और बेचैन करेगी उमस : अगले तीन-चार दिन के भीतर बन रहे बारिश के आसार

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भुवन वर्मा बिलासपुर 29 जुलाई2020

रायपुर- बढ़ती उमस और उसमें आ रहा उतार- चढ़ाव आगे भी बने रहने की संभावना है। आने वाले तीन-चार दिन के भीतर ऐसे ही परिस्थितियों के बीच हल्की से मध्यम बारिश के संकेत हैं। अलबत्ता उमस का बढ़ना फसलों के लिए बेहद सही है क्योंकि उमस भरी गर्मी में उनको बढ़वार के लिए उपयुक्त वातावरण मिलता है।

उमस भले ही हलाकान कर रही हो, या बेचैन कर रही है। चिपचिपी गर्मी के बीच ना तो पंखे काम कर रहे हैं ना कूलर से राहत मिल रही है लेकिन उन फसलों के लिए यह उमस बेहद जरूरी है जो मानव जीवन के लिए आवश्यक है। विदा लेते जुलाई का माह उमस और गर्मी के साथ जा रहा है लेकिन इससे हर क्षेत्र परेशान है। बादल आ तो रहे हैं लेकिन भरपूर बूंदे नहीं दे रही है। कमोबेश पूरा प्रदेश ऐसे ही मौसम का सामना कर रहा है और परेशान कर रहा है लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले 3 से 4 दिनों के भीतर ऐसे क्षेत्रों में बारिश की संभावना बन रही है।



इसलिए बढ़ रही उमस

जिन क्षेत्रों में उमस बढ़ रही है उससे संकेत मिल रहा है कि बारिश की मात्रा संतोषजनक है। धरती के नीचे जा पहुंचा पानी धूप और गर्मी के संपर्क में आकर वाष्पीकरण की प्रक्रिया से गुजर रहा है। वाष्पीकरण की यही प्रक्रिया उमस का रूप लेती हुई वापस बादलों में समा जाती है जिससे बारिश के बादल दोबारा बनते हैं।

फसलों के लिए जरूरी है उमस

धान की फसलों की रोपाई अंतिम चरण में है तो बोनी विधि से ली गई फसलों के बियासी का काम चालू हो चुका है। ऐसी स्थितियों में फसलों को धूप की जरूरत होती है क्योंकि इस धूप भरी गर्मी से बनने वाले उमस के जरिए पहुंच रहे वाष्प के कण पौधों की बढ़वार को और ज्यादा मदद करते हैं। इसलिए उमस से फसलों को जीवन मिल रहा है।

दे रही बारिश का संकेत

उमस की मात्रा जिस तरह बढ़ी हुई है उससे संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले 3 से 4 दिन के भीतर ऐसे क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। बारिश उस क्षेत्र की उमस की मात्रा पर निर्भर करेगी लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले कुछ दिन ऐसे ही उमस भरे हो सकते हैं। वैसे अब तक की बारिश प्रदेश के लिए संतोषजनक है।
वर्जन

मौसम में उतार- चढ़ाव आगे भी बने रहने के आसार हैं। उमस की मात्रा निश्चित ही अधिक लग रही हो लेकिन यह संकेत देता है कि आगामी 3 से 4 दिन के भीतर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

  • डॉक्टर जी के दास, प्रोफेसर एंड हेड मीट्रियोलॉजी इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर

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