अब श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्ति के लिये आंदोलन की तैयारी

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अब श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्ति के लिये आंदोलन की तैयारी

भुवन वर्मा बिलासपुर 20 अगस्त 2020

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

मथुरा –अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमिपूजन के उपरांत भव्य राममंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के साथ साधु संतों ने अब मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि को भी मुक्त कराने हेतु आंदोलन छेड़ने की तैयारियाँ तेज कर दी गयी है। इसके लिये श्रीकृष्णजन्मभूमि निर्माण न्यास का गठन किया गया है। इसमें वृँदावन के 11 पदाधिकारियों के अलावा 14 राज्यों के 80 संतों को जोड़कर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी गयी है। इस संबंध में ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य देवमुरारी बापू ने विस्तृत जानकारी देते हुये अरविन्द तिवारी को बताया कि 23 जुलाई को ‘हरियाली तीज’ के अवसर पर न्यास का पंजीकरण कराया गया है। ट्रस्ट का उद्देश्य श्रीकृष्णजन्मभूमि को भी श्रीरामजन्मभूमि की तरह मुक्त कराना है , श्रीकृष्णजन्मभूमि को आजाद कराना हमारा दृढ़ संकल्प है। अभी तक 21 प्रदेशों में इसका प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया जा चुका है और देश भर में इसको विस्तारित किया जायेगा ताकि श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्ति आंदोलन को देशव्यापी बनाकर गति प्रदान किया जा सके। उन्होंने आगे बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि की आजादी हेतु देश भर के साधु ,संत , महंत , बैरागी , सन्यासी , उदासी , महामंडलेश्वर को जोड़ने के लिये जल्द ही एक हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जायेगा। ‘हस्ताक्षर अभियान के बाद हम इस मुद्दे पर एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे।आंदोलन के संब़ध में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास एवं श्रीकृष्णजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि श्रीकृष्णजन्मभूमि के लिये मथुरा में कोई आंदोलन नही किया जायेगा वहीं श्रीकृष्णजन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों का कहना है कि फिलहाल उनका काम अभी भगवान श्रीकृष्ण की सेवा तक ही सीमित रहेगा। गौरतलब है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि के लिये मुख्य विवाद शाही ईदगाह है जो मथुरा में श्रीकृष्णजन्मभूमि मंदिर के निकट स्थित है। ट्रस्ट पहले से ही मस्जिद के बगल में साढ़े चार एकड़ भूमि पर दावा कर रहा है और चाहता है कि इसे मंदिर के अधिकारियों द्वारा आयोजित धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यों के लिए ‘रंग मंच’ के रूप में उपयोग किया जाये।

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