प्रधानमंत्री ने रखी संबलपुर आईआईएम परिसर की आधारशिला

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प्रधानमंत्री ने रखी संबलपुर आईआईएम परिसर की आधारशिला

भुवन वर्मा बिलासपुर 2 जनवरी 2021

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

सम्बलपुर — आज स्थायी परिसर के शिलान्यास के साथ ही यहांँ के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक शिला भी रखी गई। ओडिशा की समृद्ध संपदा- खनिजों तथा वनों , कला-संस्कृति , साहित्य और संबलपुर क्षेत्र की हस्तकला की उल्लेखनीयता के साथ आईआईएम का ये स्थायी परिसर ओडिशा की  संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओडिशा को मैंनेजमेंट जगत में नई पहचान देगा। आज खेती से लेकर स्पेस सेक्टर तक जो उत्कृष्ट प्रदर्शन किये जा रहे हैं, उनमें स्टार्टअप के लिये संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं। छोटे शहरों में ऐसे उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना से देश में स्टार्टअप्स व्यवस्था को व्यापक और मजबूत करने में सहायता मिलती है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आईआईएम संबलपुर के स्थायी परिसर की आधारशिला रखने के दौरान कही। इस कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक , केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक , धर्मेन्द्र प्रधान और प्रताप चंद्र सारंगी सहित अधिकारी , उद्योग जगत के प्रमुख , शिक्षाविद और छात्रों सहित लगभग पाँच हजार लोग वर्चुअली शामिल रहे। बता दें कि आईआईएम संबलपुर पहला आईआईएम है जिसने फ्लिप्ड क्लासरूम का आइडिया लागू किया है। इसका बुनियादी विचार डिजिटल और उद्योग से लाइव प्रोजेक्ट के माध्यम से कक्षा में व्यावहारिक शिक्षा देना है। यहाँ बुनियादी सुविधाओं को डिजिटिल तरीके से पढ़ा जाता है और उद्योग से लाइव प्रोजेक्ट्स के माध्यम से कक्षा में प्रायोगिक शिक्षा दी जाती है। इससे पहले पीएम मोदी ने सबसे पहले ओडिशा के लोगों को उनकी मातृभाषा में नये वर्ष की शुभकामनायें दी। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत के युवाओं को भारत में आगे आने वाले बड़े अवसरों के लिये तैयार रहने की आवश्यकता है। इस नये दशक में, हम विश्व स्तर पर ब्रांड इंडिया को एक नई छवि देंगे। देश के नये क्षेत्रों में नये अनुभव लेकर निकल रहे मैंनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभायेंगे। इस साल भारत ने कोविड संकट के बावजूद पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिये हैं। पीएम ने उम्मीद जताई कि यह ओडिशा को प्रबंधन की दुनिया में नई पहचान दिलायेगा और कहा कि देश के नये क्षेत्रों में नए अनुभव के साथ होने वाले प्रबंधित मामलों के विशेषज्ञ भारत को नई ऊंँचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभायेंगे। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 तक भारत में 13 आईआईएम थे। आज 20 आईआईएम हैं। इतना बड़ा टैलेंट पूल ‘आत्मनिर्भर’ अभियान को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
प्रधानमंत्री ने आईआईएम-संबलपुर के छात्रों से ” लोकल को ग्लोबल ” बनाने के लिये नये और नवोन्मेषी समाधान सुझाने का भी अनुरोध करते हुये कहा कि संबलपुरी कपड़ा और हस्तशिल्प दुनियाँ भर में मशहूर है। आईआईएम के छात्रों के लिये संबलपुर के लोकल को वोकल बनाना एक अहम दायित्व है। इस अवसर पर ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि ओडिशा में शिक्षा में तेजी से बदलाव आ रहा है। मुझे खुशी है कि हमारी राज्य शिक्षा के क्षेत्र में अपना दबदबा बरकरार रहा है और पूर्वी भारत के एजुकेशन हब के रूप में उभर रहे हैं।

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