वेदांता एल्यूमिनियम ने भारत के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट बेड़े के विस्तार से दी सतत प्रचालनों को मजबूती

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वेदांता एल्यूमिनियम ने भारत के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट बेड़े के विस्तार से दी सतत प्रचालनों को मजबूती

भुवन वर्मा बिलासपुर 06 जुलाई 2023

इंदौर ।इस बेड़े में भारत की सबसे पहली 10 टन की इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट शामिल है जिसे कंपनी के झारसुगुडा, ओडिशा के प्रचालनों में तैनात किया गया है। कंपनी की बालको (छत्तीसगढ़) और लांजीगढ़ (ओडिशा) इकाइयों में भी इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट का उपयोग किया जा रहा है। 7 जुलाई 2023। भारत के सबसे बड़े एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम के पास अब देष का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक लिथियम-आयन फोर्कलिफ्ट वाहनों का बेड़ा है। कंपनी के ओडिशा व छत्तीसगढ़ स्थित प्रचालनों में कुल 44 इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट तैनात हैं। कंपनी ने हाल ही में झारसुगुडा, ओडिशा स्थित अपने मेगा एल्यूमिनियम स्मेल्टर में भारत के पहले 10 टन के इलेक्ट्रिक लिथियम-आयन फोर्कलिफ्ट का प्रयोग प्रारंभ किया है। इसके अलावा कंपनी ने 3 व 5 टन के इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट का इस्तेमाल पहली बार लांजीगढ़, ओडिशा स्थित अपनी विश्वस्तरीय एल्यूमिना रिफाइनरी तथा कोरबा, छत्तीसगढ़ स्थित अपनी अनुषंगी कंपनी भारत की प्रतिष्ठित एल्यूमिनियम उत्पादक बालको में शुरू किया है।

इस कदम से वेदांता एल्यूमिनियम के प्रचालनों की सतत प्रकृति मजबूत हुई है। यह कार्य जीईएआर (जेमिनी इक्विपमेंट एंड रेंटल्स प्राइवेट लिमिटेड) इंडिया और टीएआरओएन लिफ्ट एंड मूव के सहयोग से हुआ है। अपने औद्योगिक वाहन बेड़े को कार्बन शून्य बनाने की दिशा में वेदांता एल्यूमिनियम द्वारा उठाया गया यह कदम महत्वपूर्ण है। तेज व सुरक्षित तरीके से बैटरी चार्ज करने की क्षमताओं के साथ इन फोर्कलिफ्ट ने प्रचालनीय कुशलता में क्रांतिकारी बदलाव करते हुए कार्बन उत्सर्जन व ईंधन खपत घटाने में योगदान दिया है। इस तरह वेदांता एल्यूमिनियम को वर्ष 2050 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।

इलेक्ट्रिक लिथियम-आयन फोर्कलिफ्ट कंपनी के कार्बन फुटप्रिंट घटाने में मददगार हैं। इन तरीकों में शामिल हैं:
सालाना लगभग 1600 टन कार्बन डाइ ऑक्साइड के समकक्ष ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में संभावित कमी आएगी। 10 टन की फोर्कलिफ्ट अकेले प्रति वर्ष प्रति वाहन कार्बन डाइ ऑक्साइड का उत्सर्जन 85 टन कम कर देती है। ईंधन खपत में कमी से प्रति वर्ष 5.1 लाख लीटर से अधिक डीजल बचत होने का अनुमान है।
कंपनी वर्ष 2030 तक लाइट मोटर व्हीकल बेड़े को 100 प्रतिशत कार्बन शून्य करने तथा वर्ष 2035 तक माइनिंग बेड़े को 75 प्रतिशत कार्बन शून्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। दुनिया के सबसे बड़े एल्यूमिनियम स्मेल्टरों में शामिल वेदांता एल्यूमिनियम, झारसुगुड़ा अपने प्रचालन में वित्तीय वर्ष 2023 में 27 फोर्कलिफ्ट शामिल कर घरेलू विनिर्माण उद्योग में अगुवा बनकर उभरी। उस वक्त यह देश में इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट का सबसे बड़ा बेड़ा था। इस कदम से कार्बन उत्सर्जन में कमी के नतीजों से उत्साहित होकर कंपनी ने अपने सभी संयंत्रों में बेड़े का विस्तार करते हुए इस वर्ष इसे 44 यूनिट कर दिया है। कंपनी का यह कदम अपने प्रचालनों में कार्बन को कम करने की दिषा में अत्याधुनिक तकनीकों की तैनाती और कार्यों की सतत समीक्षा के प्रति कटिबद्धता का द्योतक है।

