छत्तीसगढ़ के अस्मिता एवं स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों के विरूद्व कूर्मि समाज चलाएगा प्रदेश व्यापी कूर्मि चेतना विकास यात्रा
भुवन वर्मा बिलासपुर 10 जुलाई 2024
डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य बीमा योजना के नाम परिवर्तन के विरूद्व कूर्मि समाज आक्रोशित होकर निंदा प्रस्ताव पारित
सात इन्द्रधनुषी कार्यक्रम के माध्यम से कूर्मि समाज के समाज के विकास हेतु बनी कार्ययोजना
बिलासपुर । छत्तीसगढ़ कूर्मि क्षत्रिय चेतना मंच द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ में निवासरत कूर्मि समाज के 30 उपजाति फिरका/उपजाति समूह के प्रमुखो एवं 10 सक्रिय संगठन के पदाधिकारियों का क्षमता विकास प्रशिक्षण एवं कार्ययोजना का आयोजन बिलासपुर जिला स्थित वन चेतना केंद्र, सकरी में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। एक दिवसीय इस कार्यशाला में इसमें राज्य के सभी संभागों से 155 समाज प्रमुखों ने भागीदारी किए। इस कार्यशाला में समाज मे व्याप्त रूढ़िवादी परंपरा पर प्रतिबंध, वैज्ञानिक सोंच, शिक्षा ,व्यवसाय को बढ़ावा, प्रगतिशील कूर्मि समाज के समग्र विकास हेतु युवाओं तथा महिलाओं की भूमिका को सुनिश्चित करने के लिए कार्ययोजना का निर्धारण किया गया। कार्यशाला के प्रथम सत्र में अखिल भारतीय कूर्मि महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ जीतेंद्र सिंगरौल ने प्रोजेक्टर के माध्यम से समाज की दशा और दिशा का चित्रांकन करते हुए समाज के मूल पिछड़ेपन का रहस्योद्घाटन किया एवं विज्ञान सम्मत नवीन कार्ययोजना निर्धारण के लिए प्रेरित किए। समाज प्रमुख द्वारा आधुनिक समय के अनुरूप हो रहे बदलाव को एक स्वर में स्वीकार करते हुए 30 उपजाति फिरका में शादी व्याह पर लगे अवरूद्व को समाप्त कर एकीककरण के प्रस्ताव पारित किए।
कूर्मि समाज के समग्र विकास हेतु सात इन्द्रधनुषी अभियान पर लगी मुहर-
1. राजनीतिक हाई पावर कमेटी का गठनः- कूर्मि समाज अब राजनीतिक चेतना जागृत करना के लिए राजनीतिक हाई पावर कमेटी का गठन करेगा, जो समाज में राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर अपनी आवाज बुलंद करेगा।
2. मिडिया स्क्रीनिंग कमेटी का गठन- मिडिया के माध्यम से राजनैतिक षडयंत्र के रूप में कूर्मि समाज की जनसंख्या को गलत तरीके से प्रस्तुत करने एवं अनावश्यक समाज की छवि धूमिल करने पर समाज प्रमुखों द्वारा मिडिया स्क्रीनिंग कमेटी का गठन पर मुहर लगाए।
3. कूर्मि समाज युवाओं को उन्नत कृषि, उद्योग एवं व्यवसाय के लिए करेगा प्रेरित:- समाज द्वारा युवाओं को उन्नत कृषि,उद्योग एवं व्यवसाय के लिए विषय विशेषज्ञ से प्रशिक्षण दिलाकर उनको स्वरोजगार के प्रति उन्मुख करेगा।
4. कूर्मि चेतना विकास यात्रा का आयोजन कर प्रदेश भर के कूर्मि समाज में संवैधानिक जागरूकता अभियान चलाएगा।
5. कूर्मि समाज के वकील/ न्यायधीश का डारेक्टरी का प्रकाशन कर उन्हें समाज के लोगों से जोड़ने के लिए सम्मेलन का आयोजन करेगा।
6. कूर्मि चिकित्सक लोगों का चिन्हांकन कर कूर्मि चिकित्सक नेटवर्क तैयार करेगा।
