाहन से उनके घर लाया गया।
शहीद का शव जब उनके घर पहुंचा तो उनके माता पिता ने उन्हें नमन किया और सलामी देते हुये कहा- जय हिंद साहब। उनके माता आशा त्रिपाठी के ऐसा कहने से पूरा माहौल भावुक हो उठा , कई लोगो की आंखे छलछला गई। इसके बाद पारंपरिक विधान किया गया। यहां से पूरे सम्मान के साथ तीनों का पार्थिव देह नगर के रामलीला मैदान लाया गया , जहां नगरवासियों ने देश के लिये शहीद होने वाले कर्नल विप्लव , उनकी पत्नी व पुत्र के प्रति संवेदना जताते हुये अपनी-अपनी ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पश्चात सर्किट हाउस मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। मुक्तिधाम में शहीद विप्लव के भाई अनय त्रिपाठी ने उन्हें मुखाग्नि दी , अनय खुद भी सेना में हैं। शहीद को दो बार गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। पहला रामलीला मैदान में असम राइफल्स जे जवानों ने दी इसके बाद मुक्तिधाम में भी अंतिम सलामी दी गई। इस दौरान उपस्थित जनसमुदायों ने नम आंखों से तीनों को अंतिम विदाई दी।