बदलेगा मंत्रियों का पता : नवा रायपुर में बंगले के लिए चिट्ठी, उद्योग मंत्री को भी मिला

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नवा रायपुर में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों के नए बंगले तैयार हो गए हैं। पिछले दिनों संपदा विभाग ने उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के आवेदन पर उन्हें सेक्टर 24 में बंगले का आवंटन किया है।

रायपुर। नवा रायपुर में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों के नए बंगले तैयार हो गए हैं। मुख्यमंत्री के गृह प्रवेश करने के बाद अब कई मंत्रियों ने यहां पर बंगले आवंटन के लिए संपदा विभाग को लिखा है। सभी मंत्रियों को बंगला आवंटन होने के बाद नए साल तक यहां पर शिफ्ट होने की संभावना है। पिछले दिनों संपदा विभाग ने उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के आवेदन पर उन्हें सेक्टर 24 में बंगले का आवंटन किया है। उनका नया बंगला मंत्री रामविचार नेताम के बंगले से लगा हुआ है। यहां पर मंत्री दयालदास बघेल और लक्ष्मी राजवाड़े को पहले ही आवंटन हो चुका है। अन्य मंत्रियों को आवंटन जल्द जारी होगा।

दरअसल, नवा रायपुर में मंत्रियों और अधिकारियों के बंगले बनकर तैयार हो गए हैं। कृषि मंत्री रामविचार नेताम पहले मंत्री हैं, जो नवा रायपुर में शिफ्ट हो गए हैं। नवा रायपुर के सेक्टर-24 में मंत्रियों के बंगले बनकर तैयार हैं। मंत्री के बंगले 2 एकड़ में बनकर तैयार हुए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री निवास अलग से 8 एकड़ में बनकर तैयार है। सेक्टर 24 में मंत्री के अलावा अधिकारियों के लिए 78 बंगले तैयार किए गए हैं, लेकिन शिफ्टिंग अभी तक केवल एक मंत्री व 10 अफसरों की हुई है। नवा रायपुर में तैयार इन दिनों बंगलों के रखरखाव में ही हर महीने लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं। नवा रायपुर में शिफ्ट होते ही कामकाज में भी तेजी आएगी, साथ ही अनावश्यक खर्च में भी कमी आएगी।

65 करोड़ की लागत से बना है सीएम हाउस

छत्तीसगढ़ का नया सीएम हाउस 65 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हो रहा है। सीएम आवास की सुरक्षा के लिए हाइटेक तकनीकी का उपयोग किया गया है। इसके अलावा थियेटर, हेल्थ सेंटर, लाइब्रेरी जैसी कई सुविधाएं सीएम आवास में होंगी। मुख्यमंत्री निवास करीब 8 एकड़ में बनकर तैयार हो गया है। सीएम विष्णुदेव साय ने गृह प्रवेश कर लिया है। आने
वाले दिनों में मुख्यमंत्री यहां रहने लगेंगे साथ ही उनका कार्यालय भी यहां पर शिफ्ट होगा।

591 करोड़ की लागत

सेक्टर 24 में राजभवन, स्पीकर हाउस, मंत्रियों व अफसरों के बंगले के साथ ही 164 आवास बनाए जा रहे हैं, इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी पुणे की कंपनी को दी गई थी। वहीं राजभवन का कैंपस 14 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें दरबार हॉल के अलावा सेक्रेटेरियट बिल्डिंग व स्टाफ क्वार्टर बने हुए हैं। कुल 591.75 करोड़ रुपए की लागत से इस काम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

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