7. कूर्मि समाज तैयार करेगा अपना पृथक डाटाबेस- लगातार फैलाए जा रहे भ्रांतियों को मद्देनजर रखते हुए आगामी 1 साल के दौरान सभी 30 फिरका द्वारा अपने- अपने उपजाति का वास्तविक संख्या व संसाधन की गणना करेगा।
कार्यशाला के प्रारंभ में अभ्यागतों ने तथागत गौतम बुद्ध व भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया। छत्तीसगढ़ कूर्मि क्षत्रिय चेतना मंच के प्रदेशाध्यक्ष इंजी लक्ष्मी कुमार गहवई ने स्वागत उद्बोधन में सर्व कूर्मि क्षत्रिय समाज के फिरका प्रमुखों व संगठन पदाधिकारियों के क्षमता विकास प्रशिक्षण, कार्ययोजना कार्य निर्धारण – कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाले। उद्घाटन अवसर पर कूर्मि पूरोहित प्रशिक्षण के राष्ट्रीय संयोजक डॉ हेमंत कौशिक, चेतना मंच के महिला प्रकोष्ठ से प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती भारती कश्यप, श्रीमती मधु कश्यप, श्रीमती मीना पाटनवार, श्रीमती शकुंतला पाटनवार, श्रीमती स्वाति वर्मा एवं कूर्मि पूरोहित पुरूषोत्तम कश्यप के साथ संयुक्त रूप से शंखनाद, मंत्रोच्चार व स्वस्ति वाचन किए।
कूर्मि चेतना पंचांग 2025 का प्रकाशन के लिए बनी रूपरेखा कूर्मि समाज में रूढ़िवादी परंपरा के बाधक तत्व पर चर्चा कर वैज्ञानिक सोच रखने वाले प्रगतिशील समाज के लिए, शिक्षा, व्यवसाय स्वास्थ्य चेतना, आर्थिक समृद्धि लाने युवाओं एवं महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने जैसे महत्वपूर्ण विषयों को कूर्मि चेतना पंचाग में शामिल करने पर बल दिया गया। इस हेतु कूर्मि समाज द्वारा समाज विकास पर उल्लेखनीय कार्य को लिपिबद्ध कर कूर्मि चेतना पंचांग के आगामी अंकों में प्रकाशित किया जाएगा, ताकि भावी पीढ़ी का मार्ग प्रशस्त हो सके। उल्लेखनीय है कि प्रति वर्ष लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती 31 अक्टूबर के अवसर पर कूर्मि समाज का राष्ट्रीय चेतना पंचांग प्रकाशित किया जाता है और देश के विभिन्न प्रदेशों में इसकी हजारों प्रतियां प्रेषित की जाती है। इसे अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा द्वारा राष्ट्रीय चेतना पंचांग के रूप में मान्यता प्राप्त है।
डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य बीमा योजना के नाम परिवर्तन के विरूद्ध निंदा प्रस्ताव पारित-कूर्मि समाज के प्रमुखों द्वारा राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के पुरोधा व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य बीमा योजना के नाम परिवर्तन पर कड़ी आपत्ति जताते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। छत्तीसगढ़ की अस्मिता व स्वाभिमान की रक्षा के लिए समाज जन जागरण अभियान के रूप में कूर्मि चेतना यात्रा निकालने भी सहमति बनी ।
पक्ष – विपक्ष के राजनैतिक नेताओें ने भी कार्यशाला में शामिल हुए
कूर्मि समाज द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतागण व बिल्हा विधायक माननीय धरमलाल कौशिक, श्री संतोष कौशिक गुरूजी एवं श्री प्रदीप कौशिक की उपस्थिति रही वही काग्रेस पार्टी जांजगीर.चांपा के विधायक माननीय व्यास नारायण कश्यप ने उपस्थित होकर समाज प्रमुखों के साथ अपना विचार साझा किए।
