छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक उद्योग संघ के पदाधिकारियों ने कोयला परेशानी को व्यक्त करते हुए एसईसीएल सीएमडी को लिखित ज्ञापन सौपा: सीएमडी ने हर वर्ष की भांति कोयला उपलब्ध कराने सहमति प्रदान की

0

छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक उद्योग संघ के पदाधिकारियों ने कोयला परेशानी को व्यक्त करते हुए एसईसीएल सीएमडी को लिखित ज्ञापन सौपा: सीएमडी ने हर वर्ष की भांति कोयला उपलब्ध कराने सहमति प्रदान की

भुवन वर्मा बिलासपुर 27 अक्टूबर 2021

बिलासपुर । 27 अक्टूबर बुधवार एस.ई.सी.एल. के बिलासपुर मुख्यालय में सी.एम.डी. ए.के.पण्डा से हरीश केडिया प्रदेशअध्यक्ष, छ.ग. लघु एवं सहायक उद्योग संघ के नेतृत्व में उद्योगपति जिसमें जिला उद्योग संघ अध्यक्ष वृजमोहन अग्रवाल, महासचिव शरद सक्सेना, कोल उपभोक्ता लघु उद्योगपति मुकेश अग्रवाल, विकास केजरीवाल आदि मिले। ज्ञापन दिया गया व कोयला संकट पर विस्तार से चर्चा किये। इस पर तत्काल आदेश जारी करते हुए सीएमडी ने कहा कि सी.एस.आई.डी.सी. के माध्यम से कोयला लेने वाले उद्योगपतियों को तत्काल एक लाख मेट्रिक टन कोयला हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दिया जाएगा । सी.एम.डी. के इस घोषणा पर उद्योगपतियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनका आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित किये ।

ज्ञापन जिसका सारांश ……

कोयला आधारित लघु उद्योगों को बंद या वीमार होने से बचाने के लिए छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक उद्योग संघ के पदाधिकारियों ने परेशानी को व्यक्त करते हुए लिखित ज्ञापन सौपा जिसका सारांश निम्लिखित है:-छत्तीसगढ़ शासन उद्योग विभाग का सी.एस.आई.डी.सी. राज्य के लघु उद्योगों को कोयला प्रदाय करने हेतु स्टेट एजेंसीज है। जिसके माध्यम से एस.ई.सी.एल का कोयला छत्तीसगढ़ के लघु उद्योगों को वितरित किया जाता है। इस वर्ष का कोयला आवंटन एस.ई.सी.एल. द्वारा अभी तक सी.एस.आई. डी.सी. को नहीं दिया गया है जिसके कारण लघु उद्योग संकट में आ गया है। रोलिंग मिल, चूना उद्योग आदि सभी उद्योग प्रभावित है। सिर्फ पावर सेक्टर को कोयला दिए जाने के कारण अन्य क्षेत्र प्रभावित हो रहे है। लघु उद्योग (SME सेक्टर) भारत सरकार, राज्य सरकार सहित सभी विभाग द्वारा प्रथमिकता वाला क्षेत्र घोषित किया गया है। इसके मद्देनजर पावर सेक्टर के साथ ही साथ बहुत कम कोयला की आवश्यकता वाले SME सेक्टर को भी कोयला दिये जाने की आवश्यकता है। कोविड-काल में आर्थिक संकट से गुजर रहे है। अधिकांश समय लघु उद्योग बंद रहने के कारण कठिनाईयों से जूझ रहे है। वैकों का कर्ज वढ़ता जा रहा है। आधे श्रमिक वेरोजगार है। छत्तीसगढ़ देश का सर्वाधिक कोयला उत्पादन वाला राज्य है। आपके कुशल नेतृत्व के कारण लघु उद्योगों के सामने अभी तक कोयला संकट नही आया था। उक्त समस्याओं को सीएमडी ने गंभीरता से सुनी और समाधान की विकल्प देते हुए अतिशीघ्र उपलब्धता की बात कही।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *