नक्सलियों की अदालत में अब जन नहीं : दहशत के लिए लोगों की हत्या, ग्रामीणों ने बनाई दूरी
जगदलपुर। नक्सली इस समय कई मोर्च पर जूझ रहे हैं। फोर्स लगातार नक्सलियों के इलाकों में घुस रही है। बड़ी संख्या में नक्सली मारे जा रहे हैं। जो इलाके नक्सलियो के लिए सुरक्षित माने जाते थे, वहां भी फोर्स घुस गई है। नक्सली इलाकों में सुरक्षा कैंप खुलने की वजह से लोगों – में नक्सलियों का खौफ खत्म हो रहा है। यही वजह है कि अब नक्सलियों के बुलाने पर जनता जन अदालत में नहीं पहुंच रही है। निर्दोष ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी के नाम पर मौत के घाट उतारकर जनअदालत का नाम दिया जा रहा है।
जनता का समर्थन अब नक्सलियों को नहीं मिल रहा है। हाल ही में बीजापुर के जांगला इलाके में दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा गया, इसमें एक ग्रामीण का शव फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था। आंतक फैलाने के नाम पर निर्दोष लोगों को पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर मौत के घाट उतारा जा रहा है उन्हें जनता का समर्थन नहीं मिल रहा है। इस वर्ष अब तक नक्सलियों द्वारा 59 लोगों को हत्या की गई। इनमें केवल तीन लोगों को जनअदालत लगाकर हत्या की गई। शेष ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर हत्या की गई। सूत्र बताते हैं कि जनअदालत में लोग नहीं आए लेकिन आतंक फैलाने के लिए लोगों की हत्या की गई।