अब जम्मू कश्मीर का विकास होगा और ये प्रदेश , देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देगा : अन्याय का समय खत्म हो चुका – अमित शाह
अब जम्मू कश्मीर का विकास होगा और ये प्रदेश , देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देगा : अन्याय का समय खत्म हो चुका – अमित शाह
भुवन वर्मा बिलासपुर 24 अक्टूबर 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर में विकास युग शुरू हो गया है। मैं जम्मू कश्मीर को आज ये कहने आया हूं कि जम्मू कश्मीर वालों के साथ अन्याय का समय खत्म हो चुका है। अब कोई आपके साथ अन्याय नहीं कर सकता , अब जम्मू कश्मीर का विकास होगा और ये प्रदेश , देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देगा।
उक्त बातें केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने जम्मू-कश्मीर दौरे के दूसरे दिन भगवती नगर जनसभा को संबोधित करते हुये कही। गृहमंत्री शाह के जनसभा स्थल पर पहुंचते ही भारत माता की जय के नारे लगने लगे। गृहमंत्री ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज और क्षेत्र की समृद्धि और विकास का मूल आधार है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से आज जम्मू-कश्मीर शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद जम्मू-कश्मीर के युवाओं की शिक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है , आईंआईटी का ये नया कैंपस हमारे इसी संकल्प को दर्शाता है। दो सौ दस करोड़ की लागत से बने आईआईटी जम्मू के इस नये कैंपस में छात्रों की उच्च शिक्षा के साथ-साथ अच्छे छात्रावास , जिम , इंडोर गेम्स जैसी सभी सुविधायें उपलब्ध हैं। मैंने आज तक इतना आधुनिक कैंपस नहीं देखा। यह सेंटर छात्रों के लिये काफी मददगार सबित होगा , पूरे सेंटर में वाईफाई की सुविधा दी जायैगी। यह बहुआयामी अनुसंधान केंद्र को सप्तऋषि के नाम से जाना जायेगा। सप्तऋषि में अत्याधुनिक उपकरणों से युक्त सात प्रयोगशालायें चलायी जायेंगी।सेटेलाइट कैंपस खोलकर ज्यादा से ज्यादा जम्मू-कश्मीर के बच्चों को आईआईटी में एडमिशन दिलाने की कोशिश होगी। गृहमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही 55 हजार करोड़ का पैकेज जम्मू-कश्मीर को दिया। यह मोदी जी का शासन है , किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। शाह ने मोदी सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुये जम्मू-कश्मीर के सात हजार लोगों को नौकरी का अपॉइंटमेंट लेटर देने का ऐलान किया। वहीं प्रदेश में 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश आने की जानकारी भी दी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सात नये मेडिकल कॉलेज शुरू करने की बात कही। वहीं उन्होंने उज्जवला योजना समेत मोदी सरकार के डेवलपमेंट प्लान का भी जिक्र किया। गृहमंत्री शाह ने कहा पीएम मोदी ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुये अनुच्छेद 370 और 35 ए को खत्म किया। पहले जम्मू में सिखों , खत्रियों , महाजनों को भूमि खरीदने का अधिकार नहीं था। जो शरणार्थी वहां से यहां आये थे , उनके अधिकार नहीं थे , वाल्मीकि , गुर्जर भाइयों के अधिकार नहीं थे। भारत के संविधान के सभी अधिकार अब मेरे इन भाइयों को मिलने वाले हैं।
गौरतलब है कि 05 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद अमित शाह की यह पहली कश्मीर यात्रा है। गृहमंत्री शाह अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जम्मू में एक मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च सेंटर के दो चरणों का उद्घाटन किये और केंद्र के तीसरे चरण की आधारशिला भी रखे। उन्होंने जम्मू के जीडीए ग्राउंड भगवती नगर में विकास परियोजना का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और उपराज्पाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। गृहमंत्री के घाटी दौरे से पहले पूरे कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।