PM Modi Speech: सेना के पराक्रम से रोजगार तक, पीएम मोदी के 103 मिनट के संबोधन की बड़ी बातें

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पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित किया। 103 मिनट के संबोधन में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर से लेकर मिशन सुदर्शन चक्र तक तमाम मुद्दों का जिक्र किया। आइए जानते हैं पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें…।

  • पीएम मोदी ने कहा कि आजादी का महापर्व संकल्प का महापर्व है। यह सामूहिक सिद्धियों का महापर्व है। देश एकता की भावना को मजबूती दे रहा है।
  • पीएम मोदी ने कहा कि प्रकृति हमारी परीक्षा ले रही है। प्राकृतिक आपदाएं हम झेल रहे हैं। पीड़ितों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। राज्य और केंद्र सरकार बचाव और राहत कार्य में जुटे हैं।
  • ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र – पीएम मोदी ने कहा कि हमारे सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्ले आम किया। पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था। ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है। हमने सेना को खुली छूट दी। हमारी सेना ने वो करके दिखाया, जो कई दशकों तक भुलाया नहीं जा सकता। आतंक और आतंकियों को पालने पोसने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानते। वे मानवता के समान दुश्मन हैं। अब भारत ने तय कर लिया है कि परमाणु धमकियों को हम नहीं सहेंगे। परमाणु ब्लैकमेल अब नहीं सहा जाएगा।
  • पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश के युवाओं से कहता हूं कि अपने आइडियाज को कभी मरने मत देना। मैं आपके साथ खड़ा हूं। आपका साथी बनने के काम करने के लिए तैयार हूं। जो युवा मैन्युफैक्चरिंग के बारे में सोचते हैं वो अगर सरकार के नियमों में बदलाव चाहते हैं तो मुझे बताइए। हम एक भी पल अब गंवाना नहीं चाहते। जब सरकार और मैं स्वयं आपके साथ हूं तो हम नया इतिहास बना सकते हैं। साथियों आज नेशनल मैन्युफैक्चरिंग मिशन पर तेजी से काम हो रहा है। हमारे एमएसएमई का लोहा पूरी दुनिया मानती है। हमारे एमएसएमई के औजार पूरी दुनिया में जाते हैं। इसलिए उनकी शक्ति बढ़े। आज कहना चाहता हूं कि हमें विश्व बाजार में अपने सामर्थ्य का लोहा मनवाना है तो हमें क्वालिटी बनाए रखनी है। हम सभी जो उत्पादन के क्षेत्र में लगे हैं उनका मंत्र होना चाहिए- दाम कम पर दम ज्यादा।
  • पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों को पता चला है कि सिंधु का समझौता कितना एकतरफा है। भारत का पानी दुश्मनों की धरती को सींच रहा है। मेरे देश की धरती प्यासी है। पिछले कई दशक से इस समझौते ने देश के किसानों का नुकसान किया। हिंदुस्तान के हक का जो पानी है। उस पर अधिकार सिर्फ और सिर्फ हिंदुस्तान का है। हिंदुस्तान के किसानों का है। भारत कतई सिंधु समझौते को जिस स्वरूप में सहता रहा है, उसे नहीं सहेगा। किसान हित में और राष्ट्रहित में यह समझौता हमें मंजूर नहीं है।
  • पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा गुलामी ने हमें निर्धन बना दिया। गुलामी ने हमें निर्भर भी बना दिया और हमारी निर्भरता बढ़ती गई। दुर्भाग्य तो तब है जब निर्भरता की आदत लग जाए। आत्मनिर्भर होने के लिए हर वक्त जागरूक होना पड़ता है। आत्मनिर्भरता का नाता सिर्फ आयात और निर्यात, पैसे और डॉलर तक सीमित नहीं है। इसका नाता हमारे सामर्थ्य से जुडा हुआ है। जब आत्मनिर्भरता खत्म होने लगती है तो सामर्थ्य भी निरंतर क्षीण होता जाता है। इसलिए हमारे सामर्थ्य को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए आत्मनिर्भर होना अनिवार्य है।
  • पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में 50 साल पहले सेमीकंडक्टर के लिए फाइलें शुरू हुई। विचार शुरू हुए। लेकिन मेरे नौजवान हैरान हो जाएंगे कि 50-60 साल पहले वो विचार-फाइलें अटक गईं, लटक गईं। हमारे बाद कई देश सेमीकंडक्टर में आज महारत हासिल कर दुनिया में अपनी ताकत को प्रस्थापित कर रहे हैं। आज हम मिशन मोड में सेमीकंडक्टर के लक्ष्य को आगे बढ़ा रहे हैं। हम छह सेमीकंडक्टर यूनिट्स की नींव रख चुके हैं। इस वर्ष के अंत तक मेड इन इंडिया यानी भारत में बनी हुई, भारत के लोगों द्वारा बनी हुई चिप्स बाजार में आ जाएंगी।
  • पीएम मोदी ने कहा कि भारत की मिशन ग्रीन हाइड्रोजन में आज हजारों करोड़ निवेश कर रहा है। परमाणु ऊर्जा में 10 नए परमाणु रिएक्टर काम कर रहे हैं। 2047 तक हम परमाणु ऊर्जा क्षमता 10 गुना से आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। हम परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में बड़े बदलाव लाएंगे। हमने प्राइवेट सेक्टर के लिए परमाणु ऊर्जा के द्वार खोल दिए हैं।
  • पीएम मोदी ने कहा कि भारत नया मिशन शुरू करने जा रहा है। भारत एक डीप वॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन शुरू करने जा रहा है। यह ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए हमारी अहम घोषणा है। इसके जरिये हम समुद्र के भीतर तेल और गैस भंडार खोजने की दिशा में काम करेंगे।
  • पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया क्रिटिकल मिनरल को लेकर सतर्क हो गया है। हमारे लिए भी क्रिटिकल मिनरल्स में आत्मनिर्भरता अनिवार्य है। रक्षा, तकनीक, आदि क्षेत्रों में क्रिटिकल मिनरल्स की काफी बड़ी भूमिका है। इसलिए नेशनल क्रिटिकल मिशन हमने लॉन्च किया है। 1200 से अधिक स्थानों पर खोज का अभियान चल रहा है। हम क्रिटिकल मिनरल्स की दिशा में भी आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है।
  • पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया जब ग्लोबल वॉर्मिंग के लिए चिंता करती है तो मैं विश्व को यह बताना चाहता हूं कि हमने लक्ष्य रखा था कि 2030 तक हम स्वच्छ ऊर्जा के प्रयोग को 50 फीसदी तक पहुंचा देंगे। मेरे देशवासियों का संकल्प देखिए- हमने जो लक्ष्य 2030 के लिए रखा था, वो 50 प्रतिशत क्लीन एनर्जी का लक्ष्य, हमने 2025 में ही अचीव कर लिया। क्योंकि प्रकृति के प्रति हम उतने ही जिम्मेदार लोग हैं। बजट का बड़ा हिस्सा पेट्रोल-डीजल को लाने के लिए खर्च होता है। अगर हम ऊर्जा पर निर्भर न होते तो वो धन हमारे युवाओं के लिए काम आता। हमारे किसानों के लिए काम आता। हमारे गांवों की किस्मत पलटने के काम आता। गरीबों को निर्धनता से बाहर लाने में काम आता। लेकिन अब देश को विकसित बनाने के लिए हम अलग से कोशिशें कर रहे हैं।

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