जिला पंचायत में भी रहा कांग्रेस का दबदबा
भुवन वर्मा, बिलासपुर 14 फरवरी 2020
रायपुर — छत्तीसगढ़ के सभी 27 जिलों में आज जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये मतदान हुआ। जिला पंचायत चुनाव में भी 27 में से 21 जिला पंचायत में कांग्रेस ने जीत हासिल किया है।
सभी जिला पंचायतों की सूची —
सूरजपुर- जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमारी मरावी अध्यक्ष निर्वाचित हुई है।
नारायणपुर- कांग्रेस की श्यामबती नेताम निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई।
बलरामपुर- बीजेपी की निशा सिंह नेताम निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई है।
राजनांदगांव- भाजपा की गीता घासी साहू अध्यक्ष चुनी गई है। यहां से कांग्रेस के एक सदस्य ने क्रॉस वोटिंग किया है।
कोरिया – भाजपा की रेणुका सिंह आयाम अध्य़क्ष चुनी गई है।
बलौदाबाजार- कांग्रेस के राकेश वर्मा अध्यक्ष चुने गये है।
मुंगेली – कांग्रेस की लेखनी सोनू चन्द्राकर अध्यक्ष चुनी गई है।
जांजगीर चांपा- कांग्रेस के यनिता यशवंत चंद्रा अध्यक्ष चुनी गई है।
अंबिकापुर- सरगुजा से कांग्रेस की मधु सिंह अध्यक्ष चुनी गई है।
जशपुर – बीजेपी की रायमुनी भगत अध्यक्ष बनी है।
बिलासपुर- कांग्रेस के अरुण सिंह अध्यक्ष निर्वाचित हुये हैं।
बेमेतरा- भाजपा की सुनीता हीरालाल अध्यक्ष बनी।
दन्तेवाड़ा – कांग्रेस प्रत्याशी तूलिका कर्मा अध्यक्ष निर्वाचित हुई।
दुर्ग- कांग्रेस से शालिनी यादव अध्यक्ष बनी।
रायपुर- कांग्रेस की डोमेश्वरी वर्मा अध्यक्ष निर्वाचित हुई।
महासमुंद – कांग्रेस से उषा पटेल अध्यक्ष बनी।
रायगढ़- कांग्रेस समर्थित निराकार पटेल अध्यक्ष बने।
गरियाबंद – कांग्रेस की स्मृति ठाकुर अध्यक्ष बनी।
जगदलपुर- बीजेपी के पूर्व सांसद दिनेश कश्यप की धर्मपत्नी वेदवती कश्यप अध्यक्ष बनी।
कोंडागांव- कांग्रेस के देवचंद मतलाम अध्यक्ष बने.
बीजापुर- कांग्रेस के शंकर कुड़ियाम अध्यक्ष चुने गये।
सुकमा- यहां कांग्रेस से दूसरी बार हरीश कवासी अध्यक्ष चुने गये हैं।
धमतरी- कांग्रेस की कांति सोनवानी निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं।
कोरबा- कांग्रेस के शिवकला कंवर अध्यक्ष चुने गये।
बालोद- कांग्रेस की सोनादेवी देशलहरा निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं।
कवर्धा – कबीरधाम जिला पंचायत के आरक्षित सीट पर सुशीला रामकुमार भट्ट अध्यक्ष पद के लिये निर्विरोध निर्वाचित हो गई है।
कांकेर- कांकेर जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर कांग्रेस के हेमंत ध्रुव निर्विरोध निर्वाचित हुये है।
अरविन्द तिवारी की रपट