आईएमए बिलासपुर द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण मधुमेह जांच शिविर का हुआ आयोजन
आईएमए बिलासपुर द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण मधुमेह जांच शिविर का हुआ आयोजन
भुवन वर्मा बिलासपुर 19 नवंबर 2022
बिलासपुर । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के द्वारा आज आईएमए भवन में रोटरी क्लब लायंस क्लब एमआर एसोसिएशन एवं पत्रकारों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण मधुमेह जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 300 से अधिक का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया । आईएमए के अध्यक्ष संदीप तिवारी ने सभी पत्रकारों , लाइयंज़ क्लब , रोटरी क्लब एवं एम आर असोसीएशन के सदस्यों का सम्मान किया। इस शिविर में ब्लड शुगर ब्लड प्रेशर लीवर फ़यबरो स्कैन जांच पेरीफेरल नर्व संवेदनशील जांच एवं नेत्र परीक्षण शहर के वरिष्ठ चिकित्सकों के द्वारा किया गया जिसमे प्रमुख रुप से आईएमए के अध्यक्ष संदीप तिवारी, डॉ प्रशांत दिवेदी, डॉक्टर अभिजीत रायजादा, डॉ अनुज कुमार, र डॉ विजय कु पटकर, डॉक्टर गणेश मित्तल ,डॉक्टर संजय मेहता, डॉ पवन अग्रवाल ,वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ एवं पूर्व सिविल सर्जन डॉ अमर सिंह ठाकुर, डॉ कविता पुजारा, डॉ शशिकांत साहू ने अपनी सेवाएं दी ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थ अधिकारी डॉक्टर अनिल श्रीवास्तव ने आई एम ए के द्वारा आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण की प्रशंसा करते हुए कहा की यह एक सराहनीय कार्य है और ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। इस शिविर में 300 से अधिक लायंस क्लब रोटरी क्लब परिवार एम आर असोसीएशन एवं बिलासपुर प्रेस क्लब परिवार के सदस्यों का एवं विभिन्न विभिन्न संगठनों का स्वस्थ परीक्षण किया गया। एवं निशुल्क दवा का वितरण भी किया गया। डॉक्टर संदीप तिवारी ने बताया कि 14 नवंबर को हर साल विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है । देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है ।
आईएमए के द्वारा इस बीमारी की रोकथाम तथा मरीजों का समय के पहले स्वास्थ्य परीक्षण के लिए 14 नवंबर से लेकर लगातार शिविर लगाया जा रहा है। जिसमें आज के शिविर में आईएमए की सहयोगी संस्था रोटरी क्लब लायंस क्लब एमआर एसोसिएशन तथा प्रेस क्लब बिलासपुर के सदस्य एवं उनके परिजन का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें लिवर की जांच अत्याधुनिक मशीन से किया गया। डॉक्टर संदीप तिवारी ने कहा है कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए लोगों को अपने खान-पान में सुधार लाना चाहिए समय-समय पर बीपी एवं शुगर के साथ ही ब्लड की जांच कराना चाहिए ताकि गंभीर बीमारी के पहले ही मरीजों का उचित इलाज किया जा सके ।