आज मन की बात में चीन पर गरजे प्रधानमंत्री मोदी
भुवन वर्मा बिलासपुर 28 जून
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली — देश में चल रहे कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 66 एपिसोड के जरिये देश को संबोधित करते हुये कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंँख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है। भारत मित्रता निभाना जानता है तो आंँख-में-आंँख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है। उन्होंने लद्दाख के गलवान घाटी में शहीद हुये भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुये कहा कि हमारे बहादुर दिलों ने दिखाया है कि उन्होंने भारत माता को कोई नुकसान नहीं पहुंँचाया , उनकी वीरता को हमेशा याद किया जायेगा। जिन परिवारों ने अपने बेटों को खो दिया, वे अब भी अपने अन्य बच्चों को सुरक्षा बलों में भेजना चाहते हैं। उनकी भावना और बलिदान आदरणीय है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमारा प्रयास देश को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में होना चाहिये। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में जहां एक तरफ बड़े-बड़े संकट आते गये वहीं सभी बाधाओं को दूर करते हुये अनेकों-अनेक सृजन भी हुये। नये साहित्य रचे गये , नये अनुसंधान हुये , नए सिद्धांत गढ़े गयेयानि संकट के दौरान भी हर क्षेत्र में सृजन की प्रक्रिया जारी रही और हमारी संस्कृति पुष्पित-पल्लवित होती रही। वैश्विक महामारी के संदर्भ में मोदी ने कहा कि लॉकडाउन की तुलना में, हमें अनलॉक के दौरान अब और भी अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। यदि आप मास्क नहीं पहनते हैं और अन्य सावधानी नही बरतते हैं तो आप खुद को और साथ ही दूसरों को जोखिम में डालते हैं। पीएम ने कहा कि कोई भी मिशन जन-भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है। इसीलिए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नागरिक के तौर पर हम सबका संकल्प, समर्पण और सहयोग बहुत जरूरी है।
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