डीएमएफ मद से स्वीकृत शौचालयों में दो दर्जन से अधिक का कागजों में निर्माण : राशि गबन कर गए सरपंच एवं सचिव
डीएमएफ मद से स्वीकृत शौचालयों में दो दर्जन से अधिक का कागजों में निर्माण :राशि गबन कर गए सरपंच एवं सचिव
भुवन वर्मा बिलासपुर 28 अगस्त 2020
कोरबा/पाली:- विकासखण्ड मुख्यालय एवं जनपद पंचायत पाली से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत माखनपुर में हितग्राहियों के घरों पर शौचालय निर्माण हेतु जिला खनिज न्यास निधि से लाखों की राशि जिला प्रशासन द्वारा स्वीकृत किया गया था।जहाँ तत्कालिन सरपंच एवं सचिव द्वारा मिलकर लगभग दो दर्जन से अधिक हितग्राहियों के घर पर शौचालय का बिना निर्माण कराए राशि का आहरण कर बंदरबांट कर लिया गया।
इस संबंध पर सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वर्ष 2018- 19 में जिला प्रशासन द्वारा खनिज न्यास निधि से 281 नग शौचालय निर्माण हेतु ग्राम पंचायत माखनपुर को लाखों रूपये की राशि स्वीकृत की गई।जिसके तहत उक्त पंचायत में निवास करने वाले ग्रामीण हितग्राहियों के घरों पर शौचालय का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया गया लेकिन आधे से अधिक शौचालयों का आधा-अधूरा निर्माण कराकर छोड़ दिया गया जबकि ग्रामीण नरेश पिता सियाराम, इंद्रपाल पिता पत्थर सिंह, किताबसिंह पिता बुधराम, मनोज कुमार पिता कुंजराम, रिकेश पिता मंगलसिंह, अर्जुनसिंह पिता नंदलाल, मनीलाल पिता सालिकराम, सूर्यभवन पिता मंगलसिंह, पत्थरसिंह पिता जयपाल, इंदसिंह पिता फगुनसिंह, अजय पिता सुदर्शन सहित लगभग दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों के घरों में शौचालय निर्माण के बजाय कागज पर शौचालयों का निर्माण कराकर और लाखों की राशि का आहरण करके बंदरबांट कर लिया गया।इस प्रकार तत्कालिन सरपंच श्रीमती गौरी देवी टेकाम एवं सचिव धीरसाय यादव द्वारा शासन की उक्त योजना को अपनी कमाई का जरिया बनाते हुए शौचालय निर्माण की आड़ में जमकर वारा-न्यारा किया है।ग्रामीणों के अनुसार इस पंचायत में 25 प्रतिशत् ग्रामीणों के घरों में शौचालय का निर्माण सरपंच-सचिव द्वारा कराया ही नही गया और राशि आहरण कर ली गई इसके अलावा 40 प्रतिशत घरों में आधे-अधूरे शौचालय का निर्माण कराकर छोड़ दिया गया है।जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है और ऐन बारिश के मौसम में शौच जाने भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
निर्माण कार्यों का मौका निरीक्षण के बजाय वातानुकुलित कक्ष में बैठे-बैठे अपने कर्तव्यों की ईश्रिती कर लेते है संबंधित अधिकारी:- ग्राम पंचायतों द्वारा कराये जाने वाले निर्माण कार्यों का निरीक्षण नही किये जाने के कारण ही सरपंच-सचिव के हौसले बुलंद हो चले हैं।और भ्रष्ट्राचारपूर्ण कार्यों को जमकर अंजाम दिया जा रहा है।माखनपुर पंचायत के ही मामले पर ध्यान दे तो ग्रामीणों के घरों पर शौचालय का निर्माण हुआ ही नही और राशि आहरण हो गई।ऐसा मामला केवल एक पंचायत का नही वरन पाली जनपद पंचायत के अधिकतर पंचायतों में इस प्रकार के मामले सामने आएंगे।और ऐसा इसलिए कि संबंधित अधिकारियो- कर्मचारियों द्वारा निर्माण कार्य किस स्तर का हुआ है या फिर फर्जी तरिके से शासकीय राशि का आहरण तो नहीं किया जा रहा इस बाबत मौका निरीक्षण करने के बजाय वातानुकुलित कक्ष में बैठे-बैठे अपने कर्तव्यों की ईश्रिती कर लेते है।नतीजतन शासन योजना के तहत ग्रामीणों को मिलने वाली सुविधा पर सरपंच-सचिव डांका डालते है।