प्रचालनों में सुरक्षा की मजबूती व दक्षता सुनिश्चित करने के लिए ये फोर्कलिफ्ट आईओटी आधारित ’स्मार्ट फ्लीट मैनेजमेंट’ सिस्टम से युक्त हैं। यह अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी फोर्कलिफ्ट के प्रदर्षन की रियल-टाइम निगरानी करने के साथ ही भावी अनुरक्षण संबंधी जरूरतों को दर्ज एवं कार्यस्थल पर सुरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करती है। इसके अलावा ये फॉरवर्ड और रिवर्स कैमरा से लैस हैं जिससे ऑपरेटर हेतु पूरी दृश्यता सुनिश्चित होती है। रेड-जोन लाइट व ब्ल्यू स्पॉटलाइट फोर्कलिफ्ट के इर्दगिर्द एक सुरक्षित ऑपरेटिंग जोन बना देती हैं। मुड़ते वक्त ऑटोमेटिक डिसेलेरेशन मैकेनिज्म के कारण वाहन धीमा हो जाता है जिससे सुरक्षा बेहतर हो जाती है। कोर मैन्युफैक्चरिंग प्रचालनों में लैंगिक विविधता को बढ़ावा देने और महिला व ट्रांसजेंडर कर्मचारियों में फोर्कलिफ्ट चलाने की विषेषज्ञता विकसित करने के लिए कंपनी द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

वेदांता लिमिटेड, एल्यूमिनियम व्यवसाय के मुख्य प्रचालन अधिकारी श्री सुनील गुप्ता ने इस उपलब्धि पर कहा, ’’उच्च गुणवत्ता एल्यूमिनियम के उत्पादन के साथ ही वेदांता एल्यूमिनियम अपनी सस्टेनेबिलिटी परफॉरमेंस को बढ़ाने की दिषा में नई कार्यषैली ढूंढ़ने और नवाचार आधारित कार्यषैली को प्रोत्साहित करती है। ईएसजी (पर्यावरण, समाज, गवर्नेंस) उत्कृष्टता को प्रोत्साहन देने के मिशन हेतु कंपनी समर्पित हैं जो इसकी सभी व्यावसायिक उपलब्धियों की बुनियाद है। प्रमुख तकनीकी प्रदाताओं के साथ साझेदारी से वेदांता एल्यूमिनियम सस्टेनेबल मैटेरियल हैंडलिंग कार्य शैली के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी के तौर पर स्थापित हो गई है। भारत की पहली 10 टन इलेक्ट्रिक लिथियम-आयन फोर्कलिफ्ट की कमिशनिंग नेट जीरो फ्यूचर की ओर तेजी से बढ़ने की कंपनी की प्रतिबद्धता की पुनर्पुष्टि करती है।’’

जीईएआर इंडिया के कार्यकारी अध्यक्ष श्री वरुण चोपड़ा ने वेदांता एल्यूमिनियम के साथ साझेदारी पर कहा, ’’वेदांता एल्यूमिनियम की सस्टेनेबिलिटी यात्रा में सहयोगी बनकर जीईएआर को प्रसन्नता है। कंपनी सस्टेनेबल मैटेरियल हैंडलिंग सॉल्यूशंस के क्षेत्र में अग्रणी है और वेदांता एल्यूमिनियम की डिकार्बनाइजेशन यात्रा में साझेदारी बड़े गर्व का विषय है। भारत की पहली 10 टन इलेक्ट्रिक लिथियम-आयन फोर्कलिफ्ट की कमिशनिंग 41 शून्य उत्सर्जन लिथियम-आयन फोर्कलिफ्ट का हिस्सा है जिनकी तैनाती वेदांता झारसुगुडा व बालको में की गई है। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। स्वच्छ एवं सक्षम इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और मैटेरियल हैंडलिंग सॉल्यूशंस के प्रोत्साहन और उनकी तैनाती की दिषा में दोनों ही कंपनियां साझा कटिबद्धता को प्रदर्षित करती है।’’

वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 23 में 22.9 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है। इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2022 में दूसरी वैश्विक रैंकिंग मिली है जो इसकी सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रक्रियाओं का प्रमाण है। देश भर में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स, एल्यूमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।

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