पूर्व कलेक्टर और सीएस के खिलाफ पीएमओ भेजी गई शिकायत

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दंतेवाड़ा जिले में स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम फंड से 3 करोड़ 48 लाख की वित्तीय अनियमितता मामले में पूर्व कलेक्टर और सीएस के खिलाफ पीएमओ में शिकायत दर्ज करवाई गई है। 

दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा  जिले में स्वास्थ्य विभाग में वित्तीय अनियमिता का मामला सुर्खियों में है। स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम मद से 3 करोड़ 48 लाख रुपये की खरीद फरोख्त में वित्तीय अनियमितता के आरोप तत्कालीन सीएस कपिल देव कश्यप और पूर्व कलेक्टर विनीत नंदनवार के खिलाफ लग चुके हैं।

वहीं वित्तीय अनियमितता के खिलाफ शासन स्तर कोई कार्यवाही नही होती नजर आ आई तो इस पूरे मामले की शिकायत आरटीआई एक्टिविस्ट ने सीधे पीएमओ से की है। सुकमा के एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि, जिला अस्पताल के रेगुलर मद, डीएमएफ मद, स्मार्ट कार्ड मद, जीवनदीप मद में वर्ष 2023-24 में भारी वित्तीय अनियमितता कर भ्रष्टाचार किया गया है। पत्र में सीएस पर भाजपा के बड़े नेताओं क वजह से कार्यवाही नही होने की बात लिखी है।

पत्र में स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के नेताओं का जिक्र 

इस पत्र पर दंतेवाड़ा के तत्कालीन सीएस कपिलदेव कश्यप और तत्कालीन कलेक्टर विनीत नंदनवार पर मिलीभगत कर जिला अस्पताल की शासकीय राशि मे गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। इस मामले दंतेवाड़ा के वर्तमान कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने एक जांच टीम बनाकर जांचकर जांच रिपोर्ट अग्रिम कार्यवाही के लिये राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छतीसगढ़ को सौपीं थी। उसके बावजूद भी अब तक इस बड़े आर्थिक भ्रष्टाचार मामले में कोई भी कार्यवाही नही हुई है। क्योंकि पत्र में आगे लिखा है कि स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के बड़े नेताओं से सीधा अभयदान सीएस को मिल रहा है।

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