विडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से बना अटल विश्वविद्यालय – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सेमीकंडक्टर परियोजनाओं के शिलान्यास का साक्षी
विडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से बना अटल विश्वविद्यालय – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सेमीकंडक्टर परियोजनाओं के शिलान्यास का साक्षी
भुवन वर्मा बिलासपुर 15 मार्च 2024
बिलासपुर। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के सभागार में पीएम मोदी के सेमीकंडक्टर परियोजनाओं का शिलान्यास 13 मार्च के सीधे प्रसारण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी, कुलसचिव शैलेन्द्र दुबे एवं विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्रा बड़ी संख्या में सम्मिलित हुये। उक्त आयोजन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने गुजरात और असम के लिए 1.25 करोड़ के सेमीकंडक्टर परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा की आज का दिन ऐतिहासिक है आज हम इतिहास रच रहें है और इसके साथ ही उज्जवल भविष्य की तरफ बहुत बड़ा और मजबूत कदम भी उठा रहे हैं। आज सेमीकंडक्टर उत्पादन से जुडे़ करीब 1.25 लाख करोड़ रूपय के तीन परियोजना का शिलान्यास हुआ है। निश्चित ही भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन का एक वैश्विक केन्द्र (ग्लोबल हब) बनाने में मदद् करेगा।
माननीय प्रधानमंत्री जी के उद्बोधन के पश्चात डा. रश्मि गुप्ता, सहायक प्राध्यापक ने सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं को सेमीकण्डक्टर तकनीकी के बारे में बताया एवं कहा कि इन सेमीकण्डक्टर परियोजना का शिलाान्यास से हमें आई सी चिप को विदेशों से नहीं मंगाना पड़ेगा हमारा देश इस क्षेत्र में अब आत्मनिर्भर बन पाया है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मााननीय कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने विश्वविद्यालय सभागार में उपस्थित सभी अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राओं को संबंधित करते हुए उन्हे बधाई दी और कहा की भविष्य आप नौवजवान युवाओ और विद्यार्थियों का है। आप देश के विकास में सतत् हिस्से दारी और भागीदारी को बनाये और बढ़ाए। उन्होने प्रधानमंत्री के देश को विकासित करने के लगातार प्रयासों की सराहना की और कहा की निश्चित ही इस परियोजनाओं के द्वारा हमारे भारत देश में संभावनाओं और कौशल दोनो का विकास संभव होगा जो हमें विकसित भारत की ओर अग्रसर करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हम विश्वविद्यालय को शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ायेंगे। कार्यक्रम के अंत में डा. रश्मि गुप्ता सहा.प्राध्यापक ने धन्यवाद ज्ञापित किया।