विधायक शैलेष पांडेय ने अरपा नदी के दोनों ओर नाला निर्माण के लिए राज्य शासन का विधानसभा में कराया ध्यानाकर्षण

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विधायक शैलेष पांडेय ने अरपा नदी के दोनों ओर नाला निर्माण के लिए राज्य शासन का विधानसभा में कराया ध्यानाकर्षण

भुवन वर्मा बिलासपुर 22 मार्च 2022

मंत्री शिव डहरिया ने सदन में बताया 38 करोड़ की लागत से बनने वाले 7.5 किलोमीटर नाले का टेंडर जारी किया गया

रायपुर । विधायक शैलेष पांडेय के लिए बिलासपुर की जीवनदायिनी अरपा नदी का संवर्धन कार्य प्रारंभ से ही प्राथमिकता में रहा। इसके लिए उन्होंने समय-समय पर राज्य शासन का ध्यान आकर्षित करते रहे। मंगलवार को फिर उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान राज्य शासन का अरपा नदी में दोनों और नाला निर्माण को लेकर ध्यानाकर्षण कराया।

नगर विधायक शैलेष पांडेय ने सदन में कहा कि राज्य शासन द्वारा बिलासपुर की जीवनदायिनी अरपा नदी संवर्धन के लिए दो बैराज की स्वीकृति दी गई थी जो निर्माणाधीन है। बिलासपुर में पेयजल का मुख्य स्रोत नदी का जल है परंतु नदी में अपशिष्ट जल ना आए एवं नदी का जल शुद्ध है उसके लिए दोनों ओर 5 किलोमीटर लंबा नाला निर्माण कराना अति आवश्यक है। नाला निर्माण के बाद ही अरपा नदी का जल शुद्ध रहेगा। बिलासपुर के लोगों का जीवनदायिनी अरपा नदी से भावनात्मक रूप से लगाव है एवं राज्य गीत का पहला शब्द ही अरपा है। इसलिए अर्पा नदी के दोनों ओर नाला निर्माण अति आवश्यक है।

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्री डॉ शिवकुमार डेहरिया ने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि यह सही है कि बिलासपुर की जीवनदायिनी अरपा नदी है इसके संवर्धन के लिए राज्य शासन ने दो बैराज स्वीकृत किए हैं जो निर्माणाधीन है। नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी लिमिटेड बिलासपुर के द्वारा अरपा नदी जल संवर्धन के लिए इंदिरा सेतु से शनिचरी रपटा तक और अरपा साडा की स्वीकृत विकास योजना के अनुसार नदी के दोनों किनारों पर 80 फुट चौड़ी फोरलेन सड़क एवं नाला का निर्माण किया जा रहा है।

सड़क की लंबाई 03.60 किलोमीटर (दाहिनी ओर 1.8 किलोमीटर एवं बाईं ओर 1.8 किलोमीटर) है। एवं नाला की लंबाई 4.2 किलोमीटर (दाहिनी ओर 2.1 किलोमीटर एवं बाईं ओर 2.1 किलोमीटर) है। इसके आगे ग्राम मंगला से शिवघाट बैराज होते हुए इंदिरा सेतु तथा शनिचरी रपटा से पचरीघाट बैराज तक नाला निर्माण की योजना तैयार की जा रही है। जिसकी कुल लंबाई 9 किलोमीटर (दाहिनी ओर 4.25 किलोमीटर एवं बाईं ओर 4.75 किलोमीटर) है।

इसके अलावा सरकंडा से मोपका तक नदी में मिलने वाले नालो के गंदे पानी को सीवरेज हेतु योजना का डीपीआर नगर निगम स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा तैयार किया जा रहा है जो प्रक्रियाधीन है। मंगला क्षेत्र के रोकने हेतु 4.7 किलोमीटर नाला एवं कोनी क्षेत्र के दूषित जल रोकने हेतु 4.3 किलोमीटर लंबा नाला निर्माण की योजना स्मार्ट सिटी लिमिटेड बिलासपुर द्वारा बनाई गई है।

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