राष्ट्रीय उच्चर मा. विद्यालय छतौद (तिल्दा) मरणासन्न स्थिति में : अंचल का सबसे पुराना स्कूल में मात्र एक शिक्षक,सो रहे हैं अंचल के जनप्रतिनिधि

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राष्ट्रीय उच्चर माध्यमिक विद्यालय छतौद मरणासन्न स्थिति में : अंचल का सबसे पुराना स्कूल में मात्र एक शिक्षक,सो रहे हैं अंचल के जनप्रतिनिधि

भुवन वर्मा बिलासपुर 27 अगस्त 2020

तिल्दा नेवरा/ विकास खंड तिल्दा के राष्ट्रीय उ.मा. विद्यालय छतौद 1965 से संचालित है जो राष्ट्रीय विद्यालय समिति रायपुर के अधीन है। यह शत प्रतिशत अनुदान प्राप्त विद्यालय है। जो शिक्षकों की कमी के कारण बंद होने की स्थिति में है। ग्रामीणों ने समाजसेवी एवं जिला पंचायत रायपुर के उपाध्यक्ष टंक राम वर्मा, अनिल अग्रवाल पूर्व सांसद प्रतिनिधि को आमंत्रित कर विद्यालय की स्थिति से अवगत कराया। ग्राम के वरिष्ठ एवं सेवानिवृत्त शिक्षक सेवादास वैष्णव और केदारनाथ वर्मा ने बताया कि यहाँ 9वी से 12वी तक विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, कला विषयो की पढ़ाई होती है। यहां 10वी और 12वी की बोर्ड परीक्षा का केंद्र 1988 से संचालित है। यहाँ प्राचार्य सहित अधिकांश शिक्षक सेवा निवृत्त हो चुके है अभी वर्तमान में एक शिक्षक, एक प्रयोगशाला सहायक और एक भृत्य कार्यरत है। दुर्भाग्य की बात है कि यहां के पदस्थ एक व्याख्याता और एक शिक्षक को 2 वर्षो से रायपुर विद्यालय में संलग्न कर रखा है। शासन द्वारा शिक्षक की नियुक्ति नही करने के कारण अध्यापन कार्य प्रभावित है जिसके कारण पालको के द्वारा बच्चो के भविष्य को देखते हुए सहयोग राशि एकत्रित कर स्नातकोत्तर एवं बीएड प्रशिक्षित 9 बेरोजगारों को मानसेवी शिक्षक के रूप में पदस्थ किया गया है जिन्हें प्रतिमाह 60 हजार रु. मानदेय दिया जाता है। इतनी राशि एकत्रित कर भुगतान करना पालको के लिए बहुत ही असहनीय एवं कष्टप्रद हो गया है।

विद्यालय को आगे चलाने में असमर्थता व्यक्त कर रहे है एवं विद्यालय को शासनाधीन करने की मांग किये है। यदि स्कूल संचालित नही होगा तो रख रखाव के अभाव में भवन खराब हो जाएगा और असामाजिक तत्वों का डेरा बन जायेगा। जिस स्कूल को खून पसीने की कमाई से खड़ा किये उसे बर्बाद होते नही देखना चाहते। इस स्कूल से पढ़कर लोग बड़े बड़े अफसर बने है और गांव का नाम रौशन कर रहे है लेकिन आज यही स्कूल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। 1965 के भीषण अकाल के समय विद्यालय की आवश्यकता को देखते हुए गांव एवं आस पास के किसानों ने राशि एकत्र कर स्कूल बनवाया जो सर्व सुविधा युक्त है। टंक राम वर्मा ने कहा कि यह भवन 55 साल पुराना है लेकिन इसकी मजबूती और रखरखाव को देखने से ऐसा लग रहा है की इसका निर्माण 2 -3 वर्ष पूर्व हुआ हो।विद्यालय की समस्या को शासन के समक्ष रख कर शासनाधीन करने की माँग करेंगे।
तिल्दा नेवरा से दिलीप वर्मा की खास खबर।

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