घोटालेबाज सरपंच, सचिव के सामने बेबस हुए सीईओ हरिस : भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है नेता प्रतिपक्ष का क्षेत्र जहां पर तमाम विभागों के साथ ही ग्राम पंचायत में भी करोड़ों के घोटाले
घोटालेबाज सरपंच, सचिव के सामने बेबस हुए सीईओ हरिस : भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है नेता प्रतिपक्ष का क्षेत्र जहां पर तमाम विभागों के साथ ही ग्राम पंचायत में भी करोड़ों के घोटाले
भुवन वर्मा बिलासपुर 7 जनवरी 2022
बिलासपुर। विगत कुछ वर्षों से छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक के गृह जिला बिलासपुर आज भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है जहां पर तमाम विभागों के साथ ही ग्राम पंचायत में भी करोड़ों के घोटाले किए जा रहे है परंतु घोटालेबाजों को सीईओ अफसर राजनीतिक दबाव में आकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है और लाखों रुपये के घोटाले में एक सचिव को निलंबन कर सीईओ अपने काबिलियत पर सवाल खड़ा कर रहे है।
बिलासपुर जिले के जनपद पंचायत बिल्हा के ग्राम पंचायत लखराम के पूर्व सरपंच सतरुपा मरकाम के समय में एक कांग्रेस नेता का दमाद बसंत कश्यप सचिव के पद पर पदस्थ रहे है। जिनके द्वारा पंचायत के विभिन्न मदों पर हेराफेरी कर करोड़ों रुपये का घोटाला किए जाने की शिकायत कलेक्टर, सीईओ यहां तक मुख्यमंत्री तक की गई। जिस पर तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ ने जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच कराई थी परंतु जांच पूर्ण होने के बाद भी जिला पंचायत के वर्तमान सीईओ हरिस एस. कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है। वहीं इसी पंचायत में पदस्थ रहे सचिव अनुप कुमार यादव का महज 13 लाख रुपये के हिसाब न मिलने पर इसे सरकारी मद की राशि का गबन करने के मामले पर निलंबन किया गया है । जबकि लखराम पंचायत में करोड़ों का घोटाला करने वाले कांग्रेस नेता के दमाद पंचायत के तत्कालीन सचिव बसंत कश्यप का भ्रष्टाचार प्रमाण होने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से लगता है कि जिला पंचायत सीईओ हरिस एस. राजनीतिक दबाव में आकर लखराम के पूर्व सचिव अनुप कुमार यादव पर निलंबन किए है और कांग्रेस नेता के दमाद पूर्व सचिव बसंत कश्यप जिन्होंने करोड़ों का घोटाला किया है उस पर किसी प्रकार की कार्रवाई न कर अभयदान देने का काम सीईओ हरिस एस. कर रहे है। जिला पंचायत के भरोसेमंद सूत्रों की माने तो करोड़ों की घोटाले करने वाले सचिव पर कार्रवाई न कर अपने ट्रांसफर कराने के लिए प्रयासरत सचिव अनुप कुमार यादव का सीईओ हरिस एस. ने बलि का बकरा बनाकर कार्रवाई करते हुए घोटाले बाज सचिव बसंत कश्यप और पूर्व सरपंच सतरुपा मरकाम के सामने पूरी तरह से बेबस हो गये है ।
बहरहाल देखना है कि अनुप से कहीं अधिक घोटाले करने वाले पूर्व सरपंच, सचिव पर सीईओ हरिस एस. कार्रवाई करते है या फिर उनके सामने टुकने टेकते है।बिलासपुर से नोटिस जारी होने के उपरांत पूर्व सरपंच ने कचरा सेड बना दिया है।