देवेंद्र पांडेय पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के खिलाफ 420 के तहत एफ आई आर दर्ज

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देवेंद्र पांडेय पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के खिलाफ 420 के तहत एफआईआर दर्ज

भुवन वर्मा बिलासपुर 26 अक्टूबर 2021

कोरबा । सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडे के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया। कोरबा के रामपुर थाना में देवेंद्र पांडे के खिलाफ नजरी नक्शा में फेरबदल और अन्य आरोप के आधार पर धोखाधड़ी यानी धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। सृष्टि मेडिकल इंस्टिट्यूट कोरबा का मामला फिर से परवान चढ़ गया है। पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री निवास के समक्ष भूख हड़ताल पर आज बैठने वाले थे। श्री कंवर के इस चेतावनी से प्रशासन ने हड़कंप मच गया था। इसी बीच प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप पर बिलासपुर
विदित हो कि यह मामला कोरबा के रजगामार रोड पर स्थित सृष्टी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर के संचालन से जुड़ा है। पांडे के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट जिला पंचायत के सदस्य संदीप कंवर ने लिखाई है। संदीप भाजपा के वरिष्ट नेता व रामपुर विधायक ननकीराम कंवर के पुत्र हैं।

उन्होंने बताया गया है कि सृष्टी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर एक पंजीकृत संस्था है। इसके अध्यक्ष देवेन्द्र पांडे हैं। उन्होंने संस्था का आजीवन सदस्य बनाने के लिए संदीप कंवर से 25 अक्टूबर, 2010 को 20 लाख रुपए प्राप्त किया था। लेकिन संदीप को संस्था का सदस्य नहीं बनाया गया। संदीप ने रुपए लौटाने की मांग किया तो पांडे आज कल की बात कहकर टालमटोल करते रहे।

बार बार रुपए लौटाने की मांग करने पर 20 जनवरी, 2014 देवेन्द्र पांडे ने चेक के माध्यम से संदीप को 10 लाख रुपए लौटा दिया। शेष राशि आज तक नहीं लौटाई गई। संदीप का आरोप है कि आजीवन सदस्य बनाने के नाम पर पांड ने चारसौबीसी किया।

कंवर ने कोतवाली थाना में पांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसकी जांच कई माह से चल रही थी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर देवेन्द्र पांडे के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) का केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच चल रही है।

  • कंवर परिवार के चार लोगों को बनाया जाना था सदस्य
    संदीप कंवर ने आरोप लगाया है कि सृष्टी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर के संचालन में कंवर परिवार के चार लागों को आजीवन सदस्य बनाया जाना था। इसमें संदीप कंवर, निर्मला कंवर, प्रमोद कंवर और अनिता कंवर शामिल थी। प्रत्येक सदस्य के लिए ढाई ढाई लाख रुपए कुल २० लाख रुपए देवेन्द्र पांडे को दिया गया था। कंवर ने आरोप है कि समिति के पंजीयन नियम में दान लेना प्रतिबंधित है लेकिन उसके बाद भी आर्थिक लाभ के लिए जानबूझ कर नियम कानून को तोड़ गया।
    बंधक बनाकर मारपीट का आरोप
    संदीप ने बताया है कि उन्होंने रुपए लौटाने की मांग को लेकर देवेन्द्र पांडे के निवास स्थान पर एक बार गया था। वहां उसके साथ जातिगत गाली गलौच और मारपीट की घटना हुई। बंधक बनाकर मारपीट किया गया। संदीप ने इस मामले में भी रामपुर चौकी में केस दर्ज कराई थी। इसकी जांच अभी चल रही है।

शासन से लीज पर मिली जमीन
संदीप ने यह भी आरोप लगाया है कि सृष्टि संस्था रजगामार रोड़ रिस्दी के लिए सरकार की ओर से लीज पर जमीन दी गई थी। शासन का हस्ताक्षेप होने के बाद भी निजी संपत्ति बनाने के लालच में पांडे ने संचालक मंडल में आजीवन सदस्य बनाने का लालच देकर रुपए लिया।

ननकीराम कंवर सृष्टी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर के संरक्षक हैं। संदीप का आरोप है कि कंवर परिवार के चार लोगो को सदस्य बनाए जाने पर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में सदस्यों संख्या बढ़ जाती। इसमें कंवर परिवार का दबदबा होता। देवेन्द्र पांडे मनमानी नहीं कर पाते। जानबूझ कर एक साजिश के तहत कंवर परिवार के सदस्यों को संस्था का आजीवन सदस्य नहीं बनाया गया है।

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