बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर थे सर्वहारा वर्ग के मसीहा : जयंती पर किए गए श्रद्धा सुमन अर्पित

इटावा/अंबेडकरनगर। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर को उनके जंयती के अवसर पर देश के साथ जनपद इटावा एवं अंबेडकर नगर में जगह जगह श्रद्धां सुमन अर्पित किए गए।इस अवसर पर कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक, सियासी अखाड़ा के संपादक एवं बसपा सुप्रीमो सांसद मान्यवर कांशीराम के लोकसभा चुनाव प्रभारी रहे खादिम अब्बास ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर सर्वहारा वर्ग के मसीहा थे। उन्होंने भारतीय संविधान की रचना करके भारत को हिंदू स्थान नहीं बनने दिया ,और संविधान के अनुच्छेद एक में ही लिख दिया India that is Bharat उन्होंने आरक्षण की व्यवस्था करके दबे कुचले दलित समाज व पिछड़ों के उत्थान और कल्याण के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष किया और वह अमर हो गए।
इंसानी भाई चारा बनाओ समिति के राष्ट्रीय संरक्षक एवं इस्लाम पार्टी हिंद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ एस अकमल ने कहा कि दबे कुचले सर्वहारा वर्ग को बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन संघर्ष से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए सर्वहारा वर्ग को संघर्ष करना चाहिए बाबा साहब के मत(वोट) का अधिकार का प्रयोग करके सर्वहारा वर्ग को इस देश का हुक्मरान बनना चाहिए यही बाबा साहब अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
डॉ अकमल ने कहा कि डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर महान समाज सुधारक, विधि बेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिक और लेखक थे। उन्होंने दलित बहुजन आंदोलन को प्रेरित किया और सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। उन्होंने श्रमिकों, किसानों और महिलाओं को संवैधानिक अधिकार दिया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री थे और भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओ में से एक थे।
अति पिछड़ा संघ के संयोजक रमेश प्रजापति और इंसानी भाईचारा समिति के अध्यक्ष मोहम्मद आमीन भाई ने कहा कि बाबा साहब समाज सुधारक और नारी उद्धारक थे।उन्होंने हर व्यस्क को वोट का अधिकार दिलाया जिसके कारण रानी और मेहतरानी के बीच में कोई अंतर नहीं रहा ।बाबा साहब ने वोट रूपी हथियार दिलाकर राजा और रंक को एक लाइन में खड़ा कर दिया।हम लोगों को वोट रूपी हथियार का सही इस्तेमाल करके भारत का शासक बनने का प्रयास करना चाहिए तभी देश के मूलनिवासियों की तकदीर और तस्वीर बदलेगी।
कन्हैयालाल शंखवार ने कहा कि सर्वहारा वर्ग को डॉ भीमराव अंबेडकर के संघर्षमय जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और बाबा साहब के बौद्धमय भारत बनाने के लिए एक जुट होकर समाज के अंदर विचार परिवर्तन का कार्य करना चाहिए यही बाबा साहब को सही माने में सच्चे श्रद्धा सुमन होंगे।
जयंती के कार्यक्रम पर रामदास वाल्मीकि, प्रवीण कुमार कठेरिया, नरेशपाल,अशोक गौतम, सुनील गौतम आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एडवोकेट तस्लीम खान मंसूरी जिला अध्यक्ष इस्लाम पार्टी हिन्द जनपद इटावा ने की तथा संचालन रवि कुमार यादव ने किया।
About The Author

casino olympe: olympe casino – olympe casino