गोबर विक्रेता किसानों के बचत खाते में चतुर्थ किश्त की राशि 8 करोड़ का आज आन लाईन हस्तांतरण: बैजनाथ चंद्राकर

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गोबर विक्रेता किसानों के बचत खाते में चतुर्थ किश्त की राशि 8 करोड़ का आज आन लाईन हस्तांतरण: बैजनाथ चंद्राकर

भुवन वर्मा बिलासपुर 25 सितम्बर 2020

बिलासपुर/रायपुर ।योजना प्रारंभ से अब तक 10.36 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी एवं सहकारी बैंकों से 20.72 करोड़ का भुगतान दिनांक 25-09-2020 को 83809 गोबर विक्रेता किसानों के बचत खाते में चतुर्थ किश्त की राशि 8 करोड़ का आन लाईन हस्तांतरण किया गया ।छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार देश की ऐसी पहली सरकार है जो किसानों, गौपालकों एवं खेतीहर मजदूरों से गोबर खरीदी रही है। गो-धन न्याय योजना अंतर्गत सरकार सीधे पंजीकृत किसानों से 2 रूपये प्रति किलो की दर से गोबर क्रय कर रही है। प्रदेश के 3122 गानों में सरकार द्वारा 1 सितम्बर से 15 सितम्बर 2020 तक 4-01 लाख क्विंटल गोबर क्रय किया गया जिसके लिए चतुर्थ किश्त के रूप में दिनांक 25-09-2020 को 8-02 करोड़ का हस्तांतरण 83809 गोबर विक्रेताओं के बचत खाते में ऑनलाइन हस्तांतरण किया गया है। प्रदेश के 1-27 लाख किसानों द्वारा योजना प्रारंभ से आज तक 10-36 लाख क्विंटल गोबर का क्रय किया गया है, जिसके लिए सहकारी बैंकों द्वारा हितगारहियों के बचत खाते में कुल राशि रूपये 20-72 करोड़ का ऑनलाइन हस्तांतरण किया जा चुका है। अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़सरकार की इस योजना से ग्रामीण खेतीहर किसानों की आमदनी बढ़ा है। करोना काल में यह संजीवनी है। खरीदे गये गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाये जाने का प्रशिक्षण जारी है एवं 30 हजार कुंिवटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन भी हो चुका है। इस वर्मी खाद से मिट्टी की उर्वर शक्ति में इजाफा होगा।जैविक खेती को बढ़ावा मिलने से रासायनिक उर्वरकों की खपत में कमी आयेगी। खेती की लागत में कमी आयेगा। महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा गोबर से दीया, लकड़ी एवं टोकरी आदि बनाये जाने लगे है। गोधन न्याय योजना अन्य राज्य के लिए प्रेरणादायी है।

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