बिहार चुनावी रण में विपक्षियों पर गरजे प्रधानमंत्री मोदी
बिहार चुनावी रण में विपक्षियों पर गरजे प्रधानमंत्री मोदी
भुवन वर्मा बिलासपुर 23 अक्टूबर 2020
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
पटना — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सासाराम , गया और भागलपुर तीन चुनावी रैलियों को संबोधित किया। इस दौरान मोदी ने जहाँ एक ओर एनडीए सरकार की उपलब्धियाँ गिनायी वहीं दूसरी ओर इस बिहार चुनावी रण में राममंदिर , अनुच्छेद 370 , कृषि कानून , सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मुद्दों को लेकर विपक्षियों पर जमकर हमला बोला। इस दौरान मोदी के निशाने पर लालू परिवार रहा। पीएम मोदी की इन रैलियों में उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी भी शामिल रहे। सासाराम में बिहार चुनाव की अपनी पहली जनसभा को संबोधित को भोजपुरी भाषा में संबोधन करना शुरू किया। पीएम ने सबसे पहले रामविलास पासवान और रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद चुनावी सभा को संबोधित करते हुये लालू यादव और उनके परिवार पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा, आपने इन्हें भरोसे के साथ सत्ता सौंपी थी, लेकिन उन्होंने इसे कमाई का जरिया बना लिया। जब सत्ता से बेदखल किया, तो उनके अंदर जहर भर गया। दस साल तक यूपीए की सरकार में रहते हुये बिहार पर गुस्सा निकाला , ये लोग बिहार की हर योजना को लटकाने और भटकाने वाले हैं। पन्द्रह साल तक अपने शासन के दौरान इन्होंने बिहार को लूटा-खसोटा है। बिहार के लोग कभी कन्फ्यूजन में नहीं होते , जितनी रिपोर्ट आ रही हैं, सब में यही आ रहा है कि बिहार में फिर एक बार एनडीए सरकार बनने जा रही है। कोरोना से बचने के लिए जिस तरह यहां सरकार ने काम किया, उसके नतीजे आज दिख रहे हैं। दुनिया के अमीर देशों की हालत किसी से छिपी नहीं है। अगर बिहार में तेजी से काम नहीं हुआ होता तो महामारी हमारे कितने लोगों की जान ले लेती , कितना हाहाकार मचता, इसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता। लेकिन, बिहार सारी सावधानियों का पालन करते हुये लोकतंत्र का पर्व मना रहा है। चुनाव में कुछ लोग भ्रम फैलाने के लिये एक-दो चेहरों को बड़ा दिखाने लग जाते हैं। कुछ लोगों के उभरने की बातें फैलाई जाती हैं, लेकिन इससे वोटिंग पर फर्क नहीं पड़ता। बिहार के लोगों ने मन बना लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी फटकने नहीं देंगे। मोदी ने भोजपुरी में कहा कि भारत के सम्मान बा बिहार, भारत के स्वाभिमान बा बिहार, भारत के संस्कार बा बिहार, संपूर्ण क्रांति के शंखनाद बा बिहार, आत्मनिर्भर भारत के परचम बा बिहार। देश की सुरक्षा में भी बिहार के लोग सबसे आगे रहे। बिहार के सपूत गलवान घाटी में शहीद हो गये, लेकिन भारत माता का सिर नहीं झुकने दिया. ऐसा ही पुलवामा के हमले में हुआ था। मैं उन शहीदों को शीश नवाता हूँ।विपक्षियों पर हमला बोलते हुये मोदी ने कहा कि राफेल के लिये भी ये लोग बिचौलिए-दलाल की भाषा बोल रहे थे। इनके लिये देशहित नहीं, दलालों का हित ज्यादा महत्वपूर्ण है। जब बिचौलियों-दलालों पर चोट होती है, तब-तब ये लोग बौखला जाते हैं। ये लोग देश को कमजोर कर रहे लोगों का साथ देने से भी चूकते। ये लोग कह रहे हैं कि सत्ता में आये तो आर्टिकल 370 फिर लागू कर देंगे। इतना सब कहकर ये बिहार के लोगों से वोट मांँगने की हिम्मत कर रहे हैं। क्या ये बिहार के लोगों का अपमान नहीं है ? ये लोग जिसकी चाहे मदद ले लें, देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा।
केन्द्र के सहयोग से बिहार आगे बढ़ेगा – नीतीश कुमार
पीएम मोदी के साथ मंच पर मौजूद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई में देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी गई, बिहार में केंद्र द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन किया गया। केंद्र सरकार के सहयोग से दूसरे राज्य में फंँसे लोगों को बिहार वापस लाया गया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है। मोदी जी के नेतृत्व मे गांव-गांव में टेक्नॉलजी पहुंँच रहा है। आगे मौका मिलेगा तो केंद सरकार के सहयोग से पूरा बिहार आगे बढ़ेगा। सासाराम की इस रैली से बीजेपी के 12, JDU के 12 और VIP के एक उम्मीदवार एनडीए कार्यकर्ताओं के साथ अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र से पीएम की रैली से वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।
बिहार में अब लालटेन की जरूरत नहीं – मोदी
सासाराम के बाद गया में रैली को संबोधित करते हुये मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच ये दुनियाँ का पहला बड़ा चुनाव है, जहांँ इतनी बड़ी संख्या में मतदान होने वाला है। नज़र इस बात पर है कि खुद को सुरक्षित रखते हुये, बिहार लोकतंत्र को मजबूत कैसे करता है। आज आप एक नये बिहार को बनते देख रहे हैं। आज के बिहार में लालटेन की जरूरत खत्म हो गई है। आज बिहार के हर गरीब के घर में बिजली का कनेक्शन है, उजाला है। अब बिहार में बिजली की खपत तीन गुना बढ़ गई है। पहले बिहार में सूरज ढलने का मतलब होता था, सबकुछ बंद हो जाना. आज बिजली है.. रोशनी है.. और ऐसा माहौल है जिसमें बिहार का नागरिक आराम से रह सकता है. पहले यहां बिहार में सरकार चलाने वालों के सामने हत्या, डकैती होती थी। गया चुनावी रैली में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फं ललन सिंह, सुशील कुमार सिंह और चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी सहित अन्य नेता मौजूद रहे , जबकि बीजेपी के 09 , JDU के 06 और HAM के 04 उम्मीदवार विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से एनडीए कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल रूप से जुड़े थे।
बिहार विकास का हकदार है – मोदी
पीएम मोदी ने भागलपुर की जनसभा में कहा कि बिहार विकास का हकदार है, ऐसे लोग जिन्होंने अपने परिवार का विकास किया वो दोबारा बिहार पर राज नहीं कर सकते हैं। राजद पर पीएम मोदी ने कहा कि वो लोग सरकारी नौकरी देने को रिश्वत का जरिया मानते हैं। मोदी ने कहा कि जिन्हें शिक्षा का महत्व नहीं पता, वो राज्य का भविष्य कैसे संँवारेंगे ? बिहार में पहले की सरकारों ने आदिवासियों के कल्याण के लिये कुछ नहीं किया और झूठे वादे किये। हमारी सरकार आदिवासियों के घर और रोजगार पर ध्यान दे रही है। मोदी ने विपक्षियों पर निशाना साधते हुये कहा कि विपक्षी पार्टियाँ अनुच्छेद 370 , राममंदिर और सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करने में जुटे हुये हैं। वे लोग सिर्फ सत्ता सुख के लिये काम कर रहे हैं। लेकिन बिहार की जनता ने सब जान लिया है और ठान लिया है कि फिर से यहाँ एनडीए की सरकार बनने जा रही है। पीएम मोदी की तीसरी और अन्तिम भागलपुर चुनावी रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित एनडी के अन्य नेता मौजूद थे। इस रैली से बीजेपी के 10, JDU के 13 और HAM के एक उम्मीदवार विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से एनडीए कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल रूप से जुड़े थे।
रैली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
रैली में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सांसद डॉ संजय जायसवाल समेत कई नेता मौजूद रहे। कोरोना काल में पहली बार हो रही पीएम की इस सार्वजनिक रैली के लिये सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे। रैली के प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्कैनिंग के अलावा सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल करने के साथ ही सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखा गया।
बारह रैलियां करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
बिफहार चुनाव के प्रथम चरण में मोदी बारह दिनों में बारह रैलियांँ करेंगे। अब 28 अक्टूबर को दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना में रैली करेंगे। प्रधानमंत्री का तीसरा दौरा एक नवंबर को छपरा, पूर्वी चंपारण और समस्तीपुर में होगा तो चौथा और अंतिम दौरा पश्चिमी चंपारण, सहरसा और अररिया के फारबिसगंज में होगा।