बीस माह से वेतन पाने भृत्य लगा रहा कलेक्टर का चक्कर
भुवन वर्मा बिलासपुर 25 जुलाई 2020
रायपुर । छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के बगीचा विकास खंड के ग्राम भड़िया के निवासी मुकेश प्रसाद यादव की एक दर्द भरी कहानी जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे । जशपुर जिले के कलेक्टर (आदिम जाति कल्याण शाखा ) के आदेश पत्र को शिक्षा विभाग के अधिकारी ने मजाक बना कर रखा है जो कि वर्तमान में पिछले 20 माह से विकास खंड शिक्षा अधिकारी मणिराम यादव के द्वारा अपनी मनमानी करते हुए मुकेश प्रसाद यादव (भृत्य) का वेतन रोक दिया है। जिसके चलते भृत्य के परिवार रोड पर आ गए है । दाने दाने के लिए मोहताज हो गए है । भृत्य ने अपने वेतन के लिए अपने विभागीय अधिकारियों से आवेदन देकर रुके हुए वेतन की मांग की है पर भी आज तक किसी प्रकार के विभागीय सहयोग नहीं मिला ।
मुकेश प्रसाद यादव ने अपने विकासखंड शिक्षा अधिकारी मणिराम यादव के उपर यह आरोप भी लगाया है कि मुझे अपने वेतन पास करवाने के लिए 20/- हजार रूपए की मांग की है । इससे पहले एक बार अपने वेतन पास करवाने के लिए खर्च वहन किया तब मुझे अपना वेतन मिला। आज फिर वही नौबत आ गया है । मेरे द्वारा दो से तीन बार अपने वेतन के विषय में चर्चा किया तो कहा कि तुमको हमारे नौकरी से निकलवा दूंगा कहते हुए अनाप- शनाप ,गंदी- गंदी गाली गलौज किया इतना सुनते ही भृत्य मुकेश यादव ने अपने अधिकारी मुंह लगाना उचित नहीं समझा वापस अपने घर चला गया। इसकी शिकायत कलेक्टर में भी किया जा चुका है। वहीं इस संबंध में पूर्व माध्यमिक शाला भेड़िया के शिक्षक केदारनाथ दिवाकर जो प्रभारी प्राचार्य है ,उनका कहना है कि मुकेश प्रसाद यादव इस विद्यालय में इनके आने के पहले से है ।मुकेश प्रसाद समय पर विद्यालय पहुंच जाते थे और समय पर घर चले जाते थे अपनी ड्यूटी ईमानदार से करते थे।
वहीं इस मामले पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी मणिराम यादव से पूछा गया कि आपके विकासखंड बगीचा के क्षेत्र में माध्यमिक शाला भेड़िया मुकेश प्रसाद यादव ने आपके ऊपर आरोप लगाया है कि आपके द्वारा वेतन पास करवाने के लिए 20/- हजार रूपए किए क्या यह आरोप सत्य है ,इसके जवाब में इन्होंने कहा कि किसी से कोई रकम की मांग नहीं की गई है और जिस व्यक्ति की बात कर रहे हो वह भृत्य नहीं है ना माध्यमिक शाला में इसका कोई पद नहीं है ।
तरुण कौशिक की रपट