बिलासपुर के सौ साल पुराने अरपा पुल को धरोहर की तरह संरक्षित कर संग्रहालय स्थापित करने की मांग: जन प्रतिनिधि व निगम प्रशासन साधा मौन
बिलासपुर सरकंडा के सौ साल पुराने अरपा पुल को धरोहर की तरह संरक्षित कर संग्रहालय स्थापित करने की मांग: जन प्रतिनिधि व निगम प्रशासन साधा मौन
भुवन वर्मा बिलासपुर 22 मई 2021
बिलासपुर । अरपा के लिए समर्पित कार्यकर्ताओं के संगठन ने मार्मिक पत्र प्रशासन को प्रेषित की है कहा है कि अरपा मैया पर स्थित पुराने पुल हम बिलासपुर वासियों के लिए हमारे घर के किसी महत्वपूर्ण हिस्से से कम नहीं है। यही वो पुल है जिसने सरकंडा क्षेत्र को बिलासपुर शहर से जोड़ने व उन्नत कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई है । लगभग सौ साल से जस के तस खड़ी हमें जोड़ने का काम करती आ रही है ।
सन् 1926 से आज दिनांक तक गुलामी से आजादी तक कई पीढ़ियों ने इस पुल से जुड़े हुए ऐतिहासिक पलों को देखा है साथ ही बिलासपुर वासियों का सुख दुख व भावना पुल से जुड़ा हुआ है।
इस पुल का उपयोग निगम कबाड़ बना कर रखी है अमृत मिशन मे उपयोग होने वाले पाईप को रखने मात्र किया जाना पुराने पुल की महत्ता के अनुरूप उचित प्रतीत नही होता है। नगर निगम बिलासपुर में अनुभवी व होनहार अभियंता कार्यरत हैं, हमे विश्वास है कि वे अवश्य ही अमृत मिशन के पाईप को अन्य तरीकों से स्थापित कर सकेंगे। समस्त अरपा मैया के स्नेही एवं प्रशासनिक अधिकारियों से विनम्र अनुरोध है, कृपया बिलासपुर वासियों के भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पुराने पुल को उनके महत्ता के अनुरूप स्थान प्रदान करते हुए संरक्षित कर संग्रहालय बनाकर आने वाले पीढ़ियों को छत्तीसगढ़ व बिलासपुर के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराने का कष्ट करें। इस बाबत प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं नगर निगम बिलासपुर केआयुक्त पत्र प्रेषित कर चुके हैं ।
इस बाबत लगातार अरपा अर्पण महा-अभियान जिला बिलासपुर (छ.ग.) के सदस्य गण लगातार पिछले साल से शासन प्रशासन से मांग कर रहे हैं पर कुंभकरण की नींद में सोए प्रशासन अब तक उस पर कोई भी विचार नहीं की है ।