विभिन्न फिरका में हो रहे नवाचार गतिविधियों से रूबरू हुए फिरका प्रमुख – इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय कूर्मि महासभा के संरक्षक श्री मन्नू लाल परगनिया, चन्नाहू कूर्मि फिरका के पूर्व अध्यक्ष श्री अश्विनी चंद्राकर, दिल्लीवार कूर्मि समाज से डॉ. राजेन्द्र हरमुख, प्रदेश कूर्मि क्षत्रिय समाज के महामंत्री मोरध्वज चंद्राकर, चंद्रा समाज से पूर्व सिविल सर्जन एवं शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ भगवती प्रसाद चंद्रा, देशहा कूर्मि समाज अध्यक्ष हीरा सिंह कश्यप, रामशंकर, कश्यप, पाटनवार फिरका से सतीश कुमार पाटनवार, बैसवाड़े कूर्मि समाज से रामनारायण कश्यप, परगिया कूर्मि समाज से रामावतार वर्मा, सिगरौर फिरका से कौशल सिंह वर्मा, सन्नाड्य कूर्मि से कृष्ण कुमार कौशिक, सिंगरौल से बिरझेराम सिंगरौल ,रामू सिंगरौल, बडगैहा से हरिश्चंद्र वर्मा, बंधईया कूर्मि समाज से अश्विनी कश्यप, भोला कूर्मि छात्रावास ट्रस्ट रायपुर से डॉ मनोज वर्मा, रत्नेश्वर कूर्मि समाज से मनोहर लाल चंदेल व डॉ. महेन्द्र कश्यप, तिरेला कूर्मि समाज से ललित काकडे, एकबहिया कूर्मि समाज से वैज्ञानिक कीर्ति कश्यप, गबेल कूर्मि से श्री हजारी लाल गबेल, सरेठी कूर्मि समाज के प्रतिनिधि एवं जिलाध्यक्ष श्री श्यामूरत कौशिक, कन्नौजिया कूर्मि समाज से डॉ हेमंत कश्यप व महेन्द्र कश्यप, अथरिया कूर्मि समाज से श्री नरेश कौशिक, चंद्नाहू से अरूण कश्यप सहित 30 उपजाति फिरका प्रमुखों में अपने फिरका प्रमुखों द्वारा कार्यशाला के छ अलग-अलग सत्रों के विषय में श्रोत व्यक्ति के रूप में मंचासीन होकर विचार प्रवाह में हिस्सा लिया तथा समाज में हो रहे नवाचार गतिविधियों से लोगों को अवगत कराए।
इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति
लगभग सात घंटे चले इस कार्यशाला का संचालन चेतना मंच के प्रदेश महासचिव डॉ विश्वनाथ कश्यप व महिला सचिव माला चंद्राकर ने किया।एक दिवसीय इस में चेतना मंच के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष श्री सिद्धेश्वर पाटनवार, डॉ निर्मल नायक, श्री बी आर कौशिक, प्रसिद्व नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ एल सी मढरिया, चेतना मंच के प्रदेश कोषाध्यक्ष देवी प्रसाद चंद्राकर, चेतना मंच के पूर्व प्रदेश सचिव श्री सुरेश कौशिक, चेतना मंच के महिला संभागीय अध्यक्ष श्रीमती नूरीता प्रदीप कौशिक, अस्मिता एवं स्वभिमान पत्रिका के संपादक श्री भुवन वर्मा, श्री ऋषि कश्यप, मुंगेली जिला के कार्यकारी जिलाध्यक्ष श्री राजकुमार कश्यप, प्रदेश कूर्मि समाज के बिलासपुर जिला के कार्यकारी जिलाध्यक्ष श्री लक्ष्मीकांत कौशिक, श्री राजेन्द्र चंद्राकर, श्री देव चंद्राकर, श्री ईश्वरी चंद्राकर, श्री तोखन चंद्राकर, श्री कोमल पाटनवार, श्री जमुना पाटनवार, श्री रामगोपाल कश्यप, श्री महावीर चंद्रा, श्री ईश्वर लाल कश्यप, श्री पुनाराम कश्यप, श्री रविन्द्र पाटनवार, श्री रमाकांत कौशिक, डॉ नवीन कौशिक, श्रीमती राजकुमारी चंद्राकर , श्रीमती रजनी पाटनवार, श्रीमती ज्योति सिंगरौल, श्रीमती सुमन, श्रीमती ऋतु कुंभज सहित समाज के प्रमुखगण की उपस्थिति रही। इस अवसर पर चेतना मंच के संस्थापक सदस्य व केंद्रीय पदाधिकारी श्री माधवनाथ चंद्राकर ने आभार व्यक्त किया।