केंद्र सरकार के दूतावास ने यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों को भारत लौटने की सलाह दी : छत्तीसगढ़ के यूक्रेन में फंसे हैं 50 छात्र
भुवन वर्मा बिलासपुर 16 फ़रवरी 2022

बिलासपुर । यूक्रेन में अध्ययनरत बच्चों के पैरेंट्स को सता रही बच्चों की चिंता, स्टूडेंट बोले- हालात सामान्य तक ऑनलाइन क्लासेस हो साथ ही सरकार से मदद की अपीलभी की है ।
वही फ्लाइट महंगी है, चिंता और बड़ गई है । बिलासपुर एमबीबीएस छात्र ऋषभ शुक्ला ने अस्मिता से यूक्रेन के हालात के बारे में बताया की रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के आसार हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार के दूतावास ने यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों को भारत लौटने की सलाह दी है। छत्तीसगढ़ के भी 50 से अधिक स्टूडेंट यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, जो युद्ध के हालात से चिंतित हैं। इससे ज्यादा चिंता उनके पैरेंट्स को हो रही है। छात्र अपने यूनिवर्सिटीज से ऑनलाइन कक्षाएं लगाने की मांग कर रहे हैं। ताकि वे सुरक्षित अपने घर पहुंचकर ऑनलाइन पढ़ाई कर सके। छत्तीसगढ़ के रहने वाले कुछ छात्रों से वीडियो कॉलिंग के जरिए बातचीत की। छात्रों ने जो हालत बताए स्थिति अच्छी नही हैं।

छात्रों ने बताया कि अभी यूक्रेन में हालात सामान्य है। लेकिन, बॉर्डर में वार की स्थिति है। अभी यूनिवर्सिटी में कक्षाएं लग रही हैं। इसके चलते उन्हें वापस आने पर पढ़ाई की चिंता है। उन्होंने बताया कि मीडिया में जिस तरह की बातें हो रही है, यहां वैसी स्थिति नहीं है। दूतावास ने एडवायजरी जारी की है, जिसमें उन्हें अपने घर लौटने जैसे बातें कही गई हैं। पर पढ़ाई प्रभावित होने और फ्लाइट महंगे होने के कारण छात्र असमंजस की स्थिति में है। स्टूडेंट्स चाहते हैं कि हालत बिगड़ने से पहले ही अपने घर सुरक्षित पहुंच जाए।
मरवाही के छात्र सलील राय यूक्रेन में मेडिकल छात्र हैं।
मम्मी-पापा हैं परेशान- अभिषेक यूक्रेन के डेनिपर में रहने वाले छात्र अभिषेक भगत ने बताया कि अभी यहां स्थिति सामान्य है, जो भी युद्ध की स्थिति है वह बॉर्डर में होगा। डेनिपर के डेनिप्रोपोत्रोस्क स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में छह साल में से MBBS की पढ़ाई कर रहे अभिषेक ने कहा कि अभी कक्षाएं लग रही है। लेकिन, घर वापसी की चिंता भी है। घर में मम्मी-पापा भी परेशान हैं और चिंतित हैं। वे चाहते हैं कि यहां के हालात और खराब होने से पहले बच्चे घर लौट आएं।