हरिहर ऑक्सीजोन पंप हाउस का प्रोजेक्ट सोलार सिस्टम कोमा में : मुख्यमंत्री भूपेश व कलेक्टर के अनुमति के बाद भी नही हो रहा काम, भीषण गर्मी से झुलस रहे पौधे

0

हरिहर ऑक्सीजोन पंप हाउस का प्रोजेक्ट सोलार सिस्टम कोमा में : मुख्यमंत्री भूपेश व कलेक्टर के अनुमति के बाद भी नही हो रहा काम, भीषण गर्मी से झुलस रहे पौधे

भुवन वर्मा बिलासपुर 13 मार्च 2023

बिलासपुर । हरिहर ऑक्सीजन पंप हाउस में सोलार सिस्टम, पचरी तक पक्की नहर नाली व काकिट मार्ग निर्माण कार्य हेतु भूपेश बघेल मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ शासन सहित कलेक्टर बिलासपुर को लिखित ज्ञापन 1 साल पहले दिया गया था ।
मुख्यमंत्री कार्यालय रायपुर से गत वर्ष आदेश आ चुका था जिसका पत्र क्रमांक :- 2500722008580 मु.म.नि. 20/06/2022 है । जो कहीं गुम हो चुकी है , याने अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई ।

इस वर्ष के भीषण गर्मी में उद्यान के पौधों को जीवित रखना बहुत कठिन हो रहा है । हरिहर ऑक्सीजन परिक्षेत्र सेंदरी साईड आये दिन पावर कट एवं केबल तार की चोरी से परिक्षेत्र के पौधों की सेवा जतन करना बहुत कष्टदायक हो रहा है । कुछ महत्वपूर्ण मांगों के साथ सोलर सिस्टम की मांग सदस्यों द्वारा दो साल पूर्व की गई थी जो अब तक पूर्ण नहीं हुई । इस बावत बिलासपुर क्रेडा प्रभारी से भी कई बार चर्चा हुई । उनके द्वारा कोटेशन बना कर कलेक्टर को दिया जा चुका है । लेकिन अभी तक पास नही हुआ है । पानी पंप के लिए सोलर सिस्टम प्रोजेक्ट फाइल का एक साल से ऑफिस ऑफिस – टेबल टेबल का खेल हो रहा है । अभी तक सोलर सिस्टम का काम नहीं हुआ है ।

विदित हो कि हरिहर ऑक्सीजन वृक्षारोपण परीक्षेत्र अरपा साईड, रतनपुर रोड सेंदरी में बिना किसी शासकीय सहयोग के बंजर भूमि पर सदस्यों के स्वयं के सहयोग से सुरक्षा घेरे के साथ उद्यान बनाकर विगत चार वर्ष से अलग अलग सेक्टरों के साथ लगभग एक हजार देव, फलदार , छायादार एवम इमारती पौधों का रोपण किया गया है।जहाँ हरीहर ऑक्सिजोन के अंर्तगत हास्य योग केंद्र उद्यान, शिवाजी वाटिका, गायत्री माता उद्यान ,नौ ग्रह वाटिका, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति वाटिका, करम बगीचा है। वही पर्यावरण के लिए समर्पित संगठनों द्वारा तुर्काडीह पुल से सेंदरी पुल तक को हरिहर ऑक्सिजोन के रूप में विकसित किया जा रहा है । इस पर शासन द्वारा अब तक किसी प्रकार का सहयोग नहीं है ।
परिक्षेत्र में सेवाभावी सदस्यों महिला व पुरुषों द्वारा वाटिका एवं उद्यान में पौधारोपण, खरपतवार व जल सेवा का कार्य नियमित किया जाता है। मिनी उद्यान के रूप में विकसित हो रहे परीक्षेत्र के कुछ पौधे अब 8 से 10 फीट तक के हो चुके हैं। वृक्षारोपण परीक्षेत्र अरपा नदी के तट में लगातार कटाव हो रहा है। जिसकी वजह से रोपित पौधों का हर वर्ष नुकसान हो रहा है।
इन सब समस्याओं को देखते हुए ।
भूपेश बघेल मुख्यमंत्री एवं जिला प्रशासन से मुलाक़ात कर निम्न कार्यों को शीघ्रता से सम्पादित करने हेतु मांग किया गया था ।

  1. तुरकाडीह पुल से सेंदरी पुल तक लाइनिंग निर्माण ( नदी के रतनपुर मुख्य मार्ग साइट)
  2. हरिहर ऑक्सीजोन पंप हाउस में सोलार सिस्टम, 3. हरिहर ऑक्सीजोन परिक्षेत्र के नवग्रह वाटिका में मुख्य मार्ग से अरपा पचरी तक पक्की नहर नाली व काकिट मार्ग 4. हरिहर ऑक्सीजन पंप हाउस के पास 20X30 फीट लेटर आहता । मांगे केवल आवेदन पत्र तक ही सीमित रह गया अब तक किसी भी कार्य पर सरकार और जिला प्रशासन ने अपनी अनुशंसा नहीं किया है ।
    वही हरिहर ऑक्सीजन परीक्षेत्र में अंचल के सांसद ,विधायक एवं जनप्रतिनिधि यों द्वारा भी केवल आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं दिया गया हैं । जो अंचल के पर्यावरण संगठन के मनोबल व पौधरोपण के लिए नुकसान साबित हो रहा है । उक्त जानकारी भुवन वर्मा संयोजक हरिहर ऑक्सिजोन ने दी ।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *