हमें विपक्षियों के द्वेषपूर्ण अभियान से लड़ना होगा – सोनिया गांधी
हमें विपक्षियों के द्वेषपूर्ण अभियान से लड़ना होगा – सोनिया गांधी
भुवन वर्मा बिलासपुर 26 अक्टूबर 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली – हमारे कार्यकर्त्ताओं को भाजपा और आरएसएस के इशारे पर दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियानों के निरंतर हमले का सामना करने के लिये प्रशिक्षित करना चाहिये। हमारा अपना इतिहास इस बात का गवाह है कि अगर किसी संगठन को अन्याय और असमानता के खिलाफ सफल होना है , अगर उसे हाशिये पर पड़े लोगों के अधिकारों की प्रभावी हिमायत करनी है , तो उसे जमीनी स्तर पर एक व्यापक आंदोलन खड़ा करना होगा।
उक्त बातें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों , महासचिवों और राज्य प्रभारियों को सम्बोधित करते हुये कही। हमारे लोगों को कांग्रेस की मूल विचारधारा को बनाये रखते हुये और उसे पेश करते हुये इससे लड़ने के लिये प्रशिक्षित करना चाहिये। मैं इस अवसर पर पीसीसी अध्यक्षों , महासचिवों और प्रभारियों में से प्रत्येक को इस बात पर जोर देना चाहती हूं कि नये सदस्य किसी भी राजनीतिक आंदोलन की जीवनदायिनी हैं। देश भर के युवा पुरुष और महिलायें अपनी आकांक्षाओं को आवाज देने के लिये एक आंदोलन चाहते हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें एक मंच प्रदान करें , जैसा कि हमने पिछली पीढ़ियों से किया है। आगामी एक नवम्बर से शुरू होने जा रहे सदस्यता अभियान के मद्देनजर आपको प्रत्येक वार्ड और गाँव के लिये प्रपत्रों की उचित वितरण सुनिश्चित करना होगा। पारदर्शी तरीके से सदस्यों को नामांकित करने के लिये आपको घर-घर जाकर कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों की पहचान करनी होगी और उन्हें सौंपना होगा। आपको राज्य , जिला , ब्लॉक , वार्ड और ग्राम स्तर पर इन व्यक्तियों की जिम्मेदारियों का स्पष्ट चित्रण सुनिश्चित करना चाहिये। यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है जिसे आपको सौंपा गया है। इस बैठक में सोनिया ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्त्ताओं को संदेश दिया है कि हमें वैचारिक रूप से बीजेपी और आरएसएस के द्वेषपूर्ण अभियान से लड़ना होगा। इस दौरान सोनिया गांधी ने बीजेपी और आरएसएस को टारगेट करते हुये कहा कि अगर हमें इस लड़ाई को जीतना है तो हमें दृढ़ विश्वास के साथ लोगों के सामने उनके झूठ का पर्दाफाश करना चाहिये। अगले साल पंजाब , यूपी , गोवा , मणिपुर और उत्तराखंड पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। इन राज्यों में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्त्ता और नेता इन लड़ाईयों का मुकाबला करने के लिये कमर कस रहे हैं। हमारा अभियान समाज के सभी वर्गों के साथ व्यापक चर्चा से निकले ठोस नीतियों और कार्यक्रमों पर आधारित होना चाहिये। इस दौरान उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को अनुशासन और एकता का पाठ पढ़ाते हुये कहा कि निजी महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठते हुये पार्टी को मजबूत करने पर सबका ध्यान होना चाहिये। पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी , पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा , संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा अन्य महासचिव , प्रभारी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष शामिल थे।