मुख्यमंत्री भूपेश ने की गोधन न्याय योजना की दसवीं किश्त अंतरित

0

मुख्यमंत्री भूपेश ने की गोधन न्याय योजना की दसवीं किश्त अंतरित

भुवन वर्मा बिलासपुर 25 दिसंबर 2020

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

रायपुर – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश सरकार की गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में गोबर खरीदी की दसवीं किश्त की राशि के रूप में 05 करोड़ 12 लाख रूपये की राशि गौपालकों के खाते में अंतरित की। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के 01 लाख 40 हजार से अधिक पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। विधानसभा परिसर स्थित अपने कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत अब तक गौपालकों को 64 करोड़ 20 लाख रूपये की राशि दी जा चुकी है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में परिवर्तन आ रहा है। सरकार के इस कदम से छोटे गोपालकों एवं किसानों की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार देखने को मिला है। रोजगार के नये अवसर सृजित हो रहे हैं और किसान जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। गोधन न्याय योजना में गोबर खरीदी के साथ-साथ हजारों ग्रामीण महिलायें वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन का कार्य कर रही है। इस कदम में जुटी स्वसहायता समूह की महिलाओं को भी इसका लाभ मिलने लगा है। वर्मी कम्पोस्ट की विक्रय दर आठ रूपये प्रतिकिलो से बढ़ाकर दस रूपये प्रतिकिलो कर दी गई है। किसान वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल कर अपनी जमीन को उपजाऊ बनायेंगे , साथ ही छत्तीसगढ़ के किसान जैविक खेती की ओर अग्रसर होंगे। सीएम बघेल ने कहा कि जैविक खेती में उत्पादित होने वाले अनाज और फलों की कीमत डेढ़ से दोगुनी बढ़ जाती है। इससे किसानों की आय में भी अच्छी खासी वृद्धि होगी , छग सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने गोधन योजना से जुड़े सभी हितग्राहियों को बधाई और शुभकामनायें दी। इस अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे और कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता उपस्थित थीं।
इस अवसर डा०गीता ने जानकारी दी कि प्रदेश में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत अब तक 32 लाख 10 हजार क्विंटल गोबर की खरीदी की जा चुकी है। गोबर से गौठानों में तैयार की गई आठ हजार पचास क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की अब तक बिक्री की जा चुकी है। गौठानों में किसानों ने लगभग पाँच करोड़ रूपये मूल्य का पैरा दान किया है। गौठानों में पशु के चारा के रूप में अजोला का उत्पादन किया जा रहा है। जिसमें लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। प्रदेश में गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण के लिये अठहत्तर हजार सैंतालीस वर्मी टांका स्वीकृत किये गये थे, जिसमें से 54 हजार 241 वर्मी टांका पूर्ण हो गये हैं और सोलह हजार आठ सौ दस वर्मी टांका का निर्माण प्रगति पर है। डॉ. गीता ने बताया कि रायपुर की दो प्रयोगशालाओं सहित दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, बस्तर और रायगढ़ की एक-एक प्रयोगशाला में वर्मी कम्पोस्ट के नमूनों की जांँच की जा रही है। अब तक एक हजार छह नमूनों का विश्लेषण किया जा चुका है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों में 47.5 प्रतिशत हितग्राही अन्य पिछड़ा वर्ग के, 44 प्रतिशत हितग्राही महिलायें और 41 प्रतिशत हितग्राही अनुसूचित जनजाति वर्ग और 07.80 प्रतिशत हितग्राही अनुसूचित जाति वर्ग के हैं।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *