वैश्विक आपदा को अवसर में बदलने में आरबी हॉस्पिटल आतुर : कोरोना मरीजों से भर्ती होते ही जमा करा रहे हैं 50 हजार
वैश्विक आपदा को अवसर में बदलने में आरबी हॉस्पिटल आतुर : कोरोना मरीजों से भर्ती होते ही जमा करा रहे हैं 50 हजार
भुवन वर्मा बिलासपुर 9 सितंबर 2020
बिलासपुर । आपदा को अवसर में बदलने में अग्रणी रामकृष्ण हॉस्पिटल रायपुर की तर्ज पर यहां बिलासपुर में भी आरबी हॉस्पिटल लूट मचा रखी है । अव्यवस्था का आलम यह है आर बी कोविड-19 अस्पताल छोड़कर घर को लौट रहे हैं । प्रशासनिक दबाव के चलते आर बी हॉस्पिटल के प्रबंधन कोरोनावायरस मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू करने को ले देने तैयार तो हो गए । परंतु मरीजों के पहुंचते ही प्रबंधन गिद्ध नजर भर्ती के पहले आपदा को अवसर में बदलते हुए स्थिति अनुसार 50 हजार से 60 हजार तक मरीजों से जमा कराने कहा जाने लगा ।आरबी हॉस्पिटल ग्रामीण मरीजों से बाल की खाल निकालने में लगे हुए हैं ।
ज्ञात हो कि बिलासपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या आज 3000 पार कर गई है ।
जबकि जिला प्रशासन के पास कोविड-अस्पताल में 100, सिम्स 10, अपोलो जैसे महान हॉस्पिटल में मात्र 4 , चित्रकूट भवन में 150 व रेलवे अस्पताल में 75 बेड की सुविधा दी गई है प्रशासन ने मरीज अधिक और बेड कम होने के कारण लगभग साढे आठ सौ संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है ऐसी स्थिति में शासन ने शहर के बड़े हॉस्पिटलों को कोविड-हॉस्पिटल के रूप में शुरू की है ।
वही आरबी अस्पताल में अकलतरा के भर्ती सभी 4 मरीजों ने अव्यवस्था का आलम देखकर किसी तरह रात काटकर दूसरे दिन सुबह मरीजों ने प्रबंधन को पत्र लिखकर अस्पताल से छुट्टी कराने की बात कही प्रबंधन पीपीई कीट नहीं होने की हवाला करते हुए किसी तरह शाम को छोड़ा गया ।
डॉ प्रमोद महाजन सीएमएचओ स्वास्थ्य विभाग ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि शासन द्वारा निजी अस्पताल में भर्ती संक्रमित मरीजों के लिए दर निर्धारित की गई है । उसी दर के अनुसार मरीजों के इलाज की राशि लेना है । यदि निर्धारित दर से अधिक वसूली की जा रही है तो शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी ।