अब प्लेटफार्म टिकट बंद,सीऑफ और रिसीव पर भी बंदिश:गिनती की ट्रेनें उस पर पाबंदियों की बेड़ियां…!
अब प्लेटफार्म टिकट बंद,सीऑफ और रिसीव पर भी बंदिश:गिनती की ट्रेनें उस पर पाबंदियों की बेड़ियां…!
भुवन वर्मा बिलासपुर 3 जनवरी 2021
बिलासपुर- गिनती की गाड़ियां। गिनती के स्टॉपेज। प्लेटफार्म पर कुली नहीं। इसके बावजूद यदि परिजनों को छोड़ने या लेने स्टेशन जा रहे हैं तो यह जान लेना जरूरी होगा कि प्लेटफार्म टिकट की सुविधा बंद कर दी गई है। फिर भी हिम्मत दिखाई तो लेने के देने पड़ सकते हैं क्योंकि प्लेटफार्म के फुट ओवर ब्रिज तक पर पुलिस का सख्त पहरा है।
यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद। चल रही गाड़ियों में रिजर्वेशन पर यात्रा की अनुमति। बढ़ा हुआ किराया। पैंट्री कार नहीं। हल्के- फुल्के नाश्ते बेचने वालों के पैरों में नियमों की बेड़ियां। प्लेटफॉर्म के फूड काउंटरों में लटके ताले। यह सब गतिविधियां चलाकर रेलवे यह तर्क दे रहा है यह सब कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए उठाया गया जरूरी कदम है। यह तर्क अब उन यात्रियों पर बेहद भारी पड़ रहा है जो नौकरी, रोजी-रोटी, व्यवसाय, पढ़ाई या इलाज कराने ट्रेनों से बेहद मजबूरी में यात्रा कर रहे हैं। ताजा दिक्कत प्लेटफार्म टिकट की सुविधा को बंद कर देने के बाद आ रही है क्योंकि इस फैसले में सबसे ज्यादा तकलीफ इलाज के लिए बाहर जा रहे मरीजों और पढ़ाई के सिलसिले में जा रहे लोगों को है। जरूरी सामान, किताब कापियों से भरा बैग सीढ़ियों से ट्रेन तक लाने ले जाने के लिए मेहनत करनी पड़ रही है।
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सरोकार नहीं परेशानी से
तर्कों का जाल इतनी मजबूती के साथ बुना गया है कि किसी भी कोने से प्रवेश नहीं किया जा सकता। फिर भी किसी तरह यह कर लिया तो सुनवाई कहीं नहीं होगी क्योंकि रेलवे के कुछ नियम बेहद उलझाने वाले हैं। रही बात प्लेटफार्म टिकट बंद करने की तो पूछताछ काउंटर से सिर्फ बंद करने की ही जानकारी मिलेगी। इससे आगे कोई जवाब नहीं मिलेंगे। ऐसी स्थितियां यह बताने के लिए काफी है कि समस्या या परेशानी से कोई सरोकार नहीं रखना चाहता रेलवे प्रशासन।
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सी ऑफ और रिसीव पर लॉक
चुनिंदा गाड़ियां। गिनती के स्टॉपेज। अब बढ़ा हुआ किराया के बाद भी आरक्षण की शर्त के साथ अब इलाज के लिए आना-जाना कर रहे मरीज और शिक्षा और परीक्षा के बाद आ और जा रहे छात्र भरे हुए सामान के साथ बेहद मुश्किल से प्लेटफार्म और सीढ़ियां तय करके स्टेशन आ और जा रहे हैं क्योंकि परिजनों के सी ऑफ और रिसीव पर कड़ी रोक लगा दी गई है। इसके लिए पहली शर्त प्लेटफार्म टिकट की सुविधा बंद करके इसे पूरी तरह पक्का कर लिया गया है।
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महंगी पड़ेगी बहादुरी दिखाना
कोने-कोने में कड़े पहरे के बावजूद यदि सी ऑफ या रिसीव की बहादुरी दिखाई गई तो लेने के देने पड़ सकते हैं क्योंकि सीढ़ियों से लेकर प्लेटफार्म के हर हिस्से में पुलिस के जवानों की तैनाती दी कर दी गई है। पकड़े गए और पूछताछ में जरूरी रिजर्वेशन टिकट नहीं मिले तो ऐसी कई धाराएं हैं जिन्हें नियमों के उल्लंघन पर रोक के लिए बनाया गया है और सजा के भी प्रावधान है। इसलिए हिम्मत या बहादुरी मत दिखाइए। समझाईए, अपने परिजनों को कम से कम संख्या में सामान लाने या ले जाने के लिए क्योंकि यह यात्री और परिजनों के लिए कम से कम वर्तमान समय में तो जरूरी है।