बिलासपुर अपोलो प्रबंधन का आतंक आखिर कब तक ,अंचल के लोगों की जान और माल कब तक लूटते रहेंगे :जिला प्रशासन की मौन समझ से परे

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भुवन वर्मा बिलासपुर 7 जुलाई 2020

बिलासपुर । मौत के सौदागर अपोलो मरीज को अपना एटीएम ही मानतें हैं। शहर गत दिवस एक होनहार बेटी खोई हैं ।परिजन सहित आज जन को समझ ही नही आया हसती खेलती लड़की को अचानक क्या हुआ।
अंचल के खासकर अम्बिकापुर, रायगढ़ से बिलासपुर तक ऐसा कोई नागरिक नहीं होगा जिसका अपोलो हॉस्पिटल के साथ कोई बुरा अनुभव ना रहा हो । फिर भी आदमी अपनी जान हथेली पर रखकर आपात स्थिति में भगवान का घर समझ कर वहां जाता है । हर आदमी यह बात समझता है कि हर सुविधा की एक कीमत होती है, जो चुकानी ही पड़ती है । लेकिन वो कीमत जब किसी की जान से बड़ी होने लग जाए तो प्रतिकार और विरोध होना ही चाहिए ।

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र नोबल प्रोफेशन में आता है । जितना सम्मान हम आपको देते हैं आपकी जिम्मेदारी उतने गुणा बढ़ जाती है । बहुत से अच्छे डॉ भी है अपोलो में लेकिन वो भी प्रबंधन के आगे मजबूर हो जाते हैं ।
उनसे भी यही विनती है कि विरोध करिए । मरीज को एटीएम मशीन जैसे ट्रीट करना बंद करिए । आपको आदत होगी रोज लोगो को मरते देखने की हमको नहीं है । जिसके परिवार का कोई जाता है उससे पूछो की क्या गुजरती है ।

अब ये बंद होना ही चाहिए । अब समय आ गया है आप हम सब का इस समस्या के खिलाफ आवाज बुलंद करने का । सड़क से लेकर संसद तक जहां भी आवाज उठानी पड़े तो आगे बढ़कर हाथ उठाइए ….आप जिस प्लेटफॉर्म पर हैं वहां से विरोध करिए … हमारे विधायक, सांसद, जनप्रतिनिधि, मंत्री, मुख्य मंत्री, प्रधानमंत्री सबको सबको इस विषय पर गंभीरता से चिंतन करना होगा , अब लेकिन चुप बैठने का समय नही हैं ।.

अच्छी स्वास्थ्य सुविधा हमारा मौलिक अधिकार है और उसका हनन एक गंभीर अपराध !
एसएससीएल एनटीपीसी के टाई अप हॉस्पिटल होने के नाते वहां के कर्मचारियों की छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं पर उपचार का 5 से 10 लाख रू की बिल संबंधित संस्थान से अपोलो आंख मूंदकर वसूलती है । कर्मचारी भी इसका विरोध नहीं करते क्योंकि उन्हें जो कंपनी से उपचार की निशुल्क सुविधा मिली होती है ।
कफ़न चोर अपोलो प्रबंधन यही फार्मूला वह हम आम नागरिकों पर भी लगाती है ।

ध्यान रहे,,,,
हमारे शहर में और भी बड़े बड़े बेहतर अस्पताल खुल चुके हैं । वहां भी बेहतर सुविधा के साथ पूरी सेटप है,,। स्वास्थ्य समस्या पर हम अंचल वासियों को उन पर भरोसे के साथ बेहतर स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं ।

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