डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम विद्यार्थियों के लिए साबित होगा मील का पत्थर, इससे पारदर्शिता बढ़ेगी : निश्चय और संकल्प से मिलती है असफलता, जीवन में हमेशा आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें – राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके

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डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम विद्यार्थियों के लिए साबित होगा मील का पत्थर, इससे पारदर्शिता बढ़ेगी : निश्चय और संकल्प से मिलती है असफलता , जीवन में हमेशा आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें- राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके

भुवन वर्मा बिलासपुर 9 जनवरी 2022

दुर्ग / आज राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम के निरीक्षण के लिए पहुंची। इस अवसर पर उन्होंने सीएसवीटीयू भिलाई के ऑडियो-वीडियो स्टूडियो का उद्घाटन किया और संक्षेप में एक उद्बोधन दिया, इस मौके पर सीएसवीटीयू द्वारा गोद लिए गए 42 गांवों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई और माननीय राज्यपाल द्वारा इंजीनियरिंग और डिप्लोमा स्टूडेंट से सामान्य चर्चा की गई।

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी पहुंची, यहां प्रवेश करते साथ ही उन्होंने अल्ट्रा हाई रिवॉल्यूशन यूएवी मैपिंग मशीन का मुआयना किया। जिसमें वाइस चांसलर डॉ एम के वर्मा ने राज्यपाल को बताया कि यह मशीन सर्वे और मैपिंग कार्य के लिए उपयोग में लाई जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि इसकी क्वालिटी सेटेलाइट इमेज से कई गुना बेहतर होती है, इससे 1 मिनट में लगभग 35 एकड़ भूखंड की मैपिंग संभव है। राज्यपाल ने पी डब्ल्यू डी डिपार्टमेंट, अर्बन डेवलपमेंट, वॉटर रिसोर्सेस एंड इरिगेशन डिपार्टमेंट, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट और पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग एंड रुरल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट , रेवेन्यू डिपार्टमेंट, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और माइनिंग डिपार्टमेंट के लिए इस मशीन को बहुत ही उपयोगी बताया और कहा कि मास्टर प्लान के डिजाइन के लिए ऐसी मशीनें बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगी ,विशेष रुप से रिवेन्यू, फॉरेस्ट और माइनिंग डिपार्टमेंट के लिए यह और भी उपयोगी होगी । भविष्य में क्षेत्र की मैपिंग की में तेजी लाने के लिए ऐसी मशीन बहुत ही आवश्यक है। उसके बाद राज्यपाल सीएसवीटीयू बिल्डिंग के टॉप पर गई जहां उन्होंने ऊंचाई से पूरे कॉलेज परिसर पर नजर डाली उन्होंने सीएसवीटीयू के खाली पड़े क्षेत्रों पर अपने कई सुझाव दिए जैसे बच्चों के रीक्रिएशन के लिए पार्क निर्माण की बात कही और क्षेत्र को ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण के अनुरूप डेवलप करने के लिए कहा। वाइस चांसलर यह भी बताया कि ऊर्जा संरक्षण को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पूरे परिसर को सोलर सिस्टम के रूप में तब्दील किया जिसकी माननीय राज्यपाल ने प्रशंसा की।
इसके पश्चात राज्यपाल डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम के निरीक्षण के लिए पहुंची थी। जहां पर उन्हें डिजिटल मूल्यांकन की कार्यप्रणाली एक उदाहरण के माध्यम से दिखाई गई। राज्यपाल के डिजिटल मूल्यांकन को वर्तमान समय में बहुत ही सार्थक बताया और कहा कि विद्यार्थियों को रिजल्ट शीघ्र प्राप्त करवाने के लिए और कोरोना के समय में जो स्थिति निर्मित हुई है उसमें डिजिटल मूल्यांकन बहुत ही कारगर है। इससे मूल्यांकन पद्धति में पारदर्शिता निर्मित होगी।
ऑडियो विजुअल स्टूडियो का किया उद्घाटन- माननीय राज्यपाल ने ऑडियो विजुअल स्टूडियो का उद्घाटन कर एक संक्षिप्त उद्बोधन भी दिया जिसमें शिक्षा के माध्यम से उन्होंने समावेशी विकास की बात कही। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज और राज्य को आपसे बहुत ही सी अपेक्षाएं हैं और हमारे होनहार विद्यार्थी अपनी योग्यता से छत्तीसगढ़ राज्य का नाम जरूर रोशन करेंगे।
इसके पश्चात इस अवसर पर राज्यपाल के जीवन परिचय को संक्षिप्त रूप में बताया गया और सीएसवीटीयू भिलाई के द्वारा गोद लिए गए 42 गांवों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई ,जहां सीएसवीटीयू में संचालित एनएसएस द्वारा किए गए विभिन्न सामाजिक कार्यों का उल्लेख किया गया। सीएसवीटीयू द्वारा की जा रही सामाजिक गतिविधियों , शैक्षणिक गतिविधियों , कंप्यूटर दान , महिला आत्मरक्षा, बेटी बचाओ कार्यक्रम, जल संवर्धन एवं सोख्ता गड्ढा निर्माण, स्वास्थ्य एवं रक्तदान शिविर करोना जागरूकता अभियान के बारे में बताया गया।
उद्बोधन के बाद इंजीनियरिंग और डिप्लोमा स्टूडेंट से चर्चा की गई- राज्यपाल ने विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग में विद्यार्थियों के समक्ष अपने बहुमूल्य वक्तव्य दिए जिसमें उन्होंने बच्चों को अपने अंदर लीडरशिप क्वालिटी और आत्मनिर्भरता उत्पन्न करने के लिए कहा। उन्होंने कहा जीवन में चुनौती सफलता और असफलता से घबराना नहीं चाहिए बल्कि निश्चय और संकल्प से इस पर विजय पानी चाहिए। उन्होंने बच्चों से भाषा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने एक पुराने किस्से का जिक्र किया जिसमें महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने अपने कार्यकाल में वहां से प्रकाशन होने वाले 75 प्रतिशत दस्तावेज को उन्होंने हिंदी भाषा में आमजन को उपलब्ध कराया था ताकि आम नागरिक भी दस्तावेज में लिखे शब्दों को समझ सके। इस प्रकार उन्होंने भाषा एक आम व्यक्ति के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है इसका एक उदाहरण विद्यार्थियों के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि जिनमें हौसला होता है वह बाजी मार लेते हैं इसलिए सकारात्मक कदम उठाते रहे ,इससे आपको कोई भी नहीं रोक सकता है।
दो विद्यार्थियों के द्वारा उनसे सवाल भी पूछे गए जिनका उन्होंने सहर्ष जवाब दिया। नवीन भारती पहले विद्यार्थी ने उज्जवल भविष्य के लिए मार्गदर्शन मांगा जिस पर राज्यपाल ने जवाब दिया कि लगन और धैर्य के साथ लक्ष्य बनाए। दूसरे विद्यार्थी ने पूछा आपने अपने भविष्य से निर्माण की शुरुआत बहुत पहले की थी, यूथ के लिए भी कुछ सजेस्ट करें। इस पर राज्यपाल ने कहा आपका आत्मविश्वास ही आपको ताकत देगा , दोस्तों और गुरु से मार्गदर्शन ले, जीवन में मेहनत और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी को संपूर्ण विकास के लिए अपने जीवन में अपनाएं